आपको पेड़-पौधों से प्रेम है और बागवानी यानि gardening का शौक रखते हैं तो इस शौक को आप अपना करियर (careers in gardening) भी बना सकते हैं. इस क्षेत्र में करियर बनाकर आप अच्छी खासी कमाई भी कर सकते हैं. ढेरों करियर ऑप्शन में से एक है गार्डन डिजाइनिंग. गार्डन डिजाइनर्स बनने के लिए आप कहां से और कैसे कोर्स (Where to Do Gardening Course) कर सकते हैं, इसकी जानकारी होना बहुत अनिवार्य है.
क्या हो क्वालिफिकेशन (What qualification)
यदि आपके पास लैंडस्केप आर्किटेक्चर, हॉर्टीकल्चर और गार्डनिंग (Landscape architecture, horticulture and gardening) विषयों की डिग्री है तो आप इस फील्ड में आसानी से कदम जमा सकते हैं. देश के कुछ संस्थान गार्डनिंग और लैंडस्केपिंग के कोर्स करवाते हैं. इन सारे कोर्स के अलावा भी यदि आप कुछ एडवांस करना चाहते हैं, तो फ्लोरीकल्चर और लैंडस्केप गार्डनिंग में सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं.
हायर सेकेंडरी के बाद स्टूडेंट्स सर्टिफिकेट कोर्स लिए एप्लाई कर सकते हैं. इसके साथ ही मास्टर्स डिग्री करने के लिए आर्किटेक्चर में ग्रेजुएट होना जरूरी है. बागवानी या कृषि विश्वविद्यालय बागवानी में शैक्षिक डिग्रियां करवाती हैं. बागवानी में 4 साल का स्नातक कोर्स होता है, साथ ही बागवानी में एमएससी दो वर्ष की होती है.
आप डॉ वाईएसआर बागवानी विश्वविद्यालय (Dr. YSR Horticulture University), बागवानी कॉलेज व अनुसंधान संस्थान, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, डॉ यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय सोलन, डॉ पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय के साथ ही जबलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) से पढ़ाई कर सकते हैं.
8-10 घंटे करना पड़ सकते हैं फील्ड वर्क (Field work)
गार्डन या लैंडस्केप की आर्ट डिजाइनिंग करना ही मुख्य रूप से गार्डन डिजाइनिंग करना कहलाता है. हालांकि इस क्षेत्र में आपको संयम के साथ ही शारीरिक रूप से सक्षम होना भी ज़रूरी है. फील्ड में करीबन 10 से 12 घंटे तक आपको काम करना पड़ सकता है. साथ ही अपने कस्टमर्स को बंधे रखने के लिए उनसे रिलेशन मेनटेन होने चाहिए.
देश-विदेश दोनों जगह स्कोप (Scope of country and abroad)
गार्डन डिजाइनर के लिए देश के छोटे-छोटे शहरों से लेकर विदेशों तक में लाखों रुपए की जॉब मौजूद हैं. गार्डन डिजाइनर की कमाई एक्सपीरियंस के साथ बढ़ती जाती है. हालांकि विदेशों में कमाई के अवसर अधिक हैं. हमारे देश में भी इसका मार्केट विकसित हो रहा है.
रचनात्मक व संयम होना ज़रूरी (Must be creative and modest)
गार्डन डिजाइनर्स बनने के लिए आपके अंदर दो खूबियां होना बहुत ज़रूरी है. पहली खूबी है प्रकृति से प्रेम और दूसरी खूबी है क्रिएटिव होना. जितना आपको प्रकृति से प्रेम होगा आप उतनी ही अच्छी तरह इस प्रोफेशन को अपना सकेंगे. गार्डन डिजाइनिंग में आपके पास संयम का होना भी बहुत ज़रूरी है.