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गणतंत्र दिवस के बारे में ये 7 बातें आपको जरूर पता होनी चाहिए?

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भारत में हर वर्ष 26 जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. साल 2023 में भारत अपना 74वां गणतंत्र दिवस (74th Republic Day) मनाने जा रहा है. भारत की स्वतंत्रता की कहानी तो अधिकतर लोग जानते हैं लेकिन गणतंत्र दिवस के बारे (Republic Day Fact) में कम लोग ही जानते हैं. गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ खास बाते आप यहाँ जानने वाले हैं.

1) गणतंत्र दिवस क्यों मनाते हैं? (Why Republic Day Celebrated?)

15 अगस्त को हम भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं क्योंकि भारत इस दिन अंग्रेजों के शासन से आजाद हुआ था. लेकिन आजादी के बाद भी भारत में अपना संविधान नहीं था. भारत का संविधान लंबे समय की मेहनत के बाद तैयार हुआ. इसमें कई लोगों का योगदान भी रहा. लेकिन भारत ने संविधान को जिस दिन पूर्ण रूप से अपनाया, पूर्ण रूप से स्वीकार किया उस दिन को हो भारत में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. 26 जनवरी 1950 को भारत ने संविधान को पूर्ण रूप से अपनाया था और उसे लागू किया था.

2) संविधान कैसे बना? (How was Indian Constitution Made?)

संविधान बनने की शुरुआत होती है साल 1946 से. उस समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली ने पेथिक लारेंस की अध्यक्षता में केबिनेट मिशन को भारत भेजा था. केबिनेट मिशन का उद्देश्य भारत में संविधान सभा का निर्माण करना था.

केबिनेट मिशन के अनुसार
– संविधान सभा के लिए सदस्यों का चुनाव किया जाए जो अप्रत्यक्ष निर्वाचन के जरिए चुने जाए.
– प्रत्येक सीट का विभाजन 10 लाख जनता के आधार पर किया जाए.
– इस तरह उस समय कुल 389 सदस्य संविधान सभा के लिए चुने गए थे, जिन्हें भारत के लिए संविधान तैयार करने का कार्य करना था.

संविधान सभा तैयार हुई और इसके प्रथम अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद बने. संविधान बनाने के लिए कुछ समितियाँ तैयार की गई, जो संविधान के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के सुझाव लेकर आईं. अंत में संविधान बनकर तैयार हुआ. संविधान सभा के सभी सदस्यों ने 26 नवंबर 1949 को संविधान पर सहमति दे दी थी. मतलब संविधान सभा के अधिकतम सदस्यों ने इस पर अपनी सहमति देकर इसे अपना लिया था.

इस दिन संविधान को पूर्ण रूप से भारत में लागू नहीं किया गया था लेकिन इसके 15 अनुच्छेदों को लागू किया गया था. 26 नवंबर को ही हम संविधान दिवस और विधि दिवस के रूप में मनाते हैं.

3) 26 जनवरी को ही क्यों मनाते हैं गणतंत्र दिवस (Why do we celebrate republic day on 26th January?)

26 नवंबर 1949 को संविधान बनकर तैयार हो गया था और उस पर सभी की सहमति भी मिल गई थी. फिर दो महीने के बाद संविधान को पूर्ण रूप से क्यों लागू किया गया? ये सवाल सभी को परेशान करता है.

दरअसल संविधान सभा ने तो पूर्ण रूप से इसे लागू करने की सहमति दे दी थी, लेकिन इसके लिए एक सही दिन का चुनाव भी करना था. तब संविधान सभा के वरिष्ठतम सदस्यों ने 26 जनवरी के दिन को चुना क्योंकि इसके पीछे खास राष्ट्रीय महत्व था.

साल 1929 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के जरिए आम सहमति से ये घोषणा की थी की 26 जनवरी 1930 तक अंग्रेज भारत को डोमिनियन स्टेट का दर्जा दे. 26 जनवरी 1930 वो दिन था जब कांग्रेस ने भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी. इसलिए संविधान सभा के सभी सदस्यों ने 26 जनवरी 1950 को चुना ताकि इस दिन का राष्ट्रीय महत्व बना रहे.

4) गणतंत्र दिवस पर तिरंगा कौन फहराता है? (Who hoisting flag on republic day in India?)

गणतंत्र दिवस भारत के संविधान से जुड़ा राष्ट्रीय पर्व है. इस दिन भारत का संविधान लागू किया गया जिसके अनुसार जनता को सर्वोपरि बताया गया साथ ही भारत में गणतंत्र लागू किया गया.

24 जनवरी 1950वो दिन था जब भारत को अपने प्रथम राष्ट्रपति प्राप्त हुए. देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद बने थे. इस दिन ही इन्होंने देश के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इसलिए 26 जनवरी के दिन यानी गणतंत्र दिवस के दिन भारत के राष्ट्रपति झण्डा फहराते हैं.

5) गणतंत्र दिवस की पहली परेड (Republic Day Pared)

गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1950 में मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित हुई थी. उस समय परेड में 3 हजार भारतीय सैनिक और 100 से अधिक विमानों ने भाग लिया था. वर्तमान में राजपथ, दिल्ली में परेड आयोजित की जाती है जहां तीनों सेनाओं की परेड देखने को मिलती है. राजपथ पर पहली परेड साल 1955 में हुई थी.

6) संविधान कितने दिनों में बना (Facts about Indian Constitution)

संविधान सभा के सदस्यों का निर्वाचन होने के बाद तथा स्थाई अध्यक्ष के रूप में राजेन्द्र प्रसाद को चुने जाने के बाद से ही संविधान को बनाने का कार्य शुरू हो चुका था. संविधान के निर्माण के लिए अलग-अलग समितियाँ बनाई गई. इन समितियों ने अलग-अलग देशों के संविधान का अध्ययन किया और उनमें से अपने संविधान के लिए महत्वपूर्ण तथ्यों को इकट्ठा किया तथा अपने देश के हिसाब से उनमें बदलाव भी किए.

सभी तथ्यों को इकट्ठा करने के बाद प्रारूप समिति ने पूरे संविधान को तैयार किया और उसे संविधान सभा में पेश किया. पेश करने के दौरान तीन डिबेट हुई जिसमें इसमें सुधार किए गए. अंत में 26 नवंबर 1949 को सभी ने इस पर पूर्ण सहमति दी और अपना लिया. संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा.

7) गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति क्यों फहराते हैं तिरंगा

आपने अक्सर देखा होगा की स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं जबकि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं. आपके मन में भी ये सवाल आया होगा की आखिर ऐसा क्यों होता है?

दरअसल जब भारत आजाद हुआ था तो उस समय भारत को पहले प्रधानमंत्री के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू प्राप्त हुए थे. वहीं जब संविधान को लागू किया गया तो पहले राष्ट्रपति प्राप्त हुए. इसलिए गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं.

गणतंत्र दिवस हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है. ये भारत के लिए गौरव का दिन हैं क्योंकि इस दिन भारत ने अपना स्वयं का संविधान लागू किया था. जिसके हिसाब से आज ये पूरा देश संचालित होता है.

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