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शारदीय नवरात्रि का अपना महत्व है. चैत्र पक्ष की नवरात्रि की तुलना में शरद ऋतु में नवरात्रि के पावन पर्व की खुश्बू में पूरे देश में फैलती है. इसे इसलिए भी शारदीय नवरात्रि कहा जाता है. मां के नौ दिनों की पूजा और आराधना अलग-अलग जगह तरह-तरह की विधि से होती है. मां आदिशक्ति की आराधना कर उनकी कृपा पाने का पर्व है नवरात्रि. शारदीय नवरात्रि के पर्व की धूम पूरे देश में होती है. विशेष रूप से पूर्व यानी की पश्चिम बंगाल और झारखंड में दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है. 

वैसे तो साल में चार बार नवरात्रि आती हैं, लेकिन इनमें सबसे अधिक महत्त्व शारदीय नवरात्रि (Navratri 2021) का है. शक्ति अर्जन के इस महापर्व के आगमन मात्र से ही प्रकृति के तमस समाप्त हो जाता है. नौ दिनों तक भक्त पूजा-पाठ कर देवी की कृपा प्राप्त करते हैं.

नौ दिन होगी माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा  (kaise kare durga puja)
नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. माता के सभी रूपों की पूजन विधि भी अलग-अलग है. मां दुर्गा की कृपा से जीवन में शुभता और संपन्नता का आगमन होता है. नवरात्रि में वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है. इस कारण जब भक्त माता की आराधना कर कोई विशेष मनोकामना करते हैं, तो निश्चित ही उसकी पूर्ति होती है. 

हर समस्या से मिलेगा छुटकारा
हर व्यक्ति को कभी न कभी किसी समस्या का सामना करना पड़ता है, कई बार व्यक्ति तमाम प्रयास करने के बाद भी हमेशा इन समस्याओं से घिरा रहता है. ऐसी सभी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए नवरात्रि आपके लिए बेहद शुभ अवसर है. सारी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए आपको अपनी राशि के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए कुछ छोटे-छोटे उपाय करने होंगे.

राशि के अनुसार करें मां दुर्गा की उपासना (How to worship goddess durga during navratri)
बारह राशियों में सबसे पहले आती है मेष. नवरात्रि में मां की कृपा पाने के लिए मेष राशि वाले चंदन का तिलक करे और तरक्की के लिए माता को रसमलाई का भोग लगाएं. 

वृष राशि के जातक नारंगी सिंदूर का तिलक लगाकर मां को गुड़ अर्पित करें. मिथुन राशि वाले अपने माथे पर दही-हल्दी का तिलक लगाएं और तरक्की के लिए मांं को लडडू चढ़ाएं. वहीं कर्क राशि वाले सफ़ेद चंदन का तिलक लगाकर तरक्की पाने के लिए माँ को तिल के लडडू चढ़ाएं. 

सिंह राशि वाले जातक अपनी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए माथे पर काजल का तिलक लगाकर मां को पंचमेवा अर्पित कर कृपापात्र बने. हल्दी का तिलक लगाकर कन्या राशि वाले तरक्की के लिए मां को दूध और केला का भोग लगाएं. तुला राशि वालों को गुड़ की खीर का भोग लगाकर दही, चावल का तिलक लगाना शुभकारी होगा.

लाल सिंदूर का तिलक लगाकर मां को मखाने चढ़ाने से वृश्चिक राशि वालों को निश्चित ही लाभ प्राप्त होगा. वहीं धनु राशि के जातक दही और दूर्वा घास का तिलक लगाकर तरक्की के लिए मांं को काजू की बर्फी चढ़ाएं. 

मकर राशि वाले चावल पीसकर तिलक लगाएं और तरक्की के लिए माँ को मख्खन मिश्री चढ़ाएं. कुम्भ राशि वाले नारंगी सिंदूर का तिलक लगाएं और मां को शहद चढ़ाएं. साथ ही मीन राशि वालों को दही-हल्दी का तिलक लगाना शुभकारी होगा. तरक्की पाने के लिए मां को बताशे चढ़ाएं.

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