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आजादी के साथ दशक बाद बीजेपी देश की सबसे बड़ी सियासी पार्टी बनकर उभरी. आज देश के 19 राज्यों में बीजेपी या उसके सहयोगी दलों की सरकार है. वैसे तो बीजेपी की इस कामयाबी की शुरुआत कई सालों पहले उसके पुराने कार्यकर्ताओं और नेताओं ने आरएसएस के साथ लिखना शुरू कर दी थी. लेकिन बीजेपी को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में अमित शाह का बहुत बड़ा योगदान है. 

अमित शाह का जीवन परिचय (Amit shah bio data and life) 
विवादों के बीच दबंग अंदाज अमित शाह के व्यक्तित्व को सबसे अलग बनाता है. आमतौर पर बिजनेस मैन माने जाने वाले गुजराती समुदाय के इस शख्स ने हिंदी पट्टी के धुरंधर राजनेताओं के बीच खुदको सबसे अलग कर दिया है. देश के पश्चिमी छोर से आए इस राजनेता का नाम बीते पांच साल में पूरे देश की सियासत में सबसे बड़ा है. आज उन्हें राजनीति का  चाणक्य कहा जाता हैं.

बीजेपी के लिए जीत की गारंटी अमित शाह की नीतियां हर जगह, हर मोड़ पर, हर चुनाव में काम आई है. विपक्षी उनकी नीतियों का चुनाव लड़ने के उनके तरीकों का लोहा मान चुके हैं. अमित भाई अनिल चंद्र शाह आज बीजेपी की धुरी बन चुके है. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आज भारतीय राजनीति में अमित शाह का दबदबा किसी से छुपा नहीं हैं.

अमित शाह का जीवन चरित्र और भाजपा (BJP president Amit shah political career)
अमित शाह गुजरात से अपने सियासी सफर की शुरुआत की. अमित शाह का जन्म 1964 में 22 अक्टूबर के दिन मुंबई के महाराष्ट्र में हुआ. अमित शाह के पिता का नाम अनिल चंद शाह है और मां का नाम कुसुम शाह है. मुंबई के बाद वे गुजरात के मेहसाणा में जाकर बस गए. विज्ञान में स्नातक कर चुके अमित शाह ने सीयू शाह कॉलेज अहमदाबाद से अपनी पढ़ाई पूरी की. उनकी पत्नी सोनल शाह है और उनका बेटा जय शाह है.

बीजेपी से जुड़ने से पहले उन्होंने आरएसएस और एबीवीपी के जरिए 1983 में अपना सियासी सफर शुरू किया. 1947 में बीजेपी के कार्यकर्ता बने और 1991 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लिए प्रचार का कार्य संभाला. इसके बाद में गुजरात क्रिकेट असोशिएशन और बीजेपी अध्यक्ष भी बने. लेकिन अमित शाह को देशव्यापी सफलता मिली 2014 में.

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अमित शाह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. यहीं से सफर शुरू हुआ बीजेपी की प्रचंड जीत और अमित शाह के चाणक्य दिमाग का. ये अमित शाह ही थे जिन्होंने बीजेपी को देश की कुल 543 सीटों में से 282 फतह करवाते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को देश का 14 प्रधानमंत्री बनाने में सबसे अहम योगदान निभाया .

2010 में उन पर हवाला और वसूली के मामले से कई विवाद भी जुड़े, फर्जी एनकाउंटर मामले में भी कई दिनों तक उनका नाम अखबरों में चला. गुजरात के 2002 में हुए दंगों, सबूत मिटाने के आरोप, 2009 में एक महिला ने उन पर जासूसी के आरोप भी लगाए, विवाद अमित शाह के साथ जुड़े रहे लेकिन वे अपने काम में लगे रहे. कभी शराब नहीं पीने वाले अमित शाह धूम्रपान भी नहीं करते हैं.

अमित शाह का राजनीतिक करियर (Amit shah lifestyle)
सधी हुई दिनचर्या वाले अमित शाह अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग हैं.  और योग और ध्यान में पूर्ण विश्वास रखते हैं. अमित शाह 1997 और 98 के बाद 2002 और  2007 में गुजरात के परखेज बीजेपी के विधायक रहे. गुजरात सरकार में वे गृहमंत्री भी रहे. उन्होंने अपने शुरुआती जिंदगी में एक के स्टॉक ब्रोकर के रूप में बैंक में भी नौकरी की थी.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को सरकार की ओर से जेड प्लस सिक्योरिटी दी गई है. राजनीति के जानने वालों के अनुसार मोदी और बीजपी की कामयाबी में आज सबसे बड़ा हाथ अमित शाह की चाणक्य नीतियों का ही है. सरकार में बिना किसी पद के अमित शाह का वर्चस्व उनका अपना कमाया हुआ है. 2019 के लोकसभा चुनाव के रण में गांधीनगर गुजरात से मैदान में उतरे अमित शाह आज बीजेपी के लिए राजनीति में जीत का दूसरा नाम हैं.

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One thought on “अमित शाह की कहानी: स्टॉक ब्रोकर से लेकर बीजेपी अध्यक्ष तक का सफर”

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