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नवरात्रि में आप अपनी राशि के अनुसार मां जगदम्बा की पूजा और आराधना कर सकते हैं। फोटो: Pixabay.com)नवरात्रि में आप अपनी राशि के अनुसार मां जगदम्बा की पूजा और आराधना कर सकते हैं। फोटो: Pixabay.com)

शारदीय नवरात्रि का (Navratri importance in hindi) महत्व पूरे देश में सबसे ज्यादा है. चाहे उत्तर हो, दक्षिण हो या पूर्व या फिर पश्चिम पूरे देश में ही दुर्गा पूजा की धूम रहती है. मां दुर्गा की आराधना (navratri pujan vidhi) के यह नौ दिन हर मनुष्य के लिए तप, भक्ति और शक्ति की साधना का होते हैंं.

मां जगदम्बा के नौ दिन (Navratri 9 devi names in hindi) नौ अलग-अलग रूपों, शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कूष्माण्डा, स्कन्दमाता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी, की पूजा होती है.

हमारे देश में भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता के चलते हर जगह मां  की पूजा-आराधना के तरीके अलग-अलग भी होते हैं, लेकिन उपासना की विधि के भीतर कुछ चीजें एक जैसी होती हैं.

बहरहाल, ज्योतिष की दृष्टि (astrology and navratri) से नवरात्रि का (worship goddess durga as per Astrology) अपना महत्व है. भारतीय ज्योतिष विद्या और तंत्र साधना के भीतर मां दुर्गा के कई स्वरूपों की पूजा अपना विधान और महत्व है.

आइए जानते हैं इस शारदीय नवरात्रि में कैसे आप आपकी राशि के अनुसार (sun signs and celebration of durga Pooja) नवरात्रि में ना केवल उपाय कर सकते हैं बल्कि मां दुर्गा की पूजा भी कर सकते हैं.

1-मेष राशि के जातक कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Aries) : मेष लग्न और मेष राशि के जातकों, दोनों को ही मां दुर्गा की विशेष पूजा करनी चाहिए. 

मेष राशि का स्वामी (characteristics of arise zodiac sign) मंगल ग्रह होता है. मंगल नौ ग्रहों में सेनापति की भूमिका निभाता है. स्वभाव से उग्र और लाल रंग का भूमि पुत्र मंगल एक उग्र, तेज और ऊर्जावान ग्रह है.

मेष राशि में नौ ग्रह के राजा सूर्य उच्च के हो जाते हैं. मेष राशि के जातकों को मां दुर्गा की आराधना जरूर करनी चाहिए.

मेष राशि के जिन जातकों को शक्ति, साहस, ऊर्जा और शत्रुओं का नाश करने के लिए मां की पूजा विशेष विधि विधान से करनी चाहिए.

मां की पूजा करते समय मेष राशि के जातकों को लाल अथवा पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए. लाल रंग का तिलक लगाना चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि मेष राशि के जातकों को विशेष रूप से भगवती तारा, नील-सरस्वती या फिर माता  शैलपुत्री की विशेष आराधना करनी चाहिए.

मेष राशि के जातकों को माता को लाल फूल, विशेष रूप से गुडहल का फूल, सफेद रंग का मिष्ठान अर्पित करना चाहिए. किसी  विशेष प्रयोजन के लिए देवी पूजा करना हो तो दुर्गा सप्तशती का पाठ आपकी सारी मनोकामनाओं की पूर्ति करेगा. मेष राशि के जातक ‘मां मंगला देवी’ की आराधना करते हुए ‘ॐ मंगला देवी नम:’ के विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं.

2-वृष राशि के जातक कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Taurus): वृष या वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है. भारतीय ज्योतिष में शुक्र नवग्रहों में सौंदर्य, वैवाहिक जीवन, एश्वर्य, (characteristics of zodiac Taurus) समृद्धि, धन, प्रतिष्ठा, सम्मान और सुख-भोग विलास के अधिपति ग्रह हैं.

