Thu. Apr 18th, 2024

Abbortion pills side effect : क्या अबॉर्शन पिल्‍स सुरक्षित है, अबॉर्शन पिल्‍स के नुकसान

किसी भी महिला के लिए माँ बनना एक अलग ही अनुभव होता है जो सुखद होता है लेकिन अगर महिला को अनचाहा गर्भ (unwanted pregnancy) ठहर जाये तो ये उनके लिए दुखद बन जाता है. इस समस्या से निजात पाने के लिए महिलाएं अबॉर्शन पिल्‍स (abbortion pills) लेती हैं. दुनिया में अधिकतर महिलाएं अनचाहे गर्भ को खत्म करने के लिए अबॉर्शन पिल्‍स का ही सहारा लेती हैं.

आप अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए गर्भपात की गोलियां ले तो लेते हैं लेकिन ये अबॉर्शन पिल्‍स आपको बाद में बहुत नुकसान पहुचाती (abbortion pills side effect) है. इससे आपकी माँ बनने की क्षमता की प्रभावित होती है और आपके शरीर में कमजोरी आती है. अबॉर्शन पिल्‍स लेने से कई तरह के नुकसान होते हैं जिन्हें हर उस महिला को जान लेना चाहिए जो अबॉर्शन पिल्‍स का सेवन करती हैं.

अबॉर्शन पिल्‍स कब और कैसे उपयोग की जाती है?

अगर किस महिला को (abbortion pills right use) गलती से गर्भ ठहर गया है और वो इसे रोकना चाहती है तो वो अबॉर्शन पिल्‍स यानि गर्भपात की गोलियां ले सकती हैं. लेकिन इन्हें लेने के भी नियम हैं. इसे आप अपनी मर्जी के अनुसार नहीं ले सकते. अबॉर्शन पिल्‍स लेने से पहले आपको अपने डॉक्टर से जरूर पूछना चाहिए की क्या ये उसके लिए सेफ रहेगी या नहीं.

एक्सपर्ट की माने तो अबॉर्शन पिल्‍स (abbortion pills) को आप अंतिम माहवारी के 49 दिनों के भीतर ले सकती हैं. आमतौर पर आपको दो अबॉर्शन पिल्‍स लेनी पड़ती है. पहली और दूसरी पिल्स के बीच कितना अंतर रखना है ये बात आपको आपके डॉक्टर बताते हैं. इसके लिए वो आपका अल्ट्रासाउंड टेस्ट भी करते हैं.

अबॉर्शन पिल्‍स लेने के नुकसान

अबॉर्शन पिल्‍स अनचाहे गर्भ को रोकने का अच्छा उपाय है लेकिन एक हद तक. अगर आप बार-बार इसका उपयोग करते हैं तो फिर ये आपके लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक (abbortion pilss side effect) रहती है. अबॉर्शन पिल्‍स लेने के निम्न नुकसान आपको देखने को मिलते हैं.

फर्टिलिटी पर अबॉर्शन पिल्‍स का असर

अबॉर्शन पिल्‍स का अधिक सेवन आपको सबसे ज्यादा नुकसान पहुचा सकता है. इससे आपके शरीर में बन रहे प्रेग्नेंसी हार्मोन प्रोजेस्‍टेरॉन प्रभावित होते है जिसके कारण आपकी माँ बनने की क्षमता यानि प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) पर असर पड़ता है और दोबारा माँ बनने में परेशानी होती है.

पूरी तरह से गर्भपात नहीं हो पाता

कई बार ऐसी स्थिति भी आती है की इन गोलियों को लेने के बाद भ्रूण पूरी तरह से गर्भाशय से बाहर नहीं आ पाता और उसके कुछ हिस्से या अवशेष अंदर ही रह जाते हैं. ये हालत महिलाओं के लिए काफी खतरनाक हो सकती है क्योंकि इसमें उन्हें सर्जरी करवाना पड़ सकती है. इसलिए सबसे बेहतर ये होगा की आप अबॉर्शन पिल्‍स लेने से पहले डॉक्टर को सलाह लें.

अधिक मात्रा में ब्‍लीडिंग होना

अबॉर्शन पिल्‍स को लेने का एक समय होता है अगर उस समय के अंदर इन्हें ले लिया जाए तो आपको ज्यादा नुकसान नहीं होता. जैसे इन पिल्स को 50 दिन के अंदर ले लेना चाहिए. लेकिन कुछ लोग 50 दिन के बाद बिना जानकारी के अबॉर्शन पिल्‍स को ले