बदलती लाइफ स्टाइल (life style) के चलते शरीर में कैल्शियम (calcium) की कमी आम बात है. कम ही लोग जानते होंगे कि हमारे शरीर की हमारे शरीर का 90 प्रतिशत कैल्शियम हड्डियों और दांतों में होता है. कैल्शियम शरीर के लिए बेहद जरूरी मिनरल है. इस खनिज की कमी से हमारे शरीर कई तरह की बीमारियों का शिकार होता है. खास बात यह है कि शरीर में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा का होना इस बात की गारंटी है कि आप कभी हड्डी और दांत संबंधी रोगों का शिकार नहीं होंगे.
कैल्शियम की कमी के लक्षण और उपाय (Calcium deficiency symptoms)
लंबे समय तक कैल्शियम (Calcium) की कमी रहने से कई प्रकार की बीमारियां शरीर में घर बना लेती हैं. बालों का झड़ना भी इसमें से एक समस्या है. इसके अलावा नींद न आना, लगातार शरीर में थकान रहना और ठीक से भूख न लगना भी कैल्शियम के कारण होने वाली समस्याएं हैं.
प्रेग्नेंसी के दौरान कैल्शियम की कमी से (calcium in pregnancy) महिलाओं को मिसकैरेज होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है. हाथ-पैर सुन्न रहना, मिर्गी के दौरे, बांझपन, त्वचा में रूखापन, कमजोर याददाश्त, मोतियाबिंद, एलर्जी, छाती में दर्द, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, मसूड़ों के रोग, किशोरियों में देरी से यौवन आना, कमजोर व बेकार नाखून और हाई ब्लड प्रेशर आदि लक्ष्ण भी कैल्शियम की कमी को दर्शाते हैं.
शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी (vitamin d and calcium) की कमी के कारण व उपाय
शरीर में कैल्शियम की कमी को आप ऊपर दिए लक्ष्णों से जान सकते हैं. इसके अलावा डॉक्टर की सलाह से ब्लड टेस्ट कराने सहित अन्य लैब टेस्ट करवा सकते हैं.
कैल्शियम की कमी वृद्धों में ही नहीं बल्कि जवानों और बच्चों तक में दिखाई देने लगी है. आपके शरीर में कैल्श्यिम की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं. वैसे इसका मुख्य कारण पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम युक्त पदार्थों का सेवन नहीं करना होता है.
इसके अलावा भोजन में अधिक रूप से ऐसे फ़ूड खाना जिनमें फॉस्फोरस और मैग्नीशियम की अधिकता हो, शरीर में विटामिन डी की कमी भी कैल्शियम की कमी का कारण है.
मल-मूत्र के साथ अधिक मात्रा में कैल्शियम का शरीर के बाहर निकल जाना, फॉस्फोरस की अधिकता वाले सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन, व्यायाम नहीं करना और अत्याधिक व्यायाम दोनों से ही कैल्शियम की कमी आती है, चाय, कॉफी, धूम्रपान, तम्बाकू, शराब, कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड खाना आदि के अधिक सेवन से भी आपको कैल्शियम की कमी हो सकती है.
दूध, दही के सेवन से दूर होगी Calcium की कमी (know about calcium diet in Hindi)
कैल्शियम की कमी (calcium deficiency symptoms) को दूर करने के लिए रोजाना डेयरी प्रोडक्ट जैसे दूध, दही, चीज, पनीर, छांछ आदि का सेवन करें. शरीर में विटामिन “डी” का स्तर बनाए रखें और इसके लिए धूप सेकें. नमक का सेवन कम कर दें. धूम्रपान छोड़ दें. पालक, ब्रोकोली, अंजीर, सूखे मेवा का सेवन भी कैल्शियम की कमी को दूर करता है.
Calcium की कमी से होने वाले रोग (calcium deficiency diseases)
शरीर में कैल्शियम की कमी कई प्रकार के रोगों को जन्म देती है. अक्सर कैल्शियम की कमी से सूखा रोग (रिकेट्स) हो जाता है. खून में कैल्शियम की कमी होने से ओस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी हो जाती है. इस बीमारी में हड्डियां कमजोर होकर बार-बार टूटने लगती हैं.
कैल्शियम की कमी शरीर में टेटनी नामक रोग को जन्म देती है. इस बीमारी में मांसपेशियों में संकुचन होने लगता है. ऑस्टियोमैलेसिया बीमारी भी कैल्शियम की कमी से ही होने वाला रोग है. इसमें हड्डियां नरम हो जाती हैं फ्रेक्चर होने की आशंका बढ़ जाती है.
(नोट: यह लेख आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि किसी बीमारी के पेशेंट हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.)
[…] […]