राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया और सुरक्षा जायजा लिया. आर्टिकल 370 हटने के बाद यह दूसरा मौका है जब डोभाल ने घाटी का दौरा किया. सुरक्षा हालातों का जायजा लेने के बाद डोभाल श्रीनगर में एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल हुए. यहां पहुंचे डोभाल ने सुरक्षा अधिकारियों को आतंकवाद निरोधक अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि राज्य के नागरिकों को किसी प्रकार खतरा नहीं है. साथ ही डोभाल ने विकास योजनाओं की समीक्षा की और अफसरों से कहा कि आम लोगों के लिए ये योजनाएं शुरू करें.
लुंगी और चप्पल पहनने वालों का नहीं बनेगा चालान
नए मोटर व्हीकल लागू होने के बाद विभिन्न राज्यों में वाहन चालकों के चालान काटे जा रहे हैं. कई जगहों पर तो लोगों के एक लाख रूपये से अधिक के चालान काटे गए. वहीं कई जगहों से खबरें आई कि लुंगी और चप्पल पहनकर वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ भी चालानी कार्रवाई की जा रही है. जिसका केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने खंडन किया है. उन्होंने अपने ट्वीटर अकांउट से एक पोस्ट शेयर की जिसमें कहा कि आधी बांह की शर्ट पहनने पर, लुंगी बनियान पहनने पर, गाड़ी में एक्सट्री बल्ब नहीं रखने पर, गाड़ी का शीशा गंदा होने पर और चप्पल पहनकर गाड़ी चलाने पर चालानी कार्रवाई नहीं होगी. उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को महज अफवाह करार दिया है.
पीएमसी के ग्राहकों को आरबीआई ने दी राहत
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक के ग्राहकों को भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ी राहत दी है. ग्राहकों के लिए निकासी की सीमा बढ़ाते हुए 10 हजार कर दी गई. आरबीआई ने कहा कि अब पीएमसी के ग्राहक छह महीने में 10 हजार रूपये अपने खाते से निकाल सकेंगे. पहले ग्राहकों को छह माह में 1 हजार रूपये निकालने की अनुमति थी. इधर, ग्राहकों ने पीएमसी बैंक के अधिकारियों के खिलाफ पुलिस में सामूहिक शिकायत दर्ज कराई. ग्राहकों का कहना था कि बैंक अधिकारियों ने उनका पैसा गबन किया है. यह शिकायत पीएमसी के चेयरमैन, उसके सभी निदेशकों समेत 14 लोगों के खिलाफ कराई गई है. खाताधारकों ने यह भी मांग की है कि जिन लोगों के खिलाफ शिकायत है, उनके पासपोर्ट भी जब्त किए जाए, ताकि वे विदेश नहीं भाग सकें.
बीजेपी और शिवसेना में फिर फंसा पेंच
महाराष्ट्र में विधानसभा सभा के चुनाव होना है, लेकिन बीजेपी और शिवसेना दोनों सहयोगियों में सीटों पर पेंच फंस गया है. शिवसेना ने 126 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है. वहीं बीजेपी ने केवल 120 सीटें देने की बात कही है. बीजेपी का कहना है कि इससे ज्यादा सीटें नहीं दे सकते. दोनों दलों के बीच गठबंधन सीटों का 28 सितंबर का ऐलान होना है. खबरों के अनुसार, बीजेपी महाराष्ट्र की कुल 288 में से अधिक से अधिक सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है. दरअसल, भाजपा को लगता है कि वह अपने दम पर चुनाव जीत सकती है और स्पष्ट बहुमत ला सकती है. राज्य में 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी और 24 अक्टूबर को परिणाम घोषित होंगे.