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बंजर रेगिस्तान था कतर, गरीब रहा, गुलाम रहा और फिर बना अमीर देश

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FIFA World Cup 2022 कतर में आयोजित हो रहा है और इसी के साथ कतर (Qatar Facts in Hindi) काफी सुर्खियों में है. कतर एक अमीर देश के रूप में गिना जाता है लेकिन कतर हमेशा से एक अमीर देश नहीं था. यहाँ की जमीन बंजर थी, पूरा रेगिस्तान था, देश काफी गरीब था, ऊपर से ये अंग्रेजों का गुलाम भी रहा.

कतर भारत के बाद आजाद हुआ था लेकिन आज ये दूसरे देशों से काफी आगे निकल चुका है. यहाँ के संसाधनों ने इस देश को आगे बढ़ने में काफी मदद की है. इस लेख में हम FIFA World Cup आयोजित करने वाले देश कतर के बारे में कुछ खास बातें जानेंगे.

कतर के बारे में (About Qatar in Hindi)

कतर मिडिल ईस्ट में बसा एक छोटा सा देश है. पहले ये एक रेगिस्तान हुआ करता था. मतलब यहाँ पर उपजाऊ जमीन नहीं थी और पूरा इलाका बंजर था. लेकिन यहाँ का समय बदला और आज कतर एक अमीर देश है. दुनिया के सबसे अमीर देशों में कतर की गिनती होती है.

कतर तीन तरफ से समुद्र से घिरा है (Qatar Location) और एक ओर सऊदी अरब देश की बॉर्डर है. चूंकि ये भी एक अरब देश ही है इसलिए दोनों देशों के बीच संबंध काफी अच्छे हैं. कतर ने जिस तरीके से ग्रोथ की है वो तरीका हर देश के सीखने लायक है. कतर ने काफी कम समय में ही अपने आप को दुनिया का सबसे अमीर देश बनाया है.

कतर का इतिहास (History of Qatar)

कतर पहले एक सुनसान रेगिस्तान हुआ करता था. इसका ज्यादा लंबा इतिहास भी नहीं है. इस देश में रेत के सिवा कुछ भी नहीं हुआ करता था. साल 1950 तक यहाँ पर मूंगा बनाया जाता था, जिसे समुद्री सीप के अंदर से निकाला जाता है.

कतर पहले एक गरीब और गुलाम देश हुआ करता था. वहीं भारत पहले सोने की चिड़िया हुआ करता था और गुलाम देश भी रहा. कतर पर पहले तुर्की का शासन हुआ करता था. इसके बाद अंग्रेजों ने यहाँ अपना कब्जा कर लिया. कतर को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी साल 1971 में मिली थी. इसके बाद से ही यहाँ की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए तेजी से प्रयास किये गए.

कतर अमीर कैसे बना? (How Qatar become rich?)

साल 1950 से पहले तक कतर सिर्फ मूंगा उत्पादन के लिए जाना जाता था. ये तीन तरफ से समुद्र से घिरा है तो यहाँ पर समुद्री सीप काफी ज्यादा है जिनसे मूंगा निकाला जाता है. इसके अलावा यहाँ पर मछली व्यापार भी काफी ज्यादा होता था. लेकिन उस समय गगनचुम्बी इमारते नहीं होती थी जिन्हें देखकर लोग आजकल वहाँ की सैर करने निकल पड़ते हैं.

कतर को पहले एक गरीब और पिछड़ा हुआ देश कहा जाता था, दूसरी तरफ ये गुलामी की जंजीरों में भी जकड़ा हुआ था. कतर की किस्मत बदली साल 1950 के बाद से जब वहाँ पर तेल और गैस के भंडार खोजे गए.

कतर के शासक शेख अब्दुल्लाह बिन जस्सिम अल थानी ने कतर की धरती से गैस और पेट्रोलियम निकालने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया. जिसका नतीजा ये निकला कि ये जगह तेजी से पॉपुलर हुई. यहाँ की अर्थव्यवस्था में सुधार आया और लोग इस जगह पर इनवेस्टमेंट करने लगे.

किसी जगह सिर्फ तेल निकल जाने से वो जगह पॉपुलर नहीं बन जाती है. आप कतर या फिर मिडिल ईस्ट की कोई भी फेमस कंट्री देखेंगे तो उनमें एक बात आपको कॉमन लगेगी. ये कंट्री टुरिज़म के लिए भी जानी जाती है.

कतर के शासक ने यहाँ से तेल निकालने के अलावा अपने देश को पहचान दिलाने के लिए इस देश को खूबसूरत बनाने पर भी ध्यान दिया. यहाँ ऐसी बिल्डिंग का निर्माण करवाया जो अपने आप में अजूबा थी.

रहते हैं करोड़पति लोग? (Qatar People Income)

कतर को एक अमीर देश कहा जाता है और यहाँ की अधिकतर आबादी करोड़पति है. वैसे यहाँ गरीब लोग भी रहते हैं. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहाँ पर हर तीसरा आदमी करोड़पति है. कतर में हर तीसरे आदमी की सालाना इनकम 94 लाख रुपये है. यहाँ की जनसंख्या 28 लाख है, जिनमें से सिर्फ 3, 36,000 लोग ही कतर के मूल निवासी है, बाकी लोग दूसरे देशों से यहाँ आकर बस गए हैं.

टैक्स पर मिलती है छूट (Qatar Income Tax)

कतर दुनिया का सबसे बड़ा नेचुरल गैस का एक्स्पोर्टर है. इस देश की कमाई का सबसे बड़ा जरिया यही है. वही इन्हें टूरिज़्म और इनवेस्टमेंट से भी काफी ज्यादा कमाई होती है. इस कमाई का फायदा यहाँ रहने वाले लोगों को भी मिलता है.
कतर में जो लोग रहते हैं और कमाते हैं उन्हें अपनी इनकम पर टैक्स नहीं देना पड़ता है.

इसके अलावा दूसरे कामों के लिए भी यहाँ नाम मात्र के टैक्स लगते हैं. यहाँ के नागरिकों को बिजली, पानी, मेडिकल जैसी सुविधाओं के लिए कोई बिल नहीं देना पड़ता है.

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