यदि आप वृष लग्न अथवा वृष राशि के हैं तो आपको अपने जीवन में सुख-शांति और विशेष रूप से गरीबी और दरिद्रता से मुक्ति पाने के लिए नौ दिन देवी की आराधना करनी चाहिए. वृषभ राशि के जातक महागौरी स्वरूप और मां  ब्रहमचारिणी की पूजा कर सकते हैं.

षोडशी श्री विद्या की आराधना भी वृषभ राशि के जातकों को विशेष फल देने वाली होगी. वृषभ राशि के जातक ‘मां कात्यायनी’ की भी आराधना करते हुए ‘ॐ कात्यायनी नम:’ के विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं. वृषभ राशि के जातक पूजा करते समय गुलाबी वस्त्र धारण करें, सफेद चंदन का तिलक करें, सफेद रंग के फूल चढ़ाएं, सफेद रंग का मिष्ठान मां को अर्पित करें. विशेष लाभ के लिए सिद्ध कुंचिका स्त्रोत का पाठ जरूर करें.

3-मिथुन राशि के जातक कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Gemini) : 12 राशियों में मिथुन राशि तीसरे नंबर पर आती है. मिथुन राशि के स्वामी नवग्रह में  (characteristics of zodiac Gemini)कुमार ग्रह बुध देवता हैं. बुध देवता वाणी, संचार, व्यापार-व्यवसाय, लेखन-पठन, सामग्री के अधिष्ठाता ग्रह हैं.

मिथुन लग्न और मिथुन राशि के लोग नवरात्रि में देवी दुर्गा  की आराधना जरूर करें. जिन लोगों को व्यापार-व्यवसाय में लगातार घाटा हो रहा है, धंधा मंदा चल रहा है या जम नहीं पा रहा है अथवा बुद्धि दोष के कारण सही समय  पर सही निर्णय नही ले पाते हैं, कोई मष्तिष्क संबंधी विकार है, वाणी संबंधी दोष हैं उन्हें अपने बुध को प्रबल करने के लिए मां भगवती की आराधना जरूर करनी चाहिए.

आप यदि ऐसे जातक हैं जिन्हें बुध की महादशा चल रही है, अथवा कुंडली में बुध पीड़ित है अथवा वक्रीय है तो मां की अनुकंपा के लिए आप नौ दिन व्रत रखें, हरी वस्तुओं का दान करें.

आप विशेष रूप से भुवनेश्वरी, चंद्रघंण्टा, ब्रह्मचारिणी की पूजा करें. विशेष रूप से आप ओम शिव शक्त्यै नम: मंत्र का 108 बार या फिर ॐ दुर्गाये नम:’ का जाप कर सकते हैं. तारा कवच का पाठ आपको विशेष लाभकारी होगा.

मां की पूजा करते हुए आप हरे वस्त्र पहने, फूल, केला, धूप, दीप अगरबत्ती से मां का पूजन करें. अपने व्यवसाय स्थान पर आप दुर्गा यंत्र भी स्थापित करें. शिक्षा संबंध कठिनाई आ रही हैं तो नौ दिन व्रत जरूर करें.

4-कर्क राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Cancer): नवग्रह में कर्क लग्न और राशि का विशेष महत्व है. चंद्र देव कर्क लग्न और राशि के स्वामी हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा मनुष्य का मन है.

जिन जातकों की कर्क राशि है अथवा कर्क लग्न है (characteristics of zodiac Cancer sign) उन पर चंद्रमा का प्रभाव रहता है. जो लोग मानसिक रूप से परेशान रहते हैं, अथवा कमजोर हैं या फिर जल्द ही परेशान हो जाते हैं उन्हें अपना चंद्रमा प्रबल करना चाहिए. कर्क राशि के जातकों को मां सिद्धदात्री की पूजा करनी चाहिए.

मां शिवाधात्री की पूजा से उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है. नौ दिन कर्क राशि की जातक ‘ॐ शिवाय नम:’ का जाप भी कर सकते हैं, क्योंकि शिव की जटाओं में चंद्रमा स्वयं विराजमान हैं और शिव को पूजने पर वे प्रसन्न होते हैं.

