पिछले काफी समय से शाहिद कपूर की किस्मत उनके साथ दगाबाजी करती नजर आ रही है. ’हैदर’ (2014) के बाद लाख कोशिशों के बावजूद, शाहिद कपूर को कामयाबी नसीब नहीं हो पा रही है.
हैदर (2014) के बाद अब तक, शाहिद कपूर, शानदार (2015) उड़ता पंजाब (2016) और ’रंगून’ (2017) जैसी फ्लॉप फिल्में दे चुके हैं. संजय लीला भंसाली की ’पद्मावत’(2018) हिट हो चुकी है लेकिन शाहिद कपूर को उसका कोई खास लाभ नहीं मिल सका. इसमें उन्होंने रानी पद्मावती के पति राजा रतन सिंह का किरदार निभाया.
’कमीने’ (2009) और ’हैदर’ (2014) जैसी फिल्मों के बाद विशाल भारद्वाज के साथ ’रंगून’ (2017) शाहिद कपूर की तीसरी फिल्म थी. उनके साथ काम करते हुए पहली दो फिल्मों में नाम कमा चुकेे शाहिद कपूर को स्वाभाविक रूप से इस फिल्म से काफी उम्मीदें थीं लेकिन इस बार उन्हें मुंह की खानी पड़ी.
शानदार (2015) और ’उड़ता पंजाब’ (2016) के बाद ’रंगून (2017) का फ्लॉप हो जाना निश्चित ही शाहिद के कैरियर के लिए जोरदार झटका साबित हुआ.
शाहिद कपूर ने सुभाष घई की ’ताल (1999) में एक छोटा सा किरदार निभाया था. नायक के तौर पर उनकी पहली फिल्म कैन घोष निर्देशित ’इश्क विश्क’ (2003) थी. 14 साल के कैरियर में शाहिद अब तक 28 फिल्में कर चुके हैं लेकिन उनका कैरियर हिचकोले खाता रहा है.
अपने किरदारों को लेकर शाहिद ने सबसे ज्यादा प्रयोग किये. ’विवाह’ (2006) और ’जब वी मेट (2007) बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुईं और ’हैदर’ (2014) में उनके काम को खूब चर्चा मिली लेकिन इनके अलावा शाहिद के सारे प्रयोग असफल ही रहे.
टी.सिरीज और के एंटरटेनमेंट, शाहिद कपूर के साथ ’बत्ती गुल मीटर चालू बना रहे हैं. इसे 2017 में टॉयलेटः एक प्रेमकथा’ जैसी सुपर हिट फिल्म बनाने वाले श्रीनारायण सिंह निर्देशित कर रहे हैं. सोशल ड्रामा बेस्ड इस फिल्म में शाहिद कपूर एक वकील के किरदार में है.
’बत्ती गुल मीटर चालू’ में शाहिद के साथ अभिषेक बच्चन भी एक खास किरदार में नजर आयेंगे. इसकी रिलीज डेट 31 अगस्त घोषित की जा चुकी है. शाहिद के अपोजिट मेन फीमेल लीड में श्रद्धा कपूर नजर आएंगी. शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर दोनों को ही अपनी पिछली नाकामियों के बाद एक ऐसी फिल्म की जरूरत है जो उनके कैरियर को संभल सके. उम्मीद की जा रही है कि ’बत्ती गुल मीटर चालू’ उनके करियर के लिए चमत्कार कर सकती है.