Wed. Apr 24th, 2024
पति-पत्नी का रिश्ता आपसी विश्वास का होता है. (Pixabay.com)पति-पत्नी का रिश्ता आपसी विश्वास का होता है. (Pixabay.com)

शादी के सालों गुजर जाने के बाद एक सुलझा हुआ रिश्ता धीरे-धीरे गलतफहमियों और तनाव का शिकार होने लगता है.  खुशहाल दांपत्य जीवन की गाड़ी डिरेल होने लगती है. शादी में प्यार की जगह घुटन, बेचैनी और अलगाव बढ़ जाता है. (relationship tips for couples in hindi) खासतौर पर बच्चों के बाद उनकी देखरेख की जिम्मेदारी पति-पत्नी दोनों पर ही होती है, लेकिन (husband’s marriage tips for wives) कई बार पति-पत्नी में अपने दायित्वों का बोझ उठाने के चक्कर में आपसी रिश्तेे में कड़वाहट घुलने लगती है. आइए जानते हैं शादी के बाद रिश्तों में प्यार बढ़ाने के लिए कुछ  जरूरी बातें. 

शादी के बाद प्यार कम क्यों हो जाता है? (After marriage life tips in hindi)

दरअसल, शादी के बाद जिंदगी बदल जाती है. (does relationship change after marriage) जिम्मेेदारियां बढ़ती हैं दायित्व अलग हो जाते हैं. आज के समय में तो (pati patni kaise rahana chahie) वर्किंग कपल होने के चलते रिश्तों में तनाव का असर बच्चों पर भी होने लगाा है.  रिश्तों में बढ़ती ये दूरियां दांपत्य जीवन को तबाह कर देती हैं. (pati patni ka rishta kaise hota hai) ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आपसी प्यार और सहमति के बीच दांपत्य को बचाया जाए और रिश्ते में प्यार को बढ़ाया जाए.

-अक्सर एक समय के बाद बच्चों की (what are the responsibilities after marriage) जिम्मेदारी और उन पर ध्यान देनेे को लेकर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता है. होमवर्क, पढ़ाई, बच्चों को टाइम ना दे पाना, बच्चों की बीमारी ये सब छोटी-छोटी बातें होती हैं जो तनाव का कारण बनती हैं. ऐसे में बेहतर है मिलकर बच्चों पर ध्यान दें क्योंकि आपके झगड़ों और मनमुटावों का सीधा असर बच्चों पर होगा. (How does marriage affect a child’s life). बच्चों को इस बात का अहसास दिलाएं कि उनके माता-पिता या पेरेंट्स के बीच सबकुछ ठीक है.

-बात-बात पर बच्चों के सामने झगड़ा करना, उनके मन में आप दोनों पति-पत्नी के बीच सम्मान में कमी पैदा कर सकता है. एक समय ऐसा भी आता है जब बच्चों की वजह से आपका दांपत्य और शादीशुदा जिंदगी प्रभावित होने लगती है. (How can I save my marriage with kids) ऐसे में जरूरी है कि बच्चों के बीच एक दूसरे को संभालें और ऐसा ना जताएं कि दोनो में से एक कोई बच्चे के पास और साथ है. यह बहुत ही गंभीर बात है. आपस में झगड़ा अथवा बात करते हुए इस बात को सुलझाने का प्रयास करें. 

-यदि पति-पत्नी दोनों ही वर्किंग हैं (Relationship Tips For Married)  तो फिर दोनों ही एक दूसरे का ख्याल रखें. काम का बोझ किसी एक व्यक्ति पर ना डालें बल्कि इसे मिलकर साझा करें. दोनों वर्किंग है तो जाहिर है कमाई ज्यादा होती है लिहाजा घर में मेड रखें और चाहें तो सर्वेंट रखें.

-आपसी विश्वास को बढ़ाएं. विश्वास ही एक ऐसा बंधन है जिसके चलते एक सुखद दांपत्य में सुंदर रिश्ता टिकता है. (pati patni ka rishta kaise majboot kare) विश्वास बढ़ेगा तो एक दूसरे के प्रति ईमानदारी भी बढ़ेगी. महानगरों में रिश्तों में ईमानदारी और विश्वास की ही कमी होती है.

-लड़कियां रिश्ते को लेकर थोड़ा सा पजेसिव रहती हैं. उनका दिल कोमल रहता है ऐसे में जरूरी है कि (marriage tips for wife in hindi) मेल पार्टनर तो अपनी फीमेल पार्टनर का ध्यान रखें. पत्नी भी अपने पति का सम्मान और ध्यान रखे और छोटी-छोटी चीजों की जरूरत पर फोकस करे. पत्नियों का पति की ओर ध्यान ना देना कई बार मनमुटाव का कारण होता है. स्वयं की अपेक्षा के प्रति यदि अलर्ट हैं तो दूसरे की उम्मीदों को भी समझना होगा.

-एक दूसरे का सम्मान करें. (how to live happy married life) पति-पत्नी अपने आत्मसम्मान का ध्यान रखें. आत्मसम्मान प्यार से बढ़कर चीज है, यही वह चीज है जिससे आपका रिश्ता मजबूत होगा. पब्लिक प्लेेस में झगड़ने लगना, जोर-जोर से चीख चिल्लाकर अपनी बातें कहना और यहां तक की नौबत मारपीट तक आ जाना, खतरनाक है. इससे बचें.

-एक दूसरे की गलतियों को समझें और बजाय उसे सुधारने के लिए जिंदगी में जगह दें. हर बार ये कोशिश ना करें कि एक दूसरे को बदलें. बहुत ज्यादा बदलाव एक समय के बाद संभव नहीं है. रिश्ते में बदलाव को स्वीकार करें.

-एक दूसरे को समय दें. वीक एंड पर साथ में फिल्म देखें और बच्चों को मिलकर टाइम दें ताकि एक हैप्पी फैमिली बनी रहे. सबसे बेहतर होगा पिकनिक या आउटिंग प्लान करें.

-एक दूसरे की केयर करना सीखें. तबियत का हालचाल लें. कई बार छोटी-छोटी बातें रिश्तों को मजबूत बनाती हैं. “आप कैसे हैं” और “तुम ठीक हो” एकमात्र यही शब्द आपके दिल में प्रेम जगाता है.

-मन की बातों को दबाकर ना रखें. एक दूसरे से ज्यादा से ज्यादा बात करें और बात करते हुए एक दूसरे को समझने का प्रयास करें. ध्यान रखें कि आधी-अधूरी बातें ना करें. मिस कम्युनिकेशन कई दूसरी बातों को बढ़ाता है. 

दांपत्य में लड़ाई और झगड़े की वजह एक दूसरे के ससुराल वालों अथवा पेरेंट्स के रवैये को लेकर भी होती है. कौन सा रिश्तेेेेदार कैसा है, शादी में किसने क्या किया था और किसने क्या कहा था जैसी बातें अक्सर सालों-साल तक बड़े झगड़ों का कारण बनती है. इसे डिस्कस ना करें और बेहतर होगा कि झगड़ने की नौबत आए तो मौन साध लें. कम से कम एक व्यक्ति तो ऐसा कर ही सकता है. इससे झगड़ा बढ़ेगा नहीं बल्कि टल जाएगा.

डिस्क्लेमर नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. दांपत्य आपसी विश्वास और ईमानदारी पर टिका है. यदि आपके वैवाहिक जीवन में दिक्कतें हों तो किसी योग्य मैरिज काउंसर से सलाह लें. 

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