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belpatra ke niyam

शिवजी को बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है. इस बात को सभी जानते हैं लेकिन काफी सारे लोग ये नहीं जानते हैं कि शिवजी को बेलपत्र कैसे अर्पित करें? बेलपत्र से जुड़े नियम क्या है? 

सावन के महीने में जब हर सोमवार को शिवजी की पूजा होगी तो साथ में आप बेलपत्र भी शिवजी को अर्पित करेंगे. इस दौरान आपको पता होना चाहिए कि बेलपत्र अर्पित करने का सही तरीका क्या है?

बेलपत्र अर्पित करने के भी कुछ नियम होते हैं. जिनका यदि पालन किया जाए तो शिवजी बेलपत्र अर्पित करने पर आपकी हर मनोकामना पूरी करते है. 

शिवलिंग पर बेलपत्र क्यों चढ़ाते हैं?

आपने हर शिव मंदिर में देखा होगा कि लोग शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते है. लेकिन शिवजी को सबसे ज्यादा बेलपत्र ही क्यों चढ़ाया जाता है? इस सवाल का जवाब काफी कम लोग जानते हैं.

इस सवाल से जुड़ी कथा योगिनीतंत्रम में आती है. जिसमें नारदजी शिवजी से पूछते हैं कि आपको सबसे अधिक प्रिय क्या है? 

तब भगवान शिव कहते हैं कि मुझे सबसे ज्यादा प्रिय सजह भाव से भक्ति करने वाला है. इसके साथ ही मुझे जल के साथ बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है. जो भक्त अखंड श्रद्धा से मुझे बेलपत्र अर्पित करते हैं उन्हें मैं अपने लोक में स्थान देता हूं.

शिवजी कहते हैं कि बेलपत्र के तीन पत्ते तीनों वेदों की तरह है. तथा बेलपत्र के तने शास्त्रों की तरह है. बेलपत्र के पत्ते मेरी जटा के ही हैं. 

शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने के नियम

शिवलिंग पर बेलपत्र यदि नियम के साथ चढ़ाएँ जाये तो ही भगवान शिव उन्हें स्वीकार करते हैं. बेलपत्र चढ़ाने से पहले इनके नियम के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए.

– शिवजी को चढ़ाएँ जाने वाले बेलपत्र में तीन पत्तियाँ एक साथ होती है. इन तीनों पत्तियों को एक बेलपत्र माना जाता है.

– बेलपत्र की पत्ती कटी हुई नहीं होना चाहिए. 

– बेलपत्र साबुत होना चाहिए. इस पर किसी कीट द्वारा कोई निशान बना नहीं होना चाहिए.

– बेलपत्र में कोई छेद नहीं होना चाहिए.

– बेलपत्र को हमेशा चिकनी सतह की ओर से ही शिवजी को स्पर्श कराना चाहिए.

– बेलपत्र अर्पित करते समय जल की धारा अवश्य चढ़ाएँ.

– जल के बिना बेलपत्र को अर्पित नहीं करना चाहिए.

– आपके पास यदि ज्यादा बेलपत्र उपलब्ध नहीं है तो आप पहले से चढ़े हुए बेलपत्र को धोकर फिर से भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं.

बेलपत्र के उपाय

सावन सोमवार दौरान आप बेलपत्र अर्पित करके शिवजी को प्रसन्न कर सकते है. इसके साथ ही आप कुछ समस्याओं के लिए बेलपत्र के उपाय भी कर सकते हैं.

यदि आपकी शादी में देरी हो रही है या फिर कोई बाधा आ रही है तो आप बेलपत्र के उपाय द्वारा अपनी शादी के दोष को दूर कर सकते हैं. 

– इसके लिए आप 108 बेलपत्र लें.

– बेलपत्र पर चन्दन से राम लिखें.

– इसके बाद ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए बेलपत्र शिवजी को अर्पित करें.

– सारे बेलपत्र अर्पित करने के बाद शिवजी से शीघ्र विवाह की कामना करें.

यदि आपको या आपके परिवार में किसी व्यक्ति को गंभीर बीमारी है तो उस बीमारी के जल्दी निपटान हेतु आप सावन सोमवार में शिवजी से विनती कर सकते है.

– इसके लिए 108 बेलपत्र लें.

– एक पात्र में चन्दन का इत्र लें.

– इसके बाद एक-एक बेलपत्र को चन्दन के इत्र में डुबाते जाएँ और शिवजी को अर्पित करते जाएँ.

– हर बेलपत्र को अर्पित करने के साथ ‘ॐ हौं जूं सः’ मंत्र का जाप करें. 

– सारे बेलपत्र अर्पित करने के बाद शिवजी से अच्छे स्वस्थ की कामना करें.

बेलपत्र को आयुर्वेदिक दवाइयों में भी उपयोग किया जा सकता है. इसके सही तरीके से सेवन करने पर आप कई तरह की बीमारियों से निजात पा सकते हैं. बेलपत्र के आयुर्वेदिक उपचार के लिए आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं.

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By पंडित नितिन कुमार व्यास

ज्योतिषाचार्य पंडित नितिन कुमार व्यास मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रहते हैं. वे पिछले 35 सालों से ज्योतिष संबंधी परामर्श और सेवाएं दे रहे हैं.

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