हर व्यक्ति की चाहत होती है कि जैसा वो चाहे वैसा हो जाए. लेकिन ऐसा होना सभी के लिए संभव नहीं है. इसकी वजह है ‘धन’. अधिकतर लोगों की जो चाहत होती है वो धन से जुड़ी होती है. अगर उसके पास धन नहीं है तो उसकी चाहत पूरी नहीं हो पाती है. ज्योतिष के हिसाब से देखा जाए तो आपके पास कितना धन होगा या आप कितने धनवान होंगे ये आपकी कुंडली में ही लिखा होता है. आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति ये बताती है कि आप धनवान होंगे या नहीं. यहां हम आपको कुछ ऐसे ही कुंडली योग के बारे में बताने जा रहे हैं जो ये बताते हैं कि आप धनवान होंगे या नहीं.
धनवान बनने के योग
किसी भी व्यक्ति की कुंडली में दूसरा और ग्यारहवां घर धन का स्थान माना जाता है. अगर इस स्थान पर सही ग्रह मौजूद हैं तो आपको धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में दूसरे और ग्यारहवे घर में मंगल और सूर्य एक साथ विराजमान हो तो वो व्यक्ति एक सफल बिजनेसमेन बनता है और ऐसे लोगों के पास धन प्रचुर मात्रा में रहता है.
गजकेसरी योग
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के दसवे घर में गुरु और मंगल एक साथ बैठे हो या चंद्रमा या मंगल एक साथ बैठे हो तो उसकी कुंडली में गज केसरी और नारायण योग बनते हैं. ऐसे जातकों के पास बहुत कम प्रयास में धन आ जाता है. इन जातकों कि आय भी अधिक होती है और ये पैसा भी कम खर्च करते हैं. गज केसरी योग के कारण इनके जीवन में सदैव माँ लक्ष्मी की कृपा रहती है.
बुधादित्य योग
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्न भाव में सिंह और दसवे भाव में सूर्य और बुध हो तो उसे बुधादित्य योग कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार ये ऐसा योग है जिसके कारण व्यक्ति धनवान बनता है. जन्म कुंडली में दसवे स्थान पर सूर्य और बुध एक साथ विराजमान हो तो ये योग बनता है. ऐसा जातक बहुत बुद्धिमान और चतुर होता है. ये बहुत ही कम समय में चर्चित हो जाते हैं. इन्हें समाज में काफी मान-सम्मान भी मिलता है.
त्रिकोण योग
ऐसे जातक जिनके लग्न भाव और दसवे स्थान पर गुरु और चंद्रमा एक साथ विराजमान होते हैं तो ऐसी स्थिति में त्रिकोण योग बनता है. यह योग भी व्यक्ति को धनवान बनाता है. ऐसे जातक का जीवन राजा-महाराजाओं कि तरह होता है. इनके पास नाम, काम सम्मान, प्रॉपर्टी सब प्रचुर मात्रा में होता है.
अन्य धनवान योग
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के पांचवे भाव में मेष या वृश्चिक का मांगा हो और लाभ स्थान में शुक्र स्थित हो तो उस व्यक्ति को जीवन में धन कि परेशानी कभी नहीं होती. इसी तरह पांचवे घर में सिंह के सूर्य हो और लाभ स्थान पर शनि, चन्द्र-शुक्ल से युक्त हो तो जातक बहुत धनी होता है.
यदि किसी जातक की कुंडली के दूसरे भाव में चंद्रमा स्थित हो तो उसके धनवान होने की संभावना प्रबल होती है. इन्हें धन संबन्धित कोई समस्या नहीं रहती है.
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ये कुछ योग थे जो आपको धनवान बनाते हैं. इन योग के होने का ये मतलब बिलकुल नहीं है कि आप बिना कर्म किए ही सब कुछ पा जाएंगे. आपको अपने आप ही सब मिल जाएगा. अगर आपको धनवान बनना है तो आपको उसके लिए प्रयास तो करना ही पड़ेगा. इन योग के कारण ये हो सकता है कि आप जिन कामों में प्रयास कर रहे हैं धन कमाने का उन प्रयासों के कारण आप बहुत सारा धन कमा पाएँ और धनवान बन पाएं.
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