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गैस एजेंसी कैसे शुरू करें, गैस एजेंसी के लिए ऑनलाइन आवेदन?

एलपीजी सिलेन्डर (LPG Cylinder) हम सभी के घर में होता है. एलपीजी के काम से कभी न कभी हमें कभी न कभी गैस एजेंसी (LPG Gas agency) जाना ही पड़ता है. वहां पर जब कभी हमें दिक्कत आती है तो हम सोचते हैं की काश हमारी भी गैस एजेंसी (Gas agency) होती तो हमें इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता. गैस एजेंसी खोलना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि इसके लिए भारी निवेश की आवश्यकता होती है. अगर आपके पास निवेश है तो आप गैस एजेंसी खोल सकते हैं.

गैस एजेंसी कैसे शुरू करें? (How to start a gas agency?)

गैस एजेंसी शुरू करना आसान काम नहीं है. इसके लिए आपके पास एक अच्छा निवेश होना चाहिए. साथ ही गैस एजेंसी शुरू करने के लिए जगह और गैस सिलेन्डर पहुंचाने के लिए वाहन की आवश्यकता होती है. इसके अलावा गैस एजेंसी की डीलरशिप पाने की प्रोसैस भी काफी जटिल है.

गैस एजेंसी के प्रकार (Types of gas agency?)

गैस एजेंसी खोलने से पहले इस बात की जानकारी होना बहुत जरूरी है की गैस एजेंसी कितने प्रकार की होती है. अगर आप ये जानते हैं तो आपको गैस एजेंसी खोलने में आसानी रहेगी.

शहरी वितरक (Shahri vitrak LPG distributer)

इस प्रकार की गैस एजेंसी अपनी सेवा किसी शहर में ही दे सकती है यानि वो गैस सिलेन्डर की डिलिवरी सिर्फ किसी एक शहर में कर सकती है.

रुर्बन वितरक (Rurban Vitrak LPG distributer)

रुर्बन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है. रुरल और अर्बन. रुरल का मतलब होता है ग्रामीण और अर्बन का मतलब होता है शहरी. इस तरह की एजेंसी अपनी सर्विस शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपलब्ध कराती है. लेकिन ध्यान रहे जिस शहर की गैस एजेंसी है वो उसके 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को सर्विस मुहैया करा सकती है.

ग्रामीण वितरक (Gramin Vitrak LPG distributer)

ग्रामीण क्षेत्र में स्थित एलपीजी वितरक को ग्रामीण वितरक भी कहा जाता है. इस वितरक का काम एक विशेष निर्दिष्ट ग्रामीण क्षेत्र में एलपीजी ग्राहकों को अपनी सेवा प्रदान करना होता है. एक ग्रामीण वितरक अपने स्थान से 15 किलोमीटर के दायरे में अपनी सेवाएँ प्रदान कर सकता है.

दुर्गम क्षेत्रीय वितरक (Durgam Kshetriya vitrak LPG distributer)

इस श्रेणी में ऐसे वितरक आते हैं जो कठिन एवं किसी विशेष क्षेत्र जैसे पहाड़ी क्षेत्र, जंगली क्षेत्र, आदिवासी क्षेत्र, दुर्लभ आबादी क्षेत्र, द्वीप, आदि में एलपीजी सेवाएँ प्रदान करते हैं उन्हें दुर्गम क्षेत्रीय वितरक कहा जाता है.

गैस एजेंसी लेने के लिए पात्रता (Eligibility for start gas agency?)

– गैस एजेंसी लेने के लिए आवेदक का भारत का नागरिक होना जरूरी है.
– आवेदक कम से कम दसवी पास हो. स्वतन्त्रता सेनानी की श्रेणी से संबन्धित व्यक्ति के लिए छूट है.
– आवेदक की उम्र कम से कम 21 साल ज्यादा से ज्यादा 60 साल होनी चाहिए. स्वतन्त्रता सेनानी श्रेणी के लिए उम्र की सीमा निर्धारित नहीं है.
– आवेदक के पास एलपीजी सिलेन्डर की स्टोरेज के लिए गोदाम बनाने के लिए जमीन या पहले से तैयार गोदाम होना चाहिए.

