Zomato: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने दुनिया भर में अपना कारोबार फैलाया है, लेकिन अब जोमैटो अपना कारोबार बंद करने लगा है. वहीं, कंपनी ने पूरी तरह से भारत पर फोकस करने का फैसला किया है. पिछले एक साल में जोमैटो ने वियतनाम और पोलैंड समेत दुनिया भर में फैली अपनी 10 सहायक कंपनियों को बेच दिया है.
मार्च 2023 से अब तक 10 कंपनियां बेचीं
गुरुग्राम स्थित जोमैटो ने मार्च 2023 से अब तक 10 कंपनियां बेची हैं. इस सप्ताह स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा कि उसने जोमैटो वियतनाम कंपनी लिमिटेड और पोलैंड के ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म गैस्ट्रोनेसी को बेचने का फैसला किया है. कॉस्ट कटिंग के चलते ये फैसला लिया गया है. इसके साथ ही जोमैटो ने 10 देशों में कारोबार बंद कर दिया है.
इन देशों को जोमैटो ने किया कारोबार बंद
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो चिली एसपीए (जोमैटो चिली), पीटी जोमैटो मीडिया इंडोनेशिया (ज़ोमैटो मीडिया इंडोनेशिया), जोमैटो न्यूज़ीलैंड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (ज़ोमैटो न्यूज़ीलैंड मीडिया), जोमैटो ऑस्ट्रेलिया (जोमैटो मीडिया पुर्तगाल यूनिपेसोल) पुर्तगाल यूनिपेसोल), जोमैटो आयरलैंड, जॉर्डन और चेक गणराज्य लंचटाइम और ज़ोमैटो स्लोवाकिया बंद कर दिए गए. इससे पहले कंपनी कनाडा, अमेरिका, फिलीपींस, ब्रिटेन, कतर, लेबनान और सिंगापुर में भी अपना कारोबार बंद कर चुकी है.
बिजनेस पर नहीं पड़ेगा कोई असर
लगभग सभी बाजारों से बाहर निकलने के बावजूद, जोमैटो अभी भी इंडोनेशिया, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात में काम कर रहा है. कंपनी ने कहा कि इन सहायक कंपनियों के बंद होने के बावजूद उसके कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा. कंपनी का विदेशी बाज़ारों में सक्रिय कारोबार नहीं था.
कंपनी दो तिमाहियों से मुनाफे
वित्त वर्ष 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, जोमैटो की 16 सहायक कंपनियाँ, 12 स्टेप डाउन सहायक कंपनियां और एक सहयोगी कंपनी थी. इनमें जोमैटो पेमेंट्स, ब्लिंकिट कॉमर्स और जोमैटो फाइनेंशियल सर्विसेज शामिल हैं. कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में शुद्ध लाभ कमाया है. जून तिमाही में इसने 2 करोड़ रुपये और सितंबर तिमाही में 36 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था. कंपनी का रेवेन्यू 71 फीसदी बढ़कर 2,848 करोड़ रुपये हो गया है.