SIP Mutual Fund: अगर जो लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, उनके मन में यह सवाल हमेशा होता है कि म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने पर हर महीने या हर साल कितना ब्याज मिलेगा और हर साल कितना निवेश करना चाहिए. इसको लेकर हर निवेशक के दिल-दिमाग में ये सवाल चला रहता है, कि पैसों तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी कर दिए, लेकिन इस निवेश में मासिक या सालाना कितना रिटर्न मिलेगा. अगर आप भी इन सभी सवालों में फंसे हुए हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है.
शेयर बाजार पर निर्भर करता है म्यूचुअल फंड
आपको बता दें जब बाजार बढ़ता है तो ज्यादातर एसआईपी रिटर्न भी बढ़ने लगते हैं और जब बाजार गिरता है तो एसआईपी रिटर्न भी घटने लगते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादातर म्यूचुअल फंड निवेशक अपना पैसा निफ्टी 50 प्रमुख कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, जो शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण बढ़ते और गिरते रहते हैं.
SIP प्रति वर्ष औसतन 12% से 15% का रिटर्न देता है. यह आपके पैसे पर 1 साल का ब्याज है, लेकिन एसआईपी में ब्याज दर तय नहीं है, यानी कुछ म्यूचुअल फंड में आपको अधिक रिटर्न यानी 20-30% मिलता है, जबकि कुछ म्यूचुअल फंड में आपको कम रिटर्न यानी 8-10% मिलता है, लेकिन एसआईपी में आपको कितना रिटर्न मिलेगा. यह आपके म्यूचुअल फंड के प्रदर्शन पर निर्भर करता है और केवल तभी जब शेयर बाजार में अस्थिरता होती है, म्यूचुअल फंड बढ़ता या घटता है.
अक्सर ऐसा होता है कि वैश्विक बाजारों में किसी तरह का बड़ा संकट, जैसे रूस यूक्रेन युद्ध, बैंकों की ब्याज दरों में वृद्धि, बैंकिंग क्रैश के कारण बाजार में अचानक मंदी आ जाती है और इसके कारण एसआईपी निवेशकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है. इसलिए अगर आपने एसआईपी में सिर्फ 6 महीने या 1 साल के लिए निवेश किया है, तो छोटी अवधि में आपका रिटर्न कम हो सकता है, लेकिन अगर आप लंबी अवधि के एसआईपी निवेशक हैं, तो इस तरह का अल्पकालिक संकट आपके लिए कोई मायने नहीं रखेगा. क्योंकि कुछ समय बाद बाजार संतुलित होने लगेगा और फिर बाजार में एसआईपी रिटर्न दोगुनी तेजी से बढ़ने लगेगा.
1000 प्रति माह से शुरू कर सकते हैं एसआईपी
इस विकल्प की खास बात यह है कि आप चाहें तो सिर्फ 1000 प्रति माह से भी एसआईपी शुरू कर सकते हैं. एसआईपी में निवेश करने के लिए आपको एक अच्छा म्यूचुअल फंड ढूंढना होगा और फिर उसमें अपना बैंक खाता रखना होगा. ताकि आपका पैसा हर महीने आपके बैंक खाते से कटकर एसआईपी में निवेश हो जाए. लेकिन ध्यान रखें कि किसी भी म्यूचुअल फंड में एसआईपी करने से पहले उसका पिछला प्रदर्शन जरूर जांच लें. क्योंकि कुछ फंड ऐसे होते हैं जो आपके पैसे को ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं जिनका रिटर्न उतना अच्छा नहीं होता.