Thu. May 2nd, 2024
saving account money limit

हमारी फाइनेंशियल (financial requirements tips) जरूरत पूरा करने के लिए कई बार हम लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन लोन लेने की प्रक्रिया इतनी जटिल होती है कि कई बार व्यक्ति कागजी कार्रवाई और औपचारिकताएं पूरी पूरी करते करते इतना उलझ जाता है कि वह लोन लेने का विचार ही त्याग देता है।

लाख प्रयास करने के बाद महीना 15 दिन दौड़-धूप करने के बाद तमाम तरह के कागज जुटाने के बाद भी आते समय में फाइल रिजेक्ट कर दी जाती है और आपको लोन नहीं मिलता। ऐसे में कई बार व्यक्ति आर्थिक तंगी का सामना करता है और उसे और भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इस चीज को महसूस करते हुए अब लोन प्रक्रिया के सरलीकरण हेतु आरबीआई ने एक बड़ा कदम उठाया है। आरबीआई (RBI loan process)की मानें तो इस नए सिस्टम से अब आपको मिनटों में ही लोन मिल सकता है।

दरअसल RBI ने एक ऑनलाइन पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट(RBI pilot project of an online public tech platform) लॉन्च किया है। जो लोन की प्रक्रिया का सरलीकरण करता है।

इस प्लेटफॉर्म को रिजर्व बैंक की इनोवेशन हब टीम ने आम जनता के लिए सुविधाजनक लोन प्रक्रिया हेतु डेवलप किया है। इसका मुख्य उद्देश्य लोन प्रक्रिया को आसान करना और लोन लेने के दौरान होने वाले खर्चों में कमी करना है।

क्या है नया सिस्टम ( what is RBI Application programming interface or API system)

डिजिटल प्लेटफॉर्म एक ओपन इन्फ्रास्ट्रक्चर, ओपन ‘एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस’ (API) और स्टैंडर्ड्स से लैस सुविधा है जो फाइनैंशल सेक्टर की सभी यूनिट्स ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल पर बिना किसी परेशानी के जुड़कर प्रक्रिया को आसान बनाने में सहायक होगा। इसका सबसे बड़ा मददगार API सॉफ्टवेयर है जो दो एप्लिकेशन को एक दूसरे से कनेक्ट करते हुए प्रोसेस को आसान और फास्ट बनाता है।

जानिए API यूनिट साफ्टवेयर के बारे में

API यूनिट एक समय में कई यूनिट्स के आंकड़े प्राप्त करने और साझा करने की क्षमता रखता है और यह बेहद सरल भी है। यह सभी फाइनेंशियल सेक्टर के प्लेयर्स को ‘plug and play’ मॉडल से जोड़ सकता है। RBI इसका उपयोग अपने पायलट प्रोग्राम में प्लेटफॉर्म पर किसान क्रेडिट कार्ड लोन, डेयरी लोन, MSME लोन आदि के लिए करेगा।

अभी ग्राहकों को आने वाली दिक्कत

लोन मंजूरी से पहले ग्राहकों को सभी जानकारी के कई सेटों की आवश्यकता होती है।
वर्तमान में, लोन या क्रेडिट को मंजूरी देने के लिए जरूरी डेटा केंद्र और राज्य सरकारों, अकाउंट एग्रीगेटर्स, बैंकों और क्रेडिट सूचना ब्यूरो जैसी विभिन्न संस्थाओं से जुटाना एक बेहद पेचीदा और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है।
इससे लोन मंजूर होने में कई दिन लग जाते हैं।

पायलट प्रोजेक्ट के फायदे (Benefits of pilot project)

  1. इस टेक्नोलॉजी प्लैटफॉर्म से बैंक 1.6 लाख रुपये के किसान क्रेडिट कार्ड लोन, दूध उत्पादकों को लोन, किसी जमानत के बगैर MSME इंडस्ट्री को लोन, पर्सनल लोन और होम लोन देने का काम बड़ी आसानी से कर सकेंगे।
  2. समय की बचत इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा है।
  3. इसके जरिए RBI लोन संबंधी मामलों में NBFC कंपनियों पर आसानी से मॉनिटरिंग कर सकता है
    साथ ही अन्य बैंक भी पैन सत्यापन के लिए सुरक्षित और सहमति-आधारित कस्टमर डेटा तक पहुंचने के लिए बैंक
  4. RBI के इनोवेशन हब के तकनीकी प्लेटफॉर्म का सहारा ले सकेंगे।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *