बैंक लाॅकर के बारे में तो आपने सुना ही होगा. कई लोग बैंक में लाॅकर लेते हैं लेकिन बैंक में लाॅकर कैसे लिया जाता है इस बारे में कई लोग नहीं जानते. बैंक में लाॅकर लेने के लिए आपको बैंक द्वारा बताई गई एक प्रोसेस करना होती है. बैंक लाॅकर खोलने के लिए आपको क्या करना है (How to open bank locker), इसके लिए कितनी फीस लगती है (Bank locker fees), बैंक लाॅकर को कैसे ओपन करते हैं और इसमें रखी चीज़ें कितनी सुरक्षित है? ये सारी बातें आप इस लेख में पढ़ेंगे.
बैंक में लाॅकर कैसे खुलवा सकते हैं? (How do I open a bank locker?)
बैंक में लाॅकर कोई भी व्यक्ति खुलवा सकता है. यदि आपका बैंक में सेविंग अकाउंट है तब या फिर नहीं है तब भी. वैसे बैंक लाॅकर खुलवाने से पहले कहता है कि आप बैंक में एफडी करवाए जिससे उन्हें लाॅकर के चार्जेस का पैसा मिलता रहे लेकिन अगर आपका सेविंग अकाउंट है तब भी आप लाॅकर ले सकते हैं. इसके लिए आपको बैंक द्वारा तय की गई राशि मेंटेनेंस राशि के रूप में देना होती है.
क्या बैंक लाॅकर के लिए एफडी करना जरूरी है? (Is FD mandatory for locker?)
बैंक में लाॅकर लेने के लिए आपको एफडी करवाने की जरूरत नहीं है और न ही कोई बैंक मैनेजर आपको इसके लिए फोर्स कर सकता है लेकिन जब भी आप लाॅकर लेते हैं तो आपसे एफडी करवाने को कहा जाता है. लेकिन आरबीआई के नियम अनुसार बैंक लाॅकर के तीन साल के किराए और किसी कारणवश लाॅकर तुड़वाने पर चार्ज वहन करने क अमाउंट जितनी एफडी खुलवाने के लिए बैंक आपसे कह सकता है.
बैंक लाॅकर के लिए कितना चार्ज लगता है? (Bank locker charges)
अगर आप बैंक में लाॅकर लेते हैं तो आपको उसके लिए चार्ज देना होता है. ये सालाना तय होता है. लाॅकर का चार्ज बैंक की ब्रांच लोकेशन के हिसाब से तय किया जाता है. जो ब्रांच जितनी ज़्यादा प्राइम लोकेशन पर होगी वहां उतना ज़्यादा चार्ज लिया जाएगा. वैसे सरकारी बैंकों में एक लाॅकर के लिए हर साल 1000 से 7000 रूपए तक लिए जाते हैं. प्राइवेट बैंकों में 3000 रूपए से 20000 रूपए तक लिए जाते हैं.
बैंक लाॅकर किस तरह इस्तेमाल किया जाता है? (How to use bank locker)
बैंक लाॅकर लेते समय बैंक आपको इसके इस्तेमाल का तरीका भी बताता है. बैंक लाॅकर की दो चाबियां होती है जिसमें से एक आपको दी जाती है और एक बैंक के पास होती है. बैंक लाॅकर का ताला सिर्फ एक चाबी से कभी नहीं खुलेगा. इसलिए जब भी कोई एक लाॅकर खोलना चाहेगा तो नहीं खोल पाएगा. लाॅकर खोलने की जानकारी बैंक और कस्टमर दोनों की होगी.
क्या बैंक लाॅकर में रखी चीजें सुरक्षित हैं? (Is it safe to keep Jewellery in bank locker?)
बैंक लाॅकर में कीमती चीज़ें रखने से पहले जान लें कि इसमें बैंक की कोई जिम्मेदारी नहीं होती है. बैंक भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं में मुआवजा देने से भी इनकार करती हैं बैंकों का कहना है कि वे नहीं जानते कि आप लाॅकर में क्या रख रहे है और न ही वे इससे कुछ कमा रहे हैं इसलिए इस पर उनकी कोई गारंटी नहीं होती.