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Trade Fair In India: व्यापार मेले में शामिल होने के लिए क्या करें?

Pragati_Maidan Tarde Fair New Delhiकिसी भी व्यापार मेले में शामिल होने के लिए आपको लाइसेंस लेना अनिवार्य है.

मेले (what is fair) का अर्थ ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में लगने वाले उन आयोजनों से लगाया जाता है जहां एक निर्धारित दिनों के लिए कई सारी दुकानें, खाने-पीने और मौज-मस्ती की चीजें एक जगह उपलब्ध हों. मेला पुराने समय से ही मनोरंजन की जगह रहा है, यही नहीं इसे व्यापारिक खरीदारी की भी मुख्य जगह मानी जाती रही है.

यह अक्सर उत्सव, पर्व, किसी जयंती अथवा माह विशेष में किसी स्थान की विशेषता के चलते आयोजित किए जाते रहे. मेले कई तरह के रहे हैं.

भारत में कुंभ मेला (kumbh mela), माघ मेला, विश्व पुस्तक मेला (world book fair delhi), नौचंडी मेले, पुष्कर का मेला, हरियाणा के फरीदाबाद के पास लगने वाला सूरजकुंड मेला (surajkund mela) जैसे कई विश्व प्रसिद्ध मेले रहे हैं. अब तो कई तरह के महोत्सव भी मेले के रूप में सामने आए हैं. हालांकि आधुनिक समय में मेला बाकायदा एक उद्देश्य के रूप में सामने आया है.

व्यापार मेला ऐसा ही एक स्वरूप है. व्यापार मेला (Trade fair or Trade show)  को आप औद्योगिक प्रदर्शनी भी कह सकते हैं. व्यापार मेले में कई तरह के छोटे-बड़े उद्योग अपने द्वारा किए जा रहे उत्पादन के बारे में बताते हैं और उसे बेचते हैं. हालांकि अमूमन ट्रेड फेयर्स आम जनता के लिए खुले नहीं होते.

ऑटो मोबाइल फेयर या (Auto Expo)  में कंपनियों और उनके प्रतिनिधियों को ही जाने की अनुमति होती है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला जो दिल्ली में लगता है वह, दिल्ली के आलावा ग्वालियर, कोलकाता, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, गुजरात सहित कई बड़े-बड़े शहरों में भी कई तरह के आयोजित किया जाता है.

दिल्ली के प्रगति मैदान (Pragati Maidan New Delh) में लगने वाला यह व्यापार मेला  (India International Trade Fair) चीन में आयोजिन व्यापार मेले के बाद यह एशिया का सबसे बड़ा व्यापार मेला है. इसका उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना है. इसमें हस्त निर्मित वस्तुओं, कपड़े, कांच के सामान, बाइक, सोफे, पलंग आदि रोजमर्रा की चीजों की प्रदर्शनी लगती है.

यह भारत सरकार (Indian government)  के नोडल व्यापार संवर्धन एजेंसी, भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है. यह आयोजन भारत के नई दिल्ली के प्रगति मैदान में हर साल 14 से 27 नवंबर के बीच आयोजित किया जाता है.

व्यापार मेले में जाने के लिए एक विशेष प्रकार के (how to prepare for a trade show) लाइसेंस की जरूरत होती है. जो भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के द्वारा दिया जाता हैं. व्यापार मेले की (Trade Fair License) अवधि के दौरान किसी भी पेशे, कंपनी, फर्म आदि को व्यापार मेला में बुलाने के लिए व्यक्तियों को लाइसेंस दिया जाता है. इसकी फ़ीस प्राधिकरण तय करता है. 

व्यापार मेला प्रगति मैदान के 16 बड़े हॉल में लगाया जाता है. इसमेंं कंपनियों को अपनी प्रदर्शनियों को लगाने के लिए जगह और सुरक्षा से संबधित लाइसेंस लेना पड़ता है. इसके बाद ही आप किसी भी प्रकार की प्रदर्शनी लगा सकते हैं. इसके लिए शुल्क भी देय होता है.

व्यापार मेले में प्रदर्शनी लाइसेंस शुल्क प्रति वर्गमीटर के आधार पर लिया जाता है. सकल क्षेत्र के लिए प्रति दर लाइसेंस शुल्क में सामान्य लाइटिंग, हॉल स्ट्रीट की छत की छत और प्रगति मैदान में फाटकों पर सामान्य सुरक्षा शामिल है.

लाइसेंस शुल्क में एयरकंडिशनिंग शुल्क, स्टैंड लाइटिंग चार्ज और डिमोस्ट्रेशन मशीनों के लिए बिजली की खपत के शुल्क शामिल नहीं रहता है.

व्यापार मेले में निम्न लाइसेंस लेना अनिवार्य है (Tips for exhibiting at trade shows)
माल और सेवा कर (जीएसटी GST)- व्यापार मेले में शामिल होने जा रहे सभी प्रदर्शनीकर्ताओं को जीएसटी का पंजीकरण जरूरी है. (GST rate and registration on exhibition stall)  यह सभी प्रदर्शकों जिसमें विदेशी और भारतीय दोनों शामिल है के लिए अनिवार्य है.

यही नहीं यदि आप किसी राज्य विशेष में आयोजित मेले में शामिल होना चाहते हैं तो आपको उस राज्य के अतर्गत भी व्यवसाय (माल की बिक्री) से पहले GST के तहत पंजीकृत करवाना होगा.

प्रदर्शन लाइसेंस- (how to sell at trade shows) आपको बता दें कि लंबे समय से (ITPO -India Trade Promotion Organisation) थिएटर / ऑडिटोरिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है. खास बात यह है कि ऐसे स्थान जहां प्रचारक / विपणन शो का आयोजन में शामिल होने के लिए व्यापारियों अथवा प्रदर्शकों को स्थानीय अथवा राज्य पुलिस यदि आप दिल्ली में शामिल होने जा रहे हैं तो दिल्ली पुलिस से अनुमति लेनी होती है. यही नहीं आप किसी भी व्यापार मेले में तब तक शामिल नहीं हो पाएंगे जब तक आपके पास व्यापार मेले का लाइसेंस ना हो.

 कॉपी राइट लाइसेंस (copyright license agreement): ऐसे ही यदि आप किसी व्यापार मेले में कॉपी राइट सामग्री को बेचने जा रहे हैं अथवा उसकी प्रदर्शनी लगाने का प्लान कर रहे हैं तो आपको कॉपीराइट सोसायटी से कॉपीराइट सामग्री के उपयोग के लिए सभी आवश्यक लाइसेंस लेने होंगे.

ये लाइसेंस फोनोग्राफिक परफॉर्मेंस लिमिटेड और आईपीआरएस लाइसेंस होते हैं. इसे आपसे ITPO मांग सकता है और आपको इसे उपलब्ध कराना होगा.

नोट: यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है और इसे दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में शामिल होने की अनिवार्य शर्तों के रूप में देखें. संबंधित विषय की अधिक जानकारी के लिए स्थानीय प्रशासन और राज्य विशेष सरकार के पैमाने अलग होते हैं. किसी भी मेले में शामिल होने के लिए आयोजक व आयोजन संबंधी समिति से संपर्क करें.

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