शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो आज के दौर में अपने और अपनी फैमिली के सुरक्षित फ्यूचर के लिए इंश्योरेंस प्लान न लेता हो. इंश्योरेंस पॉलिसी लेना आज के दौर में बेहद आवश्यक है. जरूरत होती है अपने लिए उपयुक्त प्लान को चुनने की. ऐसा ही एक प्लान बीमा क्षेत्र की सबसे विश्वसनीय कंपनी है एलआईसी का है. यह प्लान है “अनमोल जीवन-2 टर्म” इंश्योरेंस प्लान.
क्या है “अनमोल जीवन-2 टर्म” इंश्योरेंस प्लान (What is Anmol Jeevan policy details)
भविष्य सुरक्षित करने के लिए इंश्योरेंस प्लान में पैसा लगाना समझदारी का काम है. एलआईसी का “अनमोल जीवन-2 टर्म” प्लान (lic anmol jeevan 2 term plan) के अनुसार यदि पॉलिसी धारक की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान हो जाती है, तो नॉमिनी को पूरी बीमा रकम का भुगतान कर दिया जाएगा. टर्म प्लान होने के कारण इसमें आपको किसी तरह का मैच्योरिटी लाभ नहीं मिल सकेगा.
एलआईसी अनमोल जीवन टर्म इंश्योरेंस प्लान के फायदे ((Lic anmol jeevan 2 term plan benefits))
LIC के इस प्लान के लिए प्रीमियम की बात करें तो यदि आप 30 साल के हैं और पॉलिसी टर्म 20 साल है, तो आपका सम ऐश्योर्ड 15 लाख रुपए का होगा. वार्षिक प्रीमियम पर नज़र डालें तो इसकी राशि होगी 5,345 रुपए. इसका छह माही प्रीमियम होगा 2,727 रुपए. यानि कि आपको रोजाना मात्र 14 रुपए इस प्लान पर खर्च करने होंगे.
पॉलिसी अवधि के दौरान पाॅलिसी धारक की मृत्यु होने पर नॉमिनी को बीमा प्लान की पूरी रकम का भुगतान किया जाएगा. हालांकि प्लान की मैच्योरिटी पर लाभ की बात करे तो इसका कोई लाभ नहीं मिलता है. हां इस प्लान का आपको टैक्स में जरूर लाभ मिलेगा.
आपकी टैक्सेबल सैलरी से हर साल जीवन बीमा के 1,50,000 रुपए तक के प्रीमियम भुगतान पर आयकर की धारा “80 सी” के तहत आपको छूट दी जाती है. वहीं, नॉमिनी को मिली राशि पर भी आयकर की धारा “10 D” के तहत करमुक्त होती है.
यदि आपकी ओर से प्रीमियम का भुगतान रोक दिया जाता है तो प्लान के तहत आपको बकाया प्रीमियम भरने के लिए 30 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. इसके बाद भी प्रीमियम का भुगतान नहीं करने पर आपकी पॉलिसी और उस पर मिलने वाले सभी लाभों से वंचित रह जाएंगे.
आप अपनी रुकी हुई पॉलिसी को रिवाइव भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको अंतिम भरे हुए प्रीमियम से 2 साल के अंदर बकाया प्रीमियम का भुगतान करना जरूरी है. प्लान के तहत आप अपनी पॉलिसी सरेंडर नहीं कर सकते. ऐसे में आपको कोई सरेंडर राशि नहीं मिलेगी.
(नोट- यह लेख आपकी जागरूकता बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. एलआईसी की किसी भी पॉलिसी को लेने से पहले अपने वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)