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सचिन पायलट (Sachin Pilot) एक ऐसा नाम है जो राजनीति में युवा शक्ति को दर्शाता है. सचिन पायलट राजस्थान से काँग्रेस में शामिल है. भारत में वर्तमान में भले ही मोदी लहर हो लेकिन राजनीति के जानकार ये अच्छी तरह जानते हैं की सचिन पायलट देश की राजनीति में कितना योगदान रखते हैं. अगर आप भी राजनीति में रुचि रखते हैं तो सचिन पायलट के जीवन (Sachin pilot life fact) से जुड़ी कुछ खास बातें आपको जाननी चाहिए. जैसे सचिन पायलट कौन है? (Sachin pilot information) सचिन पायलट की पत्नी कौन है? (Sachin pilot wife name) सचिन पायलट का राजनैतिक करियर क्या है? (Sachin Pilot Political Career) सचिन पायलट राजनीति में कैसे आए? (How Sachin Pilot come in Politics?)

सचिन पायलट कौन है? (Who is Sachin Pilot?)

सचिन पायलट (about Sachin Pilot) भारत में एक युवा राजनेता है. जो काफी कम उम्र में सांसद, केन्द्रीय मंत्री और डिप्टी सीएम (Deputy CM of Rajasthan) बने. राजनीति में आना उनकी पहली पसंद नहीं थी वो तो कुछ और ही करना चाहते थे लेकिन हालातों के चलते वे राजनीति में आए और उन्होने राजस्थान में राजनीति की दिशा बदल दी. अपनी समझ और सूझ-बुझ के चलते वे राजस्थान के डिप्टी सीएम तक बन गए.

सचिन पायलट का प्रारम्भिक जीवन (Sachin Pilot Birth and Bio)

सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 (Sachin Pilot Birth) को हुआ था. सचिन पायलट गुर्जर (Sachin Pilot Gurjar) समुदाय से है. उनके पिता स्वर्गीय राजेश पायलट (Rajesh Pilot) काँग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक थे. इन्होने स्कूल (Sachin Pilot School) की पढ़ाई नई दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से की. ग्रेजुएशन दिल्ली विश्वविध्यालय से किया. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए ये अमेरिका के पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी चले गए. जहां इन्होने व्हार्टन स्कूल से MBA किया. सचिन को उड़ान भरने का शौक था. अपने शौक के चलते उन्होने 1995 में न्यू यॉर्क से अपना निजी पायलट लाइसेन्स भी प्राप्त किया था. वे शूटिंग में भी माहिर है. उन्होने कई राष्ट्रीय राइफल और पिस्तौल शूटिंग चैंपियनशिप में दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया. इसके अलावा वे प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भी रहे. उन्हें लेफ्टिनेंट सचिन पायलट के रूप में भी जाना जाता है.

सचिन पायलट राजनीति में कैसे आए? (How Sachin Pilot Come in Politics?)

सचिन पायलट के काफी सारे शौक थे और वो कॉर्पोरेट सेक्टर में अपना करियर बनाना चाहते थे. 11 जून 2000 को पिता राजेश पायलट की एक सड़क हादसे में मौत हो गई. इस घटना ने सचिन के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें राजनीति में आना पड़ा. राजनीति में आने पर उन्हें वंशवाद जैसी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होने अपने काम से साबित कर दिया की राजनीति में सिर्फ वंशवाद नहीं बल्कि लोगों का दिल जीतना भी जरूरी है. एक इंटरव्यू में सचिन ने कहा था “ राजनीति कोई सोने का कटोरा नहीं है जिसे कोई आगे बढ़ा देगा. इस क्षेत्र में अपनी जगह खुद बनानी होती है.”

साल 2002 में सचिन पायलट काँग्रेस में शामिल हुए. इस अवसर पर उन्होने एक बड़ी किसान सभा का आयोजन किया था. साल 2004 में सचिन ने चौदहवी लोकसभा के लिए राजस्थान की दौसा सीट से चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई और वो सांसद बन गए. 26 साल की उम्र में वे भारत के सबसे युवा सांसद थे. इसके बाद सचिन 32 साल की उम्र में केन्द्रीय मंत्री बने और 36 साल की उम्र में राजस्थान के प्रदेश काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने. जिसके बाद उन्हें राजस्थान का उप मुख्यमंत्री पद दिया गया.

सचिन पायलट की पत्नी (Sachin Pilot Wife)

सचिन पायलट राजनीति के अलावा अपनी शादी को लेकर भी विवादों में रहे हैं. सचिन पायलट की शादी जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुख अब्दुल्लाह की बेटी सारा अब्दुल्लाह (Sara Abdullah) से हुई है. कई लोग उन पर सवाल उठाते हैं की उन्होने दूसरे धर्म की लड़की से शादी की है. इसका जवाब देते हुए उन्होने कहा था “धर्म एक बहुत ही व्यक्तिगत मामला है. जब आप ज़िंदगी के अहम फैसले लेते हैं तो धर्म और जाति के आधार पर ही फैसला नहीं लेना चाहिए.”

सचिन पायलट को वर्तमान में राजस्थान के डिप्टी सीएम के पद से हटा दिया गया है जिसके बाद राजनीति में हलचल मच गई है. हालांकि सचिन पायलट ऐसी स्थितियों से निपटना बखूबी जानते हैं. उन्होने कम उम्र में राजनीति में जो मुकाम पाया है वो बहुत ही कम लोग पाते हैं.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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