मां बनना एक सुखद अहसास है और बच्चे को अपना दूध पिलाना उससे भी बड़ा सुख. ब्रेस्ट फीड करवाने से मां शिशु के रिश्तों में निकटता बढ़ती है और ममता भी. बहुत सी मॉर्डन महिलाओं को यह गलतफहमी है कि बच्चों को फीड करवाने से स्तन ढीले और बेडौल हो जाते हैं पर ऐसा नहीं है. अगर आप फीड करवाते हैं तो आप कई बीमारियों से खुदको को बचा सकते हैं.
बच्चे की अच्छी हेल्थ के लिए भी जरूरी है स्तनपान. बस फीड करवाते समय कुछ बातों का ख्याल रखना पड़ता है. ख्याल रखकर आप अपने स्तनों को सुडौल रख सकती हैं. ब्रेस्ट फीड करवाने से पहले और बाद में ब्रेस्ट की सफाई करना अति आवश्यक है. निपल को गीले कॉटन बाल से दोनों बार साफ करें.
फीड कराने के बाद साफ कर उस पर डॉक्टर से पूछ कर क्रीम लगाएं ताकि स्तन खुश्क न रहें. खुश्क रहने से निपल्स पर क्रेक पड़ सकते हैं. क्रीम निपल्स पर और आसपास के स्थान पर लगाएं.
आलिव आयल या बादाम तेल से स्तनों की मालिश नीचे से ऊपर की ओर करें. लाभ मिलेगा.
डियो या परफ्यूम प्रयोग करते समय ध्यान दें कि स्तनों पर इनका स्प्रे न हो. इससे स्तनों की खुश्की और बढ़ेगी.
अगर आप क्रेक निपल पर घरेलू नुस्खा आजमाना चाहती हैं तो एलोवेरा जैल का नियमित प्रयोग करें. लाभ होगा.
क्रीम, एलोवेरा जैल, या कोई तेल का जब स्तनों पर प्रयोग करती हैं तो बेबी को फीड कराने से पूर्व आसपास और निपल को अच्छी तरह से साफ करें.
डॉक्टर की राय अनुसार अगर सूक्ष्म क्रियाएं जरूरी हों तो करते रहें. ताकि स्तन अपनी शेप न खोएं.
इन सब बातों पर ध्यान देकर बेबी को उसके अधिकार से वंचित न करें.