करवा चौथ (Karwa Chauth 23) सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन सभी सुहागिन महिला निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद निकलने पर पूजा करती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं.
इस दिन हर महिला को चांद के निकलने का बेसब्री से इंतजार रहता है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बादल और बारिश की वजह से चांद का दीदार नहीं हो पाता है. जिस कारण महिलाओं को व्रत खोलने में काफी देरी हो जाती है ऐसे में व्रत रखने वाली महिलाओं को काफी परेशानियों को सामना करना पडता है. यदि आपके भी शहर में चांद नजर न आए तो ऐसी स्थिति में व्रती परेशान न हों, कुछ उपाय करके चंद्रमा की पूजा और व्रत का पारण किया जा सकता है चलिए जानते हैं इसके बारे में..
करवा चौथ पर न दिखे चांद तो करें ये उपाय (Karwa Chauth moon is not visible)
यदि खराब मौसम की वजह से चांद नहीं दिख रहा है, तो व्रत खोलने के लिए चंद्रमा जिस दिशा से उदित होता है, उधर मुंह करके उनका ध्यान करें और व्रत खोलें इस दौरान आप देवी लक्ष्मी की आराधना करने के बाद ही अपने व्रत का पारण करें तब आपको नुकसान नहीं होता है.
इसके अलावा आप शिव जी के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा का दर्शन कर पूजा-अर्चना कर सकती हैं और अपना व्रत खोल सकती हैं इस दौरान आप चंद्र देवाता से माफी मांगते हुए शिव जी की पूजा कर सकती हैं. यदि आपके घर पर शिव की ऐसी कोई प्रतिमा या फोटो नहीं है तो आप मंदिर जा कर भी पूजा कर सकती हैं.
चावल पर चंद्रमा बनाकर विधि-विधान से इसकी पूजा की जा सकती है. इसके लिए चांद निकलने की दिशा में मुंह करके एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर चावल से चंद्रमा की आकृति बनाएं और फिर चंद्र देवता का आह्वान करते हुए ओम चतुर्थ चंद्राय नम: मंत्र का जाप करे. इसके बाद आप करवा चौथ के दिन व्रत का पारण कर सकती हैं.
यदि करवा चौथ वाले दिन मौसम खराब होने के कारण चांद बादलों के बीच कहीं छिप गया हो, लेकिन अगर आपको धुंधला सा दिखाई दे तब भी आप चंद्रोदय या शुभ मुहूर्त में चांद की पूजा कर सकती हैं.
वहीं इस दिन चांद नहीं दिखने पर एक उपाय ये भी कर सकते हैं कि दूसरे शहर रहने वाले में आपके रिश्तेदार या जानपहचान वाले के यहां चांद निकले तो वीडियो कॉल पर चांद देखकर भी पूजा-अर्चना करके व्रत का पारण कर सकती हैं.
इसके अलावा चांद की आकृति बना कर भी पूजा की जा सकती है. इसके लिए एक सफेद कागज पर चंद्र देवता की आकृति बना लें उसके बाद इस कागज को अपने पति को पकड़ा दें. फिर छलनी से चांद की आकृति को देखने के बाद अपने पति का चेहरा देखें उसके बाद विधि-विधान से पूजा करके आप व्रत खोल सकती हैं.