भारत में जब भी स्टील बिजनेस की बात की जाती है तो उसमें पहला नाम मित्तल ग्रुप का आता है. लक्ष्मी मित्तल ‘मित्तल ग्रुप’ के चेयरमेन है और काफी सालों से मित्तल ग्रुप को आगे बढ़ा रहे हैं. लक्ष्मी मित्तल की मेहनत से मित्तल ग्रुप के साथ वे दुनिया के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल हैं. अगर आप अभी तक लक्ष्मी मित्तल के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख में आपको लक्ष्मी मित्तल से जुड़ी कई जानकारी मिलेगी.
लक्ष्मी मित्तल जीवनी | Laxmi Mittal Biography Hindi
लक्ष्मी मित्तल का जन्म 15 जून 1950 को भारत के चुरू शहर में हुआ था जो राजस्थान में स्थित है. इनके पिता का नाम मोहनलाल मित्तल है. इनका जन्म एक संयुक्त परिवार में हुआ था. पहले ये राजस्थान में रहते थे और बाद में इनका परिवार कोलकाता चला गया. जहां से इनहोने स्कूलिंग और कॉलेज की पढ़ाई की. इनके पिता का इस्पात का बिजनेस था जिसकी वजह से लक्ष्मी मित्तल की रुचि इसी फील्ड में थी.
लक्ष्मी मित्तल ने बिजनेस कैसे शुरू किया? | How Laxmi Mittal Start Business?
बात 70 के दशक की है जब सरकार स्टील के उत्पादन पर अपना नियंत्रण रखती थी. इस वजह से 26 वर्षीय लक्ष्मी मित्तल ने साल 1976 में अपना पहला स्टील कारख़ाना ‘पीटी इस्पात’ को इन्डोनेशिया में शुरू किया. इसके बाद वे एक के बाद एक स्टील प्लांट खड़े करते चले गए. उन्होने आर्सेलर कंपनी को खरीदा और दुनियाभर की स्टील कंपनियों में हाहाकार मच गया. लक्ष्मी मित्तल एक ऐसे बिजनेसमेन बने जिनहोने स्टील कंपनियों को एक करने का काम किया. उन्होने पहली मल्टीनेशनल स्टील कंपनी बनाई.
लक्ष्मी मित्तल की लोकप्रियता | Popularity of Laxmi Mittal
लक्ष्मी मित्तल भारत से है लेकिन वे वर्तमान में भारत में नहीं रहते हैं और न ही उनके ज्यादा बिजनेस भारत में है लेकिन फिर भी वे भारत और दुनियाभर में लोकप्रिय हैं.
– उनके पास पेशेवर इंग्लिश फुटबॉल क्लब ‘Queens Park Rangers’ के 33 प्रतिशत शेयर हैं.
– साल 2007 में उन्हें यूरोप का सबसे अमीर हिन्दू और Asian माना गया.
– साल 2002 में वे ब्रिटेन के आठवे नंबर के सबसे अमीर व्यक्ति थे. फोर्ब्स ने उन्हें साल 2011 में विश्व का छठा सबसे अमीर व्यक्ति माना.
लक्ष्मी मित्तल के सामाजिक कार्य | Social Work of Laxmi Mittal
लक्ष्मी मित्तल सिर्फ बिजनेस की फील्ड में ही टॉप पर नहीं है बल्कि समाजसेवा में भी टॉप पर आते हैं.
– उन्होने भारत के प्रतिभावन खिलाड़ियों को मदद और प्रोत्साहन देने के लिए ‘मित्तल चैम्पियन ट्रस्ट की स्थापना की. जब साल 2008 में अभिनव बिंद्रा ने ओलिंपिक्स में गोल्ड मेडल जीता तो इस ट्रस्ट ने उन्हें 1.5 करोड़ रुपये पुरस्कार दिया.
– शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए साल 2003 में उषा मित्तल फ़ाउंडेशन ने राजस्थान सरकार के साथ मिलकर LNM Institute of information technology की स्थापना की.
– लक्ष्मी निवास मित्तल फ़ाउंडेशन ने SNDT Woman’s University के institute of technology for woman को चंदे में एक बड़ी धनराशि दी जिसके बाद संस्थान का नाम बदलकर Usha Mittal Institute of technology कर दिया गया.
– साल 2008 में मित्तल ने लंदन स्थित Great Ormond Street Hospital को डेढ़ करोड़ ब्रिटिश पाउंड का चंदा दिया. इस चंदे से हॉस्पिटल ने एक नए केंद्र Mittal Children Medical Center की स्थापना की.
लक्ष्मी मित्तल को मिले सम्मान | Award and Honors for Laxmi Mittal
लक्ष्मी मित्तल को उनके कार्यों के लिए अभी तक कई तरह के सम्मान मिल चुके हैं.
– साल 1996 में उन्हें न्यू स्टील के द्वारा Steel Maker of the year के अवार्ड से नवाजा गया.
– साल 2004 में उन्हें अमेरिकन मेटल मार्केट एंड वर्ल्ड स्टील डाइनैमिक द्वारा आंठवा विल्ली कोर्फ स्टील विजन अवार्ड दिया गया.
– साल 2004 में ही उन्हें फोर्ब्स मैगजीन द्वारा European Businessman of the year चुना गया.
– साल 2008 में उन्हें फोर्ब्स मैगजीन द्वारा Lifetime achievement पुरस्कार दिया गया.
लक्ष्मी मित्तल आज भी स्टील बिजनेस में सक्रिय है और दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं. उनके बिजनेस करने के तरीके दूसरे बिजनेसमैन से थोड़े अलग हैं लेकिन उनका रुतबा किसी बड़े व्यक्ति से कम नहीं है. उनके पास लंदन में बहुत महंगा घर, लगजरी गाडियाँ सबकुछ है.
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