Malicious Apps List : Google Play Store पर कई ऐसे ऐप्स हैं, जिन्हें उपयोगकर्ता बिना किसी कारण के अपने मोबाइल में इंस्टॉल करते हैं. इसलिए, साइबर अपराधी इसे एक अवसर के रूप में देखते हैं. Google Play Store पर ऐसे कई ऐप्स हैं जिनके इंस्टॉल होने से फोन में मैलवेयर आने की संभावना बढ़ जाती है और कई बार इनसे संवेदनशील जानकारी लीक होने का खतरा भी हो जाता है. ऐसे में एक रिपोर्ट के मुताबिक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.
एक ताजा रिपोर्ट में ऐसे 12 खतरनाक ऐप्स के बारे में जानकारी दी गई है. ऐसे कुछ ऐप्स 2021 से 10 सितंबर 2023 तक Google Play Store पर उपलब्ध थे, जो यूजर डेटा लीक कर रहे थे. हम आपको कुछ ऐसे ऐप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें इंस्टॉल होने पर आपको तुरंत डिलीट करना होगा.
इन ऐप को करें डिलीट
रफाकत, प्रिवी टॉक, मीटमी, लेट्स चैट, क्विक चैट, चिट चैट, हैलो चैट, याहू टॉक, टिकटॉक, निडस, ग्लोचैट, वेव चैट, अगर आपने इनमें से कोई भी ऐप अपने फोन में इंस्टॉल किया है तो कृपया उन्हें तुरंत डिलीट कर दें.
प्ले स्टोर से करें ऐप डाउनलोड
उपयोगकर्ताओं को उन लोगों द्वारा अनुशंसित अस्पष्ट चैट ऐप्स डाउनलोड करने से बचना चाहिए जिन्हें वे नहीं जानते हैं. किसी भी वेबसाइट से ऐप्स डाउनलोड करने से बचें. आधिकारिक साइट या प्ले स्टोर से कोई भी ऐप डाउनलोड करें.
साइबर क्राइम सिटी है मुंबई
देश में लगातार साइबर क्राइम के केस बढ़ते जा रहे हैं. इसके सबसे ज्यादा मामले देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में सामने आए हैं. मुबई में 2018 से 2022 के बीच 243 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक साइबर अपराधों की संख्या 1375 से बढ़कर 3723 हो गई है. 2022 में, ‘क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी’ सबसे अधिक रिपोर्ट किया गया साइबर अपराध था.
इस बीच, साइबर अपराध जांच को कई तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. अपराध को रोकने के लिए जन जागरूकता की बहुत आवश्यकता है. नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर मिलिंद भारम्बे ने कहा है कि पुलिस लोगों में जागरूकता पैदा कर रही है.