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arya samaj marriage

Arya Samaj Kya hai? लव मैरिज करने वाला व्यक्ति सबसे पहले आर्य समाज से विवाह करने का विकल्प चुनता है. अगर आप बालिग हैं और आर्य समाज के सभी नियमों को मानते हैं तो आप आर्य समाज विवाह कर सकते हैं. लेकिन उससे पहले आपको आर्य समाज क्या है? आर्य समाज से विवाह कैसे करें? आर्य समाज विवाह का खर्च? आर्य समाज विवाह कानूनी मान्य है या नहीं? इन सभी बातों के बारे में जान लेना चाहिए.

आर्य समाज क्या है? (What is Arya Samaj?)

आर्य समाज वर्तमान में एक हिन्दू सुधारवादी संगठन है जो देश के अलग-अलग हिस्सों में अपना कार्य कर रहा है. इसका प्रमुख कार्य हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार करना है. कोई भी व्यक्ति जो हिन्दू धर्म अपनाना चाहता है वो आर्य समाज के माध्यम से शुद्धिकरण करके हिन्दू धर्म को अपना सकता है. इनके अपने कुछ नियम होते हैं जिन्हें हिन्दू धर्म अपनाने वाले व्यक्ति को मानना होता है. 

आर्य समाज जातिप्रथा, अंधभक्ति, छुआछूत, मूर्तिपूजा, अवतारवाद, पशुबली, बहुदेववाद, झूठे कर्मकांड के सख्त खिलाफ है. ये पुराणों की धारणा नहीं मानते हैं बल्कि एकेश्वरवाद में विश्वास करते हैं. 

swami dayananda saraswati

आर्य समाज का इतिहास (History of Arya Samaj)

आर्य समाज की स्थापना स्वामी दयानन्द सरस्वती (Arya Samaj ki sthapna kisne ki) ने 10 अप्रैल 1875 में बंबई में स्वामी विरजानन्द की प्रेरणा से की थी. ये वो दौर था जब लोग अंधविश्वास, झूठे कर्मकांड में ज्यादा विश्वास करते थे वहीं जातिप्रथा भी अपने चरम पर थी. इसके अलावा देश के काफी सारे हिंदुओं को जबरन अन्य धर्म में परिवर्तित किया गया था. 

स्वामी दयानन्द सरस्वती ने पूरे देश में आर्य समाज का प्रचार किया और शुद्धि आंदोलन चलाया. इस आंदोलन का प्रमुख उद्देश्य धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों को पुनः हिन्दू बनाना था. स्वामी दयानन्द सरस्वती के लिए एनी बेसेंट ने कहा था स्वामी दयानन्द पहले ऐसे व्यक्ति थे जिनहोने कहा कि भारत भारतीयों के लिए है. 

आर्य समाज के नियम (Arya Samaj Rules)

आर्य समाज के दस प्रमुख नियम (Arya Samaj ke niyam) हैं जिन्हें हर उस व्यक्ति को मानना होता है जो आर्य समाज से हिन्दू धर्म स्वीकार करता है. आर्य समाज के नियम निम्न हैं.

arya samaj ke niyam

आर्य समाज में विवाह कैसे करें? (Arya Samaj Marriage)

आर्य समाज के कई मंदिर और संस्थान पूरे देश में हैं. इनमें हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह अनुष्ठान कराये जाते हैं. कोई भी व्यक्ति जो हिन्दू धर्म का है वो यदि विवाह करना चाहता है तो वो आर्य समाज से कर सकता है. 

आर्य समाज जातिप्रथा को नहीं मानता इसलिए किसी भी जाति के लोग आपस में यहाँ विवाह कर सकते हैं. इसलिए आपने देखा होगा कि अधिकतर इंटरकास्ट मैरिज आर्य समाज के जरिये ही होती है. 

आर्य समाज से विवाह के लिए आपका हिन्दू होना जरूरी है. यदि आप किसी और धर्म के हैं तो आपको पहले हिन्दू धर्म अपनाना पड़ेगा. मतलब अपना शुद्धिकरण करवाना होगा. इसके बाद आप आर्य समाज से विवाह कर सकते हैं. 

आर्य समाज से शादी करने का प्रोसेस (Arya Samaj Wedding Process)

आर्य समाज में शादी करने के लिए पहले आपको आर्य समाज मंदिर जाकर अपने विवाह के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होता है. अपने दस्तावेज़ दिखाकर आपको पुष्टि करना होता है कि आप सभी नियमों को मानते हैं और विवाह के योग्य हैं. 

इसके बाद आपका रजिस्ट्रेशन कर लिया जाएगा और आपको एक निश्चित तारीख दे दी जाएगी. इस तारीख पर आप अपने पार्टनर और अपने गवाहों के साथ आयें और विवाह करें. 

आर्य समाज विवाह के नियम (Arya Samaj Marriage Rules) 

आर्य समाज से विवाह करने के लिए आपको आर्य समाज के कुछ नियम मानने पड़ते हैं. जो हिन्दू विवाह अधिनियम 1995 के तहत आते हैं.

  • लड़की की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए.
  • लड़के की उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए.
  • लड़का और लड़की के आधार कार्ड/पहचान पत्र/पैन कार्ड की कॉपी जमा करनी होती है.
  • लड़का और लड़की की दसवी की मार्कशीट जमा करनी होती है.
  • लड़का और लड़की के दो-दो पासपोर्ट साइज फोटो जमा करने होते हैं.
  • विवाह करवाने के लिए लड़का और लड़की की ओर से दो गवाह होने चाहिए. 
  • दोनों मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए.
  • दोनों एक दूसरे के कुल से तो नहीं है. मतलब आपस में भाई या बहन तो नहीं है. 

आर्य समाज से शादी करने का खर्च (Arya Samaj Marriage Cost)

आर्य समाज से विवाह करना अरेंज मैरिज करने से आसान होता है क्योंकि इसमें ज्यादा खर्च नहीं होता. आप चाहे तो अपने माता-पिता द्वारा पसंद की गई लड़की या लड़के से भी आर्य समाज में विवाह कर सकते हैं. इसमें विवाह का खर्च हर जगह अलग-अलग होता है. वैसे आपको कम से कम 10 हजार रुपये तक का बजट बनाकर रखना चाहिए आर्य समाज से शादी करने के लिए.

क्या आर्य समाज की शादी कानूनी रूप से मान्य है? (Is Arya Samaj Wedding Legal?)

आर्य समाज से विवाह को कई लोग कानून रूप से मान्य बताते हैं. लेकिन बात जब कोर्ट तक पहुँचती है तो आर्य समाज का विवाह कानूनी रुप से मान्य नहीं किया जाता. ऐसा ही एक मामला हाल ही में मध्य प्रदेश में देखने को मिला. 

मध्यप्रदेश में एक मामला जब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो बेंच ने सुनवाई के दौरान आर्य समाज के मैरिज सर्टिफिकेट को वैध मानने से इनकार कर दिया. कोर्ट की ओर से कहा गया कि मैरिज सर्टिफिकेट देना आर्य समाज का कार्य नहीं है. ये अधिकारियों का कार्य है.

अगर आप आर्य समाज से विवाह कर रहे हैं तो उसके बाद आपको कोर्ट से भी विवाह करना चाहिए, जिससे आपकी शादी कानूनी रूप से मान्य रहे.

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