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डेंगू के घरेलू उपचार

बीते एक दशक में (dengue fever) डेंगू भारत में एक जानलेवा बीमारी बनकर सामने आया है. साल 2015 से 16 के बीच (dengue in delhi) दिल्ली में डेंगू फैलने और उससे मरने वालों की संख्या राष्ट्रीय स्तर पर खबरें बनी. यही नहीं कई बड़े दिग्गज लोग इस जानेलवा बीमारी का शिकार हुए. यश चोपड़ा (yash chopra passed away due to dengue) जैसी शख्सियत की मौत की वजह डेंगू बना. आज भी बारिश के बाद डेंगू एक दहशत के रूप में बना हुआ है. इसका इलाज तो है लेकिन इलाज से बेहतर है बचाव करना.

क्या होता है डेंगू (what is Dengue fever)
मच्छर के काटने से होने वाला बुखार डेंगू कहलाता हैं. डेंगू मादा (dengue mosquito) एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं. जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है. जब डेंगू वायरस वाला वह मच्छर किसी और इंसान को काटता है तो उससे वह वायरस उस इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जिससे वह डेंगू वायरस से पीड़ित हो जाता है. पूरी दुनिया में यह बुखार के मरीज पाए गए हैं. यह बुखार सबसे खतरनाक है. इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है.

डेंगू बुखार के लक्षण (dengue symptoms) 
-ठंड लगने के साथ अचानक तेज बुखार
-तेज सिर दर्द
-मांसपेशियों में दर्द एवं खिचांव
-जोड़ों में दर्द होना
-आंखों को दबाने या हिलाने में दर्द होना,
-बहुत ज्यादा कमजोरी लगना
-भूख में कमी आना
-पीठ दर्द
-नाक और मसूढ़ों से खून आना
-जी मिचलाना
-मुंह का स्वाद खराब होना
-गले में दर्द होना
-शरीर पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज होना
-शौंच में खून आना

डेंगू के इलाज के लिए घरेलू उपाय (Natural remedies for dengue fever)

काली मिर्च और तुलसी का काढ़ा- डेंगू से बचाव के लिए आप दो काली मिर्च, तुलसी के पांच पत्ते, अदरक, नमक और चीनी को मिलाकर पानी में उबालकर काढ़ा बना लें. इस काढ़े को लगभग 5 दिन तक लें. इसे सुबह नाश्ते के बाद और रात में भोजन से पहले लें.

हल्दी- हल्दी सबसे गुणकारी होती हैं. डेंगू के बचाव के लिए खाने में हल्दी का प्रयोग ज्यादा करें. सुबह आधा चम्मच हल्दी पानी के साथ या रात को आधा चम्मच हल्दी एक गिलास  दूध या के साथ लें. ध्यान रखें की अगर आपको नजला, जुकाम या कफ आदि है तो दूध न लें. तब आप हल्दी को पानी के साथ ले हैं.

साफ पानी पियें- शरीर में पानी की कमी होने से रोके क्योकिं बुखार और उल्टी के कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है. डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए गर्म या साफ पानी का खूब सेवन
करें.

पपीते की पत्तियां- डेंगू के कारण खून मे से प्लेटलेट काउंट कम हो जाते हैं. जिससे शरीर में दर्द, ठंड लगना, कमजोरी महसूस होना, मितली होना, थकान होना आदि समस्यायें होती  हैं. प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने के लिए आप पत्तियों को कुचल कर या रस बना उपभोग कर सकते हैं जो टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.

गिलोय- गिलोय एक महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है. यह चयापचय दर को बनाए रखने में मदद करता है, शरीर को संक्रमण से बचाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है. गिलोय के तने और तुलसी को उबाल कर हर्बल ड्रिंक के रूप में लें.

तुलसी और शहद- डेंगू से बचाव के लिए तुलसी और शहद भी फायदेमंद होता हैं. क्योकिं इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं. इसके लिए आप तुलसी को पानी में उबालकर, इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें. इसके अलावा आप काढ़ा या तुलसी की चाय भी लें सकते हैं.

अनार का सेवन- डेंगू बुखार में से होने वाली रक्त की कमी और कमजोरी को दूर करने के लिए, अनार का सेवन लाभदायक है. इसमें मौजूद विटामिन ई, सी, ए और फोलिक एसिड  और एंटी ऑक्सीडेंट बेहद गुणकारी होते हैं. अनार खून की कमी को पूरा करने में सबसे आसन उपाय हैं.

नोट: यह लेख आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. डेंगू एक जानलेवा बीमारी है और किसी तरह के उपाय से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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