घर हम सभी के लिए जरूरी है और इसे लेने के लिए हम होम लोन लेते हैं. होम लोन लेने के लिए सबसे जरूरी चीज जो होती है वो ये है कि आप उस लोन को चुका सकते हैं या नहीं. इसलिए देखा जाता है कि आप नौकरी कर रहे हैं या नहीं. आमतौर पर नौकरी करने वालों को उनकी सैलरी के आधार पर होम लोन दिया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिनकी नौकरी नहीं है वे भी होम लोन ले सकते हैं.
बिना नौकरी के कैसे मिलेगा होम लोन? (Home loan without job)
होम लोन लेने वालों की दो कैटेगरी है. पहली तो नौकरी पेशा लोगों की है जिन्हें उनकी सैलरी के आधार पर लोन दिया जाता है. आमतौर पर उनकी सैलरी का 50 प्रतिशत हिस्सा तय करता है कि उन्हें कितना लोन मिलेगा. जिन लोगों की सैलरी कम है उन्हें कम लोन मिलेगा जिनकी ज़्यादा है उन्हें ज्यादा मिलेगा. इसके लिए उन्हें अपनी सैलरी स्लिप और अकाउंट की डिटेल देनी होती है.
सेल्फ इंप्लाॅइड लोगों को मिलता है होम लोन (Home loan for self employed person)
होम लोन लेने वालों की जो दूसरी कैटेगरी होती है वो है सेल्फ इंप्लाइड की. ये वो लोग है जो खुद का काम करते हैं या बिजनेस करते है. इन लोगों को बैंक या एनबीएफसी आसानी से लोन दे देता है. इन्हें किसी जाॅब या सैलरी स्लिप की जरूरत नहीं होती. हालांकि इन्हें भी नौकरीपेशा लोगों की तरह कुछ जरूरी डाॅक्यूमेंट देना होते हैं.
सेल्फ इंप्लाॅइड लोगों के होम लोन के लिए जरूरी दस्तावेज (Important document for home loan)
सेल्फ इंप्लाॅइड, कारोबारी या प्रोफेशनल्स को जरूरी दस्तावेज के रूप में तीन साल का इनकम टैक्स रिटर्न, आॅडिटर्स से सत्यापित बैलेंस शीट और इनकम स्टेटमेंट, पहले से लिए गए लोन का विवरण, दुकान या कारोबारी इकाई का वैट रजिस्ट्रेशन और जरूरी लाइसेंस की काॅपी देना होती है. इनके अलावा शिक्षा और पेशेवर लोगों को इनके सर्टिफिकेट की काॅपी देना होती होती. इन्हें जमा करके आप होम लोन के लिए अप्लाय कर सकते हैं.
होम लोन का प्रोसेस दोनों के लिए एक जैसा ही है. बस थोड़ा बहुत डाॅक्यूमेंट का अंतर है. नौकरी पेशा लोगों को अपनी सैलरी की जानकारी देना होती है वहीं बिजनेस करने वाले को अपने बिजनेस से होने वाली आमदनी की जानकारी देना होती है. बैंक या एनबीएफसी आपकी आमदनी के हिसाब से ही आपको होम लोन दे पाएगा.