साइंस शुरू से ही स्टूडेंट्स के लिए दिलचस्पी का सब्जेक्ट रहा है. यदि आप भी इस विषय में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो हम आपको बता दें कि इस फील्ड में करियर की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं. साइंस से पढ़ाई कर आप इंजीनियरिंग, मेडिकल, शिक्षा और साइंटिस्ट के साथ ही ढेरों ऑप्शन मौजूद हैं.
टेक्नोलॉजी फील्ड में बनाएं करियर
टेक्नोलॉजी की फील्ड में करियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स बीई (बैचेलर इन इंजीनियरिंग) और बीटेक (बैचेलर इन टेक्नोलॉजी) ये दो कोर्स कर सकते हैं. इन कोर्स को करने में आपको चार साल का वक्त लगेगा. बीई और बीटेक डिग्री करने के लिए स्टूडेंट्स को फिजिक्स, कैमिस्ट्री और गणित सब्जेक्ट के साथ 12वीं के बाद पढ़ाई करनी होगी.
तीन साल में करें बैचलर ऑफ साइंस
साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने वाले स्टूडेंट्स के सामने बैचलर ऑफ साइंस की डिग्री करने का भी शानदार ऑप्शन है. स्टूडेंट्स 3 साल की यह डिग्री लेकर टीचिंग के साथ ही साइंस से जुड़ी दूसरी फील्ड में करियर बना सकते हैं. आमतौर पर किसी भी शिक्षा संस्थान के साइंस संकाय से आप यह डिग्री कर सकते हैं.
बीसीए कर बनाएं आईटी में करियर
बैचेलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन यानि बीसीए कम्प्यूटर साइंस या सूचना प्रौद्योगिकी में बीटेक/बीई डिग्री के बराबर ही है. साइंस स्ट्रीम में मैथ्स से पढ़ाई करने वाले देश के कई कॉलेजों से यह कोर्स कर सकते हैं. यह कोर्स कर आप नेटवर्किंग हार्डवेयर व सुरक्षा, मोबाइल ऐप विकास, प्रोग्रामिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग और गेम डिज़ाइन में करियर बना सकते हैं.
BSc Nursing & MBBS
साइंस संकाय से 50 फीसदी अंकों के साथ 12वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स बीएससी नर्सिंग की डिग्री करने के हकदार होते हैं. हालांकि दो साल का यह डिग्री कोर्स करने के लिए आपको जीएनएम (जनरल नर्सिंग और मिडविफरी पाठ्यक्रम) पास करना भी ज़रूरी है.
पीसीएम या पीसीएमबी सब्जेक्ट्स को लेकर यदि आप 12वीं कक्षा 60 फीसदी अंकों के साथ पास करते हैं तो एमबीबीएस यानि बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचेलर ऑफ सर्जरी की डिग्री ले सकते हैं. यह डिग्री सर्टिफाइड डॉक्टर बनने के लिए आपको प्रमाणित करती है.
चार साल में करें बी-फार्मा
साइंस स्ट्रीम के जिन स्टूडेंट्स ने पीसीएम या पीसीएमबी विषयों के साथ 12वीं कक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास की है, वे चार साल का बी-फार्मा कोर्सकरने के लिए पात्र हैं. हालांकि इस कोर्स में एडमिशन से पहले स्टूडेंट्स को प्रवेश परीक्षाएं क्लीयर करना भी ज़रूरी है.
(नोट: यह लेख आपकी जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. अधिक जानकारी के लिए किसी करियर काउंसलर की सलाह ज़रूर लें.)