Gpay: अगर आप UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। दरअसल, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने Gpay, Paytm, Phonepe और BharatPe जैसे सभी UPI ऐप्स को निष्क्रिय UPI अकाउंट बंद करने का आदेश दिया है। जिन लोगों ने पिछले एक साल से अपनी यूपीआई आईडी का इस्तेमाल नहीं किया है उनके यूपीआई खाते बंद कर दिए जाएंगे। सभी कंपनियां 1 जनवरी से ऐसे खातों को बंद करना शुरू कर देंगी.
ट्राई के आदेश के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियां 90 दिनों के बाद किसी दूसरे यूजर को डिएक्टिवेट सिम कार्ड जारी कर सकती हैं। यानी अगर कोई व्यक्ति 90 दिनों तक नंबर का इस्तेमाल नहीं करता है तो यह नंबर दूसरे व्यक्ति को दे दिया जाएगा। समस्या तब आती है जब वही नंबर बैंक से भी जुड़ा हो और यूजर ने अपना नया नंबर बैंक खाते के साथ अपडेट नहीं किया हो। होगा यह कि जिसे भी वह नंबर मिलेगा वह उसकी मदद से यूपीआई ऐप्स एक्टिवेट कर लेगा क्योंकि वही नंबर बैंक से लिंक होता है। लोगों को इस समस्या से बचाने के लिए एनपीसीआई ने यूपीआई ऐप्स को उन सभी खातों को बंद करने का निर्देश दिया है जो पिछले एक साल से निष्क्रिय हैं।
एनपीसीआई ने कही है यह बात
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का सर्कुलर टीपीएपी और पीएसपी बैंकों को उन ग्राहकों की यूपीआई आईडी, संबद्ध यूपीआई नंबर और फोन नंबर की पहचान करने का निर्देश देता है, जिन्होंने एक साल से यूपीआई ऐप के जरिए कोई वित्तीय या गैर-वित्तीय लेनदेन नहीं किया है। एनपीसीआई ने ऐसे ग्राहकों की यूपीआई आईडी और यूपीआई नंबर को आवक क्रेडिट लेनदेन से ब्लॉक करने और उन्हें यूपीआई मैपर से डीरजिस्टर करने के लिए कहा है। आवक क्रेडिट लेनदेन को फिर से शुरू करने के लिए, ग्राहकों को अपने यूपीआई ऐप के साथ फिर से पंजीकरण करना होगा और अपनी यूपीआई आईडी को लिंक करना होगा।