बॉलीवुड में कई फिल्मों और डेली सोप में काम कर चुकीं लोकप्रिय एक्ट्रेस रीता भादुड़ी का 17 जुलाई की सुबह 62 साल की उम्र में निधन हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 62 साल की यह अभिनेत्री किडनी की बीमारी से जूझ रही थींं.
फिल्म इंडस्ट्री में रीता भादुड़ी का करियर बहुत लंबा रहा है. टेलीविजन धारावाहिक ‘निमकी मुखिया’ में दादी के रोल से हर घर की चहेती रहींं रीता भादुड़ी ने हिंदी फिल्मों में मां, भाभी और बहन के किरदारों को जीवंत कर दिया.
1970 से रखा बॉलीवुड में कदम
रीता भादुड़ी वैसे तो गुजराती फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुईं थी और गुजराती मूल की थीं. वे पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट की साल 1973 की बेच की थींं, लेकिन साल 1970-80-90 में उन्हें बॉलीवुड में काम मिला. शुरुआती रोल उनके सपोर्टिंग एक्टर के थे. खास बात यह है कि वे जितनी बॉलीवुड में फेसम रहीं उतनी ही गुजराती फिल्म इंडस्ट्री में सफल रहीं.
क्यों खास रही रीता भादुड़ी
रीता भादुड़ी फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में कई खास किरदारों के लिए हमेंशा याद की जाएंगी. एक तरह से वे कभी रिटायर्ड नहीं हुई. बड़े पर्दे यानी फिल्मों से दूर होने के बाद उनका लंबा करियर टीवी से जुड़ा.
फिल्मों में मां, बहन और भाभी के रूप में रीता भादुड़ी का चेहरा आज भी लोगों की स्मृतियों में है. एक समय जबकि साल 2000 के बाद जब टीवी इंडस्ट्री ने शुरुआती दौर चलना शुरू किया रीता हर घर का एक चेहरा बन गईं. जी टीवी के चर्चित शो अमानत में उनका किरदार हमेशा याद किया जाता रहेगा.
इन फिल्मों में किया काम
कोई मेरे दिल में है, मैं माधुरी दीक्षित बनना चाहती हूंं, मुलाकात, दिल विल प्यार व्यार, कितने दूर कितने पास, क्या कहना, होते होते प्यार हो गया, तमन्ना, विरासत, हीरो नम्बर वन, राजा जैसी सैंकड़ो फिल्मों में काम किया. लेकिन राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म सावन को आने दो (1979) में ने उन्हें फिल्म समीक्षकों के नजरों में ला दिया.
साल 1995 में आई राजा में उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्म फेयर एवॉर्ड भी मिला. फिल्म जूली का सबसे लोकप्रिय और सदाबहार गाना ये रातें, नई पुरानी उन्हीं पर फिल्माया गया.
इन टीवी सीरियल्स में काम किया रीता भादुड़ी ने
रीता के हालिया हालिया शो “निमकी मुखिया’ के अलावा ‘अमानत’, ‘कुमकुम’, ‘छोटी बहू’, ‘हसरतें’ जैसे कई शोज़ में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने टीवी सीरियलों के जरिये हर घर में अपनी जगह बनाई.