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Vrat-Tyohar November 2023 : आज से नवंबर शुरू, आएंगे कई बड़े व्रत-त्योहार, जानें दिवाली से लेकर छठपूजा तक की तिथि

नवंबर 2023 व्रत-त्योहार

29 अक्टूबर 2023 से कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि के साथ नए माह की शुरुआत हो रही है. इसके बाद अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नवंबर माह प्रारंभ हो रहा है. हिंदू परंपराओं में इस महीने को काफी पुण्यदायी महीना माना गया है और इस महीने में सबसे अधिक व्रत एवं त्योहार होते हैं. इसी महीने में दीपावली से लेकर छठ समेत कई व्रत और त्योहार (November Festivals List) पड़ेंगे.

महीने के पहले दिन की शुरुआत ही करवा चौथ से होगी. इस वर्ष करवा चौथ 1 नवंबर को मनाया जाएगा. (kab hai karwa chouth) इसी दिन संकष्टी चतुर्थी भी मनाई जाएगी. तो आइए जानते हैं कि नवंबर महीने में कब कौन-कौन से प्रमुख व्रत-त्योहार और ग्रहों का गोचर है, ताकि आप समय से अपनी तैयारी कर सकें.

नवंबर 2023 में व्रत-त्योहार (November 2023 Vrat-Festival)

01 नवंबर 2023 बुधवार- संकष्टी चतुर्थी, करवा चौथ

इस दिन विवाहित स्त्रियां अपने सुहाग की सलामति, सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सूर्योदय से चंद्रोदय तक करवा चौथ का निर्जला व्रत करती हैं. चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही ये व्रत पूरा होता है.

5 नवंबर 2023, रविवार- अहोई अष्टमी, राधा कुंड स्नान, कालाष्टमी

अहोई अष्टमी व्रत संतान प्राप्ति और बच्चों की खुशहाली के लिए रखा जाता है, इसमें शाम को तारों को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करते हैं.

9 नवंबर 2023 (गुरुवार) – रमा एकादशी, गोवत्स द्वादशी

कार्तिक माह में आने वाली रमा एकादशी दिवाली से 4 दिन पहले आती है. रमा यानि मां लक्ष्मी. इसमें लक्ष्मी नारायण की पूजा करने पर धन-सुख की कमी नहीं होती.

10 नवंबर 2023 शुक्रवार- धनतेरस, प्रदोष व्रत (कृष्ण)

इस दिन यम, धन के देवता कुबेर और धन की देवी लक्ष्मी की पूजा होती है. हिंदू धर्म में धनतेरस को महत्वपूर्ण पर्व में से एक माना जाता है. धनतेरस को धनत्रयोदशी (Dhantrayodashi) भी कहा जाता है. यह पर्व धन और समृद्धि के त्यौहार से संबधित है.

11 नवंबर 2023 (शनिवार) – काली चौदस, हनुमान पूजा, मासिक शिवरात्रि

काली चौदस को रात्रि में मां काली की पूजा का विधान है. कहते हैं जैसे दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा से धन प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है उसी तरह देवी काली की कृपा से जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं.

12 नवंबर 2023 (रविवार) – दिवाली, नरक चतुर्दशी

इस साल नरक चतुर्दशी और दिवाली एक ही दिन है. नरक चतुर्दशी हनुमान जी और दिवाली के दिन धन की देवी लक्ष्मी और भाग्य के देवता गणेश जी की पूजा होती है. लोग घरों को सजाते हैं और शाम में दीये जलाकर पटाखे फोड़ते हैं.

13 नवंबर 2023 (सोमवार) – कार्तिक अमावस्या

कार्तिक माह में आने वाली अमावस्या बहुत खास होती है. इस दिन पितरों की पूजा, पवित्र नदी में स्नान,-दान करने से पितृ दोष, शनि दोष और कालसर्प दोष दूर होता है.

14 नवंबर 2023 (मंगलवार) – गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, भाई दूज, यम द्वितीया

इस साल गोवर्धन पूजा और भाई दूज भी एक ही दिन पड़ रहे हैं. भाई दूज के दिन बहनें भाई को तिलक लगाती हैं. तिलक लगाते समय भाई का मुख उत्तर या उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इस दिन रोली की जगह अष्टगंध से भाई को तिलक करना चाहिए. बहनों को शाम को दक्षिण मुखी दीप जलाना चाहिए. इसे भाई के लिए शुभ माना जाता है.

16 नवंबर 2023 (गुरुवार) – कार्तिक विनायक चतुर्थी

17 नवंबर 2023 (शुक्रवार) – नागुला चौथ, वृश्चिक संक्रांति

18 नवंबर 2023 (शनिवार) – लाभ पंचमी, स्कंद षष्ठी

19 नवंबर 2023 (रविवार) – छठ पूजा, जलाराम बापा जयंती, भानु सप्तमी

इस वर्ष छठ पूजा 19 नवंबर से शुरू होकर 20 नवंबर तक की जाएगी। जहां संध्या अर्घ्य का समय 19 नवंबर को शाम 5 बजकर 26 मिनट है वहीं उषा अर्घ्य का समय 20 नवंबर सुबह 6 बजकर 47 मिनट रहेगा। इस दिन सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है।

20 नवंबर 2023 (सोमवार) – गोपाष्टमी, पंचक शुरू

21 नवंबर 2023 (मंगलवार) – अक्षय नवमी

23 नवंबर 2023 (गुरुवार) – भीष्म पंचक शुरू, देवउठनी एकादशी

देवउठनी एकादशी पर 5 माह के चातुर्मास का समापन होगा. इस दिन देव निद्रा से जागेंगे और सारे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे.

24 नवंबर 2023 (शुक्रवार) – तुलसी विवाह, योगेश्वर द्वादशी, शुक्र प्रदोष व्रत

इस दिन श्रीहरि विष्णु के शालिग्राम रूप और माता तुलसी का विवाह कराया जाता है.

25 नवंबर 2023 (शनिवार) – बैकुंठ चतुर्दशी, विश्वेश्वर व्रत

साल में सिर्फ एक ही दिन ऐसा है बैकुंठ चतुर्दशी, जब श्रीहरि को बेलपत्र और शिव जी को तुलसी चढ़ाई जाती है.

26 नवंबर 2023 (रविवार) – मणिकर्णिका स्नान, देव दिवाली

देव दिवाली पर मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था. राक्षस से मुक्ति मिलने की खुशी मनाने देवी-देवता इस दिन काशी के गंगा घाट पर दिवाली मनाने उतरे थे. यही वजह है कि इस दिन गंगा स्नान से अमृत की प्राप्ति होती है.

27 नवंबर 2023 (सोमवार) – कार्तिक पूर्णिमा, पुष्कर स्नान, गुरु नानक जयंती, कार्तिक माह समाप्त

कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्री गुरु नानक जी का जन्मदिन भी मनाया जाता है. गुरू नानक जी की जयंती या गुरुपूरब भी कहते हैं.

30 नवंबर 2023 (गुरुवार) – गणाधिप संकष्टी चतुर्थी (मार्गशीर्ष माह)

 

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