गैस एजेंसी के लिए प्रमुख शर्तें (Guideline for gas agency land?)

गैस एजेंसी खोलने के लिए कुछ शर्ते होती है जो जमीन और गोदाम से जुड़ी होती है.

¬- गैस एजेंसी लेने के लिए उद्यमी को भडारण के लिए पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन के विस्फोटक विभाग के मुख्य नियंत्रक द्वारा विधिवत स्वीकृत और लाइसेन्स प्राप्त स्टोरेज गोदाम की आवश्यकता होती है.
– गैस भंडारण के प्रावधान के अनुसार शहरी और रुर्बन वितरक अपने गोदाम में 8000 किलो एलपीजी सिलेन्डर भंडारित कर सकते हैं. ग्रामीण वितरक 5000 किलो एलपीजी सिलेन्डर भंडारित कर सकते हैं. दुर्गम क्षेत्रिय वितरक 3000 किलो एलपीजी सिलेन्डर भंडारित कर सकते हैं.
– सिलेन्डर गोदाम का साइज़ भी एजेंसी के अनुसार अलग-अलग होता है. शहरी और रुर्बन वितरक के पास 25×30 मीटर का प्लॉट होना चाहिए. ग्रामीण वितरक के पास 21×26 मीटर का प्लॉट होना चाहिए. दुर्गम क्षेत्रीय वितरक के पास 15×16 मीटर का प्लॉट होना चाहिए.
– गैस गोदाम के निर्माण के लिए जो भूमि है वह लाइव ओवरहेड पावर ट्रांसमिशन या टेलीफोन लाइन से मुक्त होनी चाहिए. प्लॉट के पास में कोई नाला या नहर नहीं होना चाहिए.
– एलपीजी गोदाम ऐसी जगह होना चाहिए जहां पर वाहनों की पहुंच आसानी से हो सके.

गैस एजेंसी के लिए कैसे आवेदन करें? (How to apply online for gas agency?)

गैस एजेंसी के लिए आवेदन करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए की आप कौन सी कंपनी की एजेंसी खोलना चाहते हैं. भारत में प्रमुख तीन एलपीजी सिलेन्डर कंपनियां इंडेन, भारतगैस, एचपी है. इनके आवेदन के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन करने के लिए आपको एलपीजी वितरक चयन वेबसाइट पर जाना होगा. इस वेबसाइट पर जाकर पहले उसे खुद को रजिस्टर करना होगा. इसके बाद उसे आईडी और पासवर्ड मिल जाते हैं जिनसे वो कभी भी लॉगिन कर सकता है. लॉगिन करने के बाद जब भी आपके एरिया के लिए या शहर के लिए कोई एजेंसी का विज्ञापन निकले तो आप उसके लिए आवेदन कर पाएंगे.

गैस एजेंसी आवेदन फीस

गैस एजेंसी के लिए आवेदन करने पर आपको आवेदन फीस भी देनी होती है जो नॉन रिफंडेबल होती है. इसका भुगतान अलग-अलग श्रेणियों के हिसाब से किया जाता है.

– यदि आप शहरी और रुर्बन वितरक बनना चाहते हैं और जनरल कैटेगरी के हैं तो आपको 10 हजार रुपये, ओबीसी से हैं तो 5 हजार रुपये और एससी/एसटी से हैं तो 3 हजार रुपये जमा करने होते हैं.
– यदि आप ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रीय वितरक बनना चाहते है और जनरल कैटेगरी से हैं तो 8 हजार रुपये, ओबीसी से हैं तो 4 हजार रुपये और एससी/एसटी से हैं तो 2500 रुपये जमा करने होते हैं.

गैस एजेंसी के लिए आवेदन करते वक़्त ध्यान रखें की आप जो फॉर्म भर रहे हैं उसमें दी गई सारी जानकारी सत्य हो. अगर आप गलत जानकारी देते हैं तो फॉर्म सबमिट होने के बाद आप उसे सही नहीं कर सकते.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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