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types of bank account in india

भारत में बैंक के द्वारा सात तरह के अकाउंट खोले जाते हैं. इनमें से अधिकतर लोग सिर्फ सेविंग अकाउंट या फिर करंट अकाउंट के बारे में ही जानते हैं. लेकिन बैंक अलग-अलग उद्देश्य की पूर्ति के लिए तकरीबन सात तरह के (How many types of account) अकाउंट खोलने की सुविधा देती है. ये अकाउंट आप अपना पैसा जमा करने के लिए खुलवा सकते हैं. तो चलिये जानते हैं कि किस-किस तरह के बैंक अकाउंट (Types of Bank Accounts) बैंक में खुलवाए जा सकते हैं.

बचत खाता | Saving Account benefits

बचत खाता हर बैंक में खोला जाता है. इसके बारे में आप काफी कुछ पहले से भी जानते हैं. जैसे आप इसमें पैसे जमा कर सकते हैं, निकाल सकते हैं, ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके अलावा आप इसमें सारी नेट बैंकिंग सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं.

बचत खाते में आपको न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होता है. नहीं तो बैंक द्वारा जुर्माना वसूला जाता है. इसमें आप चाहे जितना पैसा रख सकते हैं लेकिन उसके लिए आपको बैंक में पैन कार्ड देना होता है. इस खाते को खुलवाने के लिए शुरू में आपको कुछ पैसे जमा करने पड़ते हैं.

सेविंग अकाउंट की सबसे अच्छी बात ये होती है कि इसमें पैसा जमा करने या निकालने की कोई लिमिट नहीं होती. आप बैंक जाकर एक दिन में कितना भी पैसा जमा कर सकते हैं और अपने अकाउंट में से निकाल भी सकते हैं.

जीरो खाता | BSBDA (Zero Account) Benefits

प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत हर भारतवासी का बैंक में अकाउंट हो इस उद्देश्य के साथ भारत में जीरो खाते खुलना शुरू हुए. इन्हें Basic Saving Bank Deposit Account कहा जाता है.

BSBD Account या Zero Account को आप बिना पैसे जमा किए खुलवा सकते हैं. इसमें आपको न्यूनतम बैलेंस रखने का भी झंझट नहीं होता है. लेकिन आरबीआई के अनुसार

लेकिन इसमें एक चीज की दिक्कत होती है. और वो ये है की आप इसमें सालभर में एक लाख रुपये से ज्यादा का लेन-देन नहीं कर सकते. आप अकाउंट में 50 हजार से ज्यादा रुपये नहीं रख सकते साथ ही आप हर महीने 10 हजार से ज्यादा का लेनदेन नहीं कर सकते. आपको इसमें रुपे डेबिट कार्ड मिलता है. जिसका इस्तेमाल आप पैसे निकालने के लिए, यूपीआई एप चलाने के लिए, ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए कर सकते हैं.

चालू खाता | Current Account Benefits

जो लोग बिजनेस करते हैं उनके बीच सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला अकाउंट है Current Account. ये एक ऐसा अकाउंट है जिस पर बैंक आपको कोई ब्याज नहीं देती. लेकिन इस अकाउंट में आप कितना भी लेन-देन रोजाना कर सकते हैं. इस तरह के अकाउंट में आप करोड़ों और अरबों का भी लेन-देन रोजाना करें तो कोई दिक्कत नहीं होती है.

चालू खाता आमतौर पर बिजनेस और किसी व्यक्ति दोनों के लिए खुल सकता है. यदि आपका कोई संस्थान या है फैक्ट्री है और आप उसके नाम पर अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो आपको चालू खाता ही खुलवाना पड़ेगा. इसमें आपको डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग जैसी सारी बैंकिंग सुविधाएं मिलती है. इस अकाउंट के होने से आपको लोन भी बहुत आसानी से मिल जाता है.

सैलरी अकाउंट | Salary Account Benefits

ये आमतौर पर कंपनियों में काम कर रहे कर्मचारियों का खोला जाता है. इसमें बैंक और कंपनी के बीच आपसी समझ के आधार पर कंपनी के सभी कर्मचारियों को अकाउंट एक ही बैंक में खोले जाते हैं.

Salary account के कारण आपको कभी भी आसानी से लोन मिल सकता है. इसके साथ ही बैंक आपको कई सारे फायदे देती है जैसे पासबुक, डेबिट कार्ड, चेकबुक, इन्टरनेट बैंकिंग आदि. अगर आप जॉब छोड़ते हैं तो बैंक आपके अकाउंट को नॉर्मल सेविंग अकाउंट में बदल देती है.

एफ़डी खाता | FD Account Benefits

एफ़डी के बारे में तो आपने खूब सुना होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एफ़डी करवाने के लिए आपको एफ़डी खाता खुलवाना पड़ता है. आप किसी भी बैंक में जाये. अगर आपको एफ़डी करवानी है तो आपको एफ़डी खाता जरूर खुलवाना पड़ेगा. इसमें आपको किसी तरह की सुविधा नहीं मिलेगी. इसमें बस आप एफ़डी के तौर पर जो पैसा जमा कर रहे हैं वो जमा रहेगा और निश्चित समय के बाद आपको वो मिल जाएगा.

एफ़डी में पैसा आपको एक ही बार में जमा करना होता है. इस पैसे को आप चेक या कैश के जरिये जमा कर सकते हैं. एफ़डी अकाउंट खुलवाते वक़्त ही आपको सारा पेमेंट करना होता है. इसके बाद जब आपकी एफ़डी परिपक्व हो जाती है तो कुछ कागजी कार्यवाई को पूरा करके आपका पैसा आपको ब्याज के साथ दे दिया जाता है.

आरडी खाता | RD Account Benefits

आरडी भी एफ़डी की तरह ही होती है लेकिन इसमें एक छोटा सा अंतर होता है. एफ़डी में आपको सारा पैसा एक बार में देना होता है जबकि आरडी में आपको पैसा एक निश्चित अंतराल में देना होता है. जैसे हर महीने, हर तीन महीने में या हर साल में. इस तरह आप एक निश्चित रकम को निश्चित समय अंतराल में बैंक में जमा करते हैं और बैंक उस जमा धन के हिसाब से आपको ब्याज देती है जिसे आरडी कहा जाता है.

आरडी करवाने के लिए भी आपको हर बैंक में आरडी अकाउंट खुलवाना पड़ता है. इसके लिए आपको अपने जरूरी दस्तावेज़ देने होते हैं. इस तरह के अकाउंट में आपको कोई सुविधा जैसे नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड या पासबुक नहीं मिलती है. इसमें केवल बैंक की ओर से एक बॉन्ड दिया जाता है जिस पर ये जानकारी होती है कि आपका इतना पैसा है और इतनी तारीख को इतना हो जाएगा.

एनआरआई अकाउंट | NRI Account Benefits

भारत में कई सारे NRI भी रहते हैं. इन्हें बैंकिंग गतिविधिओं के लिए बैंक में अकाउंट खुलवाने की जरूरत पड़ती है. यदि कोई एनआरआई भारत में अकाउंट खुलवाना चाहता है तो उसे बैंक में जाकर NRI Account खुलवाना पड़ता है. NRI account भी कई तरह के होते हैं जिन्हें एनआरआई अपनी जरूरत के हिसाब से खुलवा सकते हैं.

बैंक इन्हें वे सभी सुविधाएं देता है जो हमें सेविंग अकाउंट में मिलती है. जैसे डेबिट कार्ड, पासबुक, चेकबुक, नेट बैंकिंग आदि.

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