कर्क राशि के जातक नौ दिन में मां शैलपुत्री की विशेष पूजा कर मनमानी इच्छा की पूरी कर सकते हैं. नवरात्रि में देवी पूजा के दौरान कर्क राशि के जातक सफेद कपड़े पहनें और माता को बताशा, चिरौंजी, चावल-दही का भोग लगाएं.

लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ विशेष प्रभाव देगा. सोमवार को यदि मां जगदंबा की पूजा करें तो दूध और दूध से बनी मिठाई का भोग तो कर्क राशि के जातकों को 12 माह ही लगाना चाहिए.

5-सिंह राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Leo): सिंह राशि 12 राशियों में 5वे क्रम की राशि है. सिंह लग्न और सिंह राशि का स्वामी सूर्य देव होते हैं. (characteristics of zodiac Leo sign) सूर्य देव नौ ग्रहों में सर्वाधिक बड़े और राजा हैं. सारे ही ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं. सिंह राशि के जातक स्वाभिमानी, सिंह की तरह विचरण करने वाले गरिमापूर्ण, ओजस्वी व निर्भय होते हैं.

सिंह राशि के जातकों को कुंडली में सूर्य की स्थिति के अनुसार नवरात्रि में मां की आराधना करनी चाहिए. सिंह राशि के जातकों को मां कूष्मांडा की पूजा करनी चाहिए.

सिंह राशि के जातक राजग्रह अथवा सरकार से संबंधी कार्यों में ज्यादा सक्रिय रहते हैं. इन्हें मां की पूजा करते वक्त मां की तांबे के पात्र में जल भरकर, रोली, चंदन, केसर और कूपर से मां की आरती उतारनी चाहिए. विशेष फल की प्राप्ति के लिए नौ दिन का व्रत और दुर्गासप्तशती का पाठ इन्हें विशेष तरक्की देगा. मान-सम्मान और एश्वर्य की प्राप्ति देगा.

कालरात्रि या जिन्हें शीतला माता कहते हैं यानी की नौ दिनों में देवी के सातवे स्वरूप का पूजन सिंह राशि के जातकों की जिंदगी बदलकर रख देगा. शत्रुओं से परेशान हैं तो सिंह राशि के जातकों को मां भद्रकाली’ की आराधना करना चाहिए और ‘ॐ कालरूपिन्ये नम:’ की कम से कम एक माला जरूर करनी चाहिए.

6-कन्या राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Vergo): कन्या राशि और कन्या लग्न के जातकों के स्वामी बुध देवता ही हैं. बुध मिथुन और कन्या के स्वामी हैं. (characteristics of zodiac Vergo sign)कन्या राशि बुध देव की मूल त्रिकोण राशि है और इस राशि में जाकर बुध देव विशेष शक्तिशाली यानी की उच्च के हो जाते हैं. कन्या राशि के जातक को बुध देव वाणी संपन्नता, लेखक, बुद्धिशाली और विवेकवान बनाते हैं. नवरात्रि में कन्या राशि के जातकों को मां की विशेष पूजा करनी चाहिए.

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कन्या राशि के जातकों को विशेष फलदायी होगी और जॉब प्रमोशन, सम्मान-प्रतिष्ठा अर्जित करवाएगी. जातक को पूजा करते वक्त हरे वस्त्र पहनना चाहिए.

मां को पान, हरा फल, गंगाजल, हरा फूल, खीर, धूप-दीप अगरबत्ती लगानी चाहिए. जिन जातकों की बुध की स्थिति कुंडली में ठीक नहीं हो और जॉब में परेशान हो रहे हों उन्हें नौ दिन पूजा करते हुए कठिन तप और व्रत रखना चाहिए. (durga ashtami puja vidhi sign) अष्टमी के दिन मां के हवन में जरूर बैठें. इन नौ दिनों में कन्या को भोजन कराएं और किन्नरों को दान करें फिर जीवन में बदलाव देखें. दुर्गा चालीसा का पाठ यदि 12 महीने कर सकें तो बेहतर होगा.

7-तुला राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Libra): तुला राशि और तुला लग्न के स्वामी हैं शुक्र. शुक्र एक स्त्री ग्रह हैं यह व्यक्ति के जीवन में वैवाहिक सुख, धन, एश्वर्य वैभव संपदा के कारक हैं.

