लड़कियों के शरीर में पीरियड्स (periods naturally regular) एक प्राकृतिक क्रिया है. यह स्वाभाविक और किसी भी लड़की के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी भी है. पीरियड्स (period health tips) का नियमित और एक निर्धारित तारीख या समय पर होना जरूरी है.
लड़कियों को अक्सर बाहर जाते वक्त पीरियड्स की डेट का ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि इन दिनों में पैड चेंज करने के साथ ही ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी में परेेशानी आ सकती है. बदलती लाइफ स्टाइल, खान-पान की गलत आदतें और एक्सरसाइज के अभाव का असर (Menstrual cycle and lifestyle) मासिक चक्र पर भी हुआ है.
अक्सर देखने में आता है कि एक सामान्य और नॉर्मल प्रक्रिया जटिल और पीड़ादायक बन जाती है. अक्सर लड़कियां पीरियड्स लेट होने, जल्दी आने या फिर नहीं आने की समस्या का सामना करती हैं.
मासिक धर्म को नियमित करने के लिए कई बार दवाइयों का सहारा भी लिया जाता है. लेकिन दवाइयों के साइड इफेक्ट भी होते हैं ऐसे में (Healthy periods) पीरियड्स को नियमित और समय पर लाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे कारगर हो सकते हैं.
पीरियड्स जल्दी से लाने के घरेलू उपाय
दालचीनी- (cinnamon tea for periods) पीरियड्स नियमित करने में दालचीनी प्रभावकारी है. दालचीनी शरीर के तापमान को बढ़ाती है. इससे पीरियड्स जल्दी होने की संभावना होती है. दालचीनी न सिर्फ़ आपके मासिक चक्र को ठीक करती है मासिक धर्म में होने वाले ज़्यादा रक्तस्त्राव को भी कंट्रोल करने में मदद कर सकती है.
पीरियड्स को जल्दे लाने के लिए आप एक चम्मच दालचीनी पाउडर दूध में मिलाकर पिएं. या पीरियड्स आने के पहले दालचीनी की चाय का भी रोज़ सेवन कर सकते हैं.
पपीता- पपीता (papaya for periods) मासिक चक्र की प्रक्रिया के लिए लाभकारी है. यह आपके गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन पैदा करता है. यह मुख्य रूप से उसमें मौजूद कैरोटीन के कारण होता है, जो एस्ट्रोजन हार्मोन को उत्तेजित कर मासिक धर्म को समय पर या जल्दी लाने का कारण बनता है. अपने मासिक धर्म की डेट के एक या दो हफ़्ते पहले पपीता खाएं या फिर उसका जूस पिएं. यह लाभकारी होगा.
तिल- तिल (sesame)भी पीरियड्स को नियमित करने का काम करती है. तिल्ली एस्ट्रोजन की तरह काम करती है, जिससे आपके मासिक चक्र समय पर आ सकते हैं, क्योंकि एस्ट्रोजन बेहद महत्वपूर्ण हार्मोन होता है, जिससे पीरियड्स प्रभावित होते हैं. मासिक धर्म आने के दस से पंद्रह दिन पहले एक चम्मच तिल्ली को थोड़े से शहद के साथ रोज़ दो बार खाएं.
हल्दी- हल्दी के सेवन से न सिर्फ़ इम्यून सिस्टम बेहतर होता है, हल्दी में ईमानोगॉग गुण होता है, जिससे पीरियड्स जल्दी आ सकते हैं. यही नहीं हल्दी में एंटीस्पास्मोडिक और एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो दर्द में राहत देते हैं. इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. और पीरियड्स के एक हफ्ते पहले इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करें.
सौंफ- सौंफ पीरियड्स को जल्दी लाने में मदद करता है. यह गर्भाशय में संकुचन पैदा कर मासिक धर्म को सही समय पर होने के लिए प्रेरित करता है.
इसके अलावा यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को भी कम कर सकता है. इसके लिए आप चार कप पानी में एक चम्मच सौंफ को डालकर दस मिनिट तक उबले और इसे छान कर ठंडा करके दिनभर थोड़ी थोड़ी देर में पिएं.
अदरक- पीरियड्स नियमित करने में औषधि की तरह काम करता है. यह मासिक चक्र के दौरान होने वाले दर्द में राहत दिलाता है.
पीरियड्स में अदरक का इस्तेमाल करने के लिए आधा चम्मच अदरक पीस लें और 1 कप पानी में पांच मिनट तक उबालें। इसके आद उसमें शक्कर डालें और खाना खाने के बाद दिन में 3 बार लें. एक महीने तक इसका प्रयोग करने पर आपको राहत मिलेगी और पीरियड्स नियमित होंगे.
पुदीना- नियमित पीरियड्स करने के लिए पुदीना एक बेहतर औषधि की तरह काम करता है. इसका प्रयोग करने के लिए आप सूखे पुदीने और शहद को मिला लें और इसे लें. यह माहवारी को नियमित करने के लिए बेहतर आयुर्वेदिक उपाय है.
गाजर का जूस- नियमित पीरियड्स के लिए और माहवारी संबंधी हर तरह की समस्या के लिए गाजर रामबाण औषधि की तरह कारगर है. दरअसल, गाजर में आयरन होता है और वह अनियमित पीरियड्स को नियंत्रित करता है. 3 माह तक गाजर के जूस का सेवन बेहद फायदेमंद होगा.
नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. आयुर्वेद के अनुसार बताए गए ये घरेलू उपाय कारगर तो हैं लेकिन बदलती लाइफ स्टाइल से पीरियड्स संबंधी कई दूसरे विकार भी शरीर में उत्पन्न् होते हैं. माहवारी संबंधी किसी भी समस्या से ज्यादा परेशान हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.