कहते हैं व्यक्तित्व आपके हर काम को बड़ा और प्रभावी बना देता है. एक ही बात बेहतर तरीके से, स्पष्टता और रुचि के मुताबिक कही जाए तो सामने वाले पर प्रभाव तो पड़ता ही है बल्कि वह काम भी हो जाता है.
यकीनन पर्सनालिटी है ही ऐसी चीज की लोहे को सोना बना दे. आज के जॉब और प्रोफेशन माहौल में Corporate world हो या कोई दूसरा सेक्टर वहां प्रभावी Personality होना जरूरी है.
दरअसल, बदलते समय की मांग के मुताबिक लोग Soft Skills Training के जरिये पर्सनालिटी को प्रभावी बना रहे हैं. कई लोग एक अच्छी पर्सनालिटी से कम समय में आप अपनी पहचान बना लेते हैं. इससे उन्हें जॉब ढूंढने और जॉब में प्रमोशन पाने में भी मदद मिलती है.
सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग से होगी करियर में ग्रोथ
सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग की इस समय बहुत मांग है. स्कूल जाने वाले बच्चे हों, या कॉलेज जाने वाले युवा, या फिर प्रोफेशनल्स यह सभी के लिए काफी लाभदायक है. कई तमाम संस्थान ये कोर्स करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. दरअसल, ये एक ऐसी ट्रेनिंग है जो आपको पूरी तरह से बदलकर रख देती है. आपकी कमियों, झिझक को दूर करती है और आपको मनोवैज्ञानिक तौर पर मजबूत बनाती है.
क्या-क्या सिखाया जाता है सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग में?
सॉफ्ट स्किल्स को केवल इंग्लिश बोलने की स्किल तक ही सीमित ना समझें. इसके अंदर इंटरपर्सनल स्किल, सोशल स्किल, स्पीच थैरेपी, कम्युनिकेशन स्किल, टाइम मैनेजिंग स्किल, मोटिवेशन स्किल, बिहेवियर चैंज शामिल हैं. ये सारी स्किल्स किसी इंसान की पर्सनैलिटी को पूरी तरह बदल सकती हैं.
कितनी है फीस
Personality Development से संबंधित कोर्स की फीस यूं तो अलग-अलग कोर्स के हिसाब से ली जाती है, लेकिन सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग के लिए अमूमन 10, 000 से 50,000 रुपए तक लिए जा रहे हैं. खास बात यह है कि इस कोर्स की कोई उम्र भी नहीं होती है. 8 साल की उम्र से लेकर 50 साल तक के लोग इस कोर्स को कर सकते हैं.
सॉफ्ट स्किल का बिजनेस प्लान करें
यदि आप सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग को लेकर पूरी तरह कॉन्फिडेंट हैं तो फिर आपके लिए इसका इंस्टिट्यूट खोलना भी एक अच्छा बिजनेस है. कोई भी इसे खोल सकता है और घर पर रहकर भी इस कोर्स को सिखाया जा सकता है. इसके लिए ट्रेनर को सॉफ्ट स्किल्स पर काफी अच्छी कमांड होनी चाहिए, जिससे वह स्टूडेंट्स को अच्छे से गाइड कर सके. घूमने-फिरने का शौक देगा लाखों कमाई, ट्रैवलिंग में भी है करियर