शुक्र वृषभ के स्वामी, (characteristics of zodiac Libra sign) तुला में स्वराशि और मीन में उच्च के यानी कि अतिशक्तिशाली हो जाते हैं. तुला राशि की विशेष रूप से कन्या जातक विवाह संबंधी समस्याओं के लिए मां भगवती के महालक्ष्मी स्वरूप की पूजा करें. जो लोग हीनता, दरिद्रता, गरीबी, विपन्नता से जूझ रहे हैं वे विशेष आराधना करें.

नौ दिन की मां की पूजा उन्हें हर कठिनाइयों से दूर करेगी. तुला के जातक महागौरी स्वरूप की पूजा भी कर सकते हैं जिससे जीवन में शुभता, आरोग्य और संपन्नता की प्राप्ति होगी.

मां की पूजा करते वक्त साफ-सुथरे या फिर नये वस्त्र ही धारण करें और पूजा में दूध, लाल चुनरी, फल, हलवा पूरी और चने का भोग लगाएं. देसी घी से आरती करें. यदि पैसे की कमी बहुत ज्यादा है और नौकरी नहीं है, धंधा ठप्प है तो फिर नौ दिन का व्रत रखते हुए दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मन से आराधना करें.

8-वृश्चिक राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Scorpio): वृश्चिक 12 राशियों के क्रम में 8वे क्रम की राशि है. (characteristics of scorpio zodiac sign)वृश्चिक राशि के स्वामी नौ ग्रहों में सेनापति स्वयं मंगल देव हैं. भूमि पुत्र मंगल इस राशि में विशेष फलदायी होते हैं. वृश्चिक के स्वग्रही मंगल जातक को अनुशासित, कुशल प्रबंधक, प्रशासक और ऊंचे पदों पर विराजित कराते हैं.

वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि के जातक की कुंडली में मंगल यदि अच्छी स्थितियों में और अनुकूल ग्रहों के साथ दृष्टि संबंध बनाते हुए अनुकूल नक्षत्रों में हुए तो जातक को अतिशुभ फल प्रदान करने वाले होते हैं.

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की (pm modi astrology) पत्रिका वृश्चिक लग्न की है और चंद्रमा लग्न में ही विराजित होने के कारण उनकी राशि भी वृश्चिक ही है. सबसे विशेष बात है कि श्री मोदी की पत्रिका (pm modi ki kundli) में मंगल वृश्चिक राशि में ही विराजित हैं.

नवरात्रि में वृश्चिक राशि के जातक मां की आराधना जरूर करें. सुबह उठकर मां का ध्यान करें और आपने जिस भी लक्ष्य को साध रखा है उसके पूर्ण होने की मां से कामना करें.

वृश्चिक के जातकों को मां के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा करना चाहिए और पूजा करते वक्त लाल वस्त्रों को धारण करें, लाल फूल, विशेष रूप से जासौन या गुडहल के फूल भेंट करें, गुड़ व चंदन के साथ पूजा करें, कपूर से माता की आरती उतारें, दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, लाल रंग की मिठाई का भोग जरूर लगाएं.

9-धनु राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Sagittarius): 12 राशियों में धनु राशि का क्रम 9वां है. धनु लग्न और धनु राशि के स्वामी नौ ग्रहों में सर्वाधिक बड़े (सूर्य को छोड़कर) स्वयं गुरु देव हैं.

कहते हैं यदि किसी की कुंडली 9 ग्रहों में केवल गुरु केंद्र अथवा (characteristics of zodiac Sagittarius sign) लग्न में हो तो उसके जीवन में सारी ग्रह विपदा दूर हो जाती है, लेकिन यदि गुरु की स्थिति अनुकूल नहीं है तो जातक के जीवन में अंधकार तय है.

गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले भी हैं, ऐसे में गुरु किसी भी जातक के जीवन में प्रकाश भरने वाले हैं. गुरु की स्थिति के बिना ना विवाह होता है, ना संतान, ना धन और आय की स्थिति ठीक होती है. गुरु देवता को धनु सबसे प्रिय राशि है, गुरु देवता धनु में स्वराशि के, कर्क में उच्च के यानी की शक्तिशाली और मीन में अतिशक्तिशाली हो जाते हैं.

नवरात्रि में धनु राशि के जातकों को माता चंद्रघंटा की पूजा करनी चाहिए. मां की पूजा करते समय पीले वस्त्र धारण करना चाहिए, हल्दी, केसर, पीले फूल, तिल का तेल, पीली मिठाई का भोग लगाना चाहिए.

10-मकर राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Capricorn): 12 राशियों के क्रम में मकर का 10 स्थान है. मकर लग्न और राशि के स्वामी स्वयं शनि देवता हैं. (characteristics of zodiac Capricorn sign) शनि देव नौ ग्रहों में न्यायाधीश हैं. वे कर्मों के अनुसार जातक को फल प्रदान करते हैं.

कुंभ राशि के स्वामी, मकर चर राशि और तुला में उच्च यानी की अतिशक्तिशाली हो जाने वाले शनि देव कष्ट देने पर आते हैं वैरागी बनाकर छोड़ते हैं और शुभ फल देते हैं तो व्यक्ति को राजा बना देते हैं.

नौ दिनों में मकर राशि के जातकों को कालरात्रि यानी की शीलता माता की पूजा करनी चाहिए. कालरात्रि को शुभकंरी भी कहा जाता है. मां की पूजा करते समय साफ वस्त्र धारण करना चाहिए और मां को सरसों का तेल, गुडहल के फूल, उड़द से बनी मिठाई या हलवे का भोग लगाना चाहिए. नौ दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और ॐ दैत्य-मर्दिनी नम:’ का जाप विशेष फल प्रदान करने वाला होता है.

11-कुंभ राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Aquarius): 12 राशियों के क्रम में कुंभ का 11वां स्थान है. कुंभ लग्न और राशि के स्वामी स्वयं शनि देवता हैं. कुंभ शनि देव की प्रिय राशि है. (characteristics of zodiac Aquarius sign)

कुंभ राशि के जातकों को नौ दिनों में मां दुर्गा की आराधना जरूर करना चाहिए. कुंडली में यदि शनि अशुभ है  अथवा साढ़े साती चल रही हो तो नौ दिन का व्रत रखते हुए जातक को गरीबों, जरूरतमंदों, विशेष रूप से मजदूरों, कामगारों, दिहाड़ी करने वाले, विधवा, बुजुर्ग, निराश्रित, असहाय, कमजोर, विकलांगों की सेवा करनी चाहिए, उन्हें उचित दान देना चाहिए.

कुंभ राशि के जातक को मां काली की पूजा करनी चाहिए अथवा ये जातक सिद्धदात्री की पूजा भी (zodiac sign of goddess kali) कर सकते हैं. कुंभ राशि के जातकों को देवी के चामुण्डा स्वरूप की पूजा करनी चाहिए. ये जातक ॐ चामुण्डायै नम:’ का जाप करें और नौ दिन का व्रत रखें तो  हर तरह की बाधा दूर होती है. देवी कवच का पाठ विशेष फलदायी होती है.

12-मीन राशि के जातक नवरात्रि में कैसे करें मां दुर्गा की आराधना: (Durga Puja for Pisces):  12 राशियों के क्रम में मीन राशि का 12वां स्थान है.

मीन राशि या मीन लग्न के स्वामी स्वयं ब्रहस्पति यानी कर गुरु देवता हैं. मीन में दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य अथवा शुक्र देव उच्च के हो जाते हैं. इस राशि के जातक कुशाग्र बुद्धि के होते हैं लेकिन मन मीन की भांति चलायमान होता है. स्थिरता की कमी होती है. गुरु की उच्च राशि व स्वराशि होने के कारण इस राशि के जातकों पर गुरु की विशेष कृपा होती है.

मीन राशि के जातकों को नौ दिन देवी के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा करनी चाहिए. नवरात्रि में बगलामुखी मां की आराधना से विशेष लाभ होता है. मां की पूजा साफ-सुथरे और नये वस्त्र में ही करें. साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें.

By विजय काशिव

ज्योतिषी

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