Fri. Apr 26th, 2024

सावन शिवरात्रि में कब चढ़ाएं जल , जानिए क्या है सावन शिवरात्रि का महत्व

sawan shivratri puja

सावन शिवरात्रि सभी शिवभक्तों के लिए खास होती है. सावन शिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने का भी विशेष महत्व होता है. सावन शिवरात्रि पर आप शिवजी को प्रसन्न कर सकते हैं. सावन शिवरात्रि से जुड़े कुछ खास सवालों के जवाब आप इस लेख में पढ़ सकते हैं.

सावन शिवरात्रि कब है ? (Sawan Shivratri Timing) 

महाशिवरात्रि सालभर में एक ही बार मनाई जाती है लेकिन साल भर में हर महीने में एक शिवरात्रि आती है. सावन माह में आने वाली शिवरात्रि को सावन महाशिवरात्रि कहा जाता है. सावन महाशिवरात्रि सावन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है. 

सावन शिवरात्रि पर जल चढ़ाने का समय (Sawan Shivratri Shubh Muhurta) 

सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव को जल कब चढ़ाएं? इस बात को लेकर काफी लोग परेशान हैं. वे इस कार्य के लिए शुभ मुहूर्त की तलाश कर रहे हैं. सावन शिवरात्रि पर जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 44 मिनट से 8 बजकर 28 मिनट तक रहेगा. वहीं शाम को आप 7 बजकर 24 मिनट से 9 बजकर 28 मिनट तक शिवलिंग को जलाभिषेक कर सकते हैं.

सावन शिवरात्रि की पूजा कैसे करें? (Sawan Shivratri Puja Vidhi) 

सावन शिवरात्रि पर जल चढ़ाने के अलावा आपको शिवजी के पूजा भी विधि-विधान से करना चाहिए. आप शुभ मुहूर्त में शिवजी की पूजा करें. सावन महाशिवरात्रि की पूजा विधि आप नीचे पढ़ सकते हैं.

– सबसे पहले प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
– इसके बाद भगवान शिव के समक्ष जाकर उनके व्रत का संकल्प लें.
– शुभ मुहूर्त में भगवान शिव का जलाभिषेक करें और साथ में महामृत्युंजय जाप करें.
– भगवान शिव को गंगाजल, दूध, घी, शहद, शक्कर आदि अर्पित करें.
– अभिषेक करने के बाद शिवलिंग पर पुष्प, सफेद चंदन, बेलपत्र, धतूरा, कपूर, फल, रोली आदि अर्पित करें.
– इसके बाद भगवान शिव का ध्यान करें. शिव चालीसा , शिव स्तुति , शिव अष्टक आदि का जाप करते रहें.
– अंत में शिवरात्री की कथा सुनें और अपने परिवार के साथ शिवजी की आरती करें.

सावन शिवरात्रि में रखे ये सावधानी

सावन शिवरात्रि में भगवान शिव को जल अभिषेक करते समय कुछ खास बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.

– भगवान शिव को जब भी जलाभिषेक करें तब उत्तर दिशा की ओर मुख करके अभिषेक करें.
– कभी भी भगवान शिव को पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल अभिषेक न करें. ये भगवान शिव के प्रवेश की दिशा मानी जाती है.
– भगवान शिव को यदि आप जल अर्पित कर रहे हैं तो उसके लिए हमेशा तांबे के लोटे का ही उपयोग करें .
– भगवान शिव को दूध अर्पित करने के लिए आप पीतल या स्टील का लॉट उपयोग करें .
– भगवान शिव को कभी भी एक साथ पूरा जल न चढ़ाएं, एक धारा बनाकर धीरे-धीरे अर्पित करें.
– शिवजी को जल अर्पित करते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप अवश्य करें. इससे आपका भय दूर होगा और बीमारियाँ भी आपसे दूर रहेगी .

सावन शिवरात्रि के मौके पर सच्चे मन से भगवान शिव की पूजा करें. आप निस्वार्थ होकर भगवान शिव की आराधना करेंगे तो वे आपकी हर मुश्किल को दूर करेंगे.

यह भी पढ़ें :

Sawan Somvar 2023 : सावन सोमवार पर ऐसे करें भगवान शिव की पूजा, होगी हर मनोकामना पूरी

Sawan Upay 2023 : सावन के महीने में करें ये उपाय, बरसेगी महादेव की कृपा

Sawan Somvar Vrat katha : सावन में पढ़ें सोमवार व्रत कथा, शिवजी करेंगे हर मनोकामना पूरी!

By पंडित नितिन कुमार व्यास

ज्योतिषाचार्य पंडित नितिन कुमार व्यास मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रहते हैं. वे पिछले 35 सालों से ज्योतिष संबंधी परामर्श और सेवाएं दे रहे हैं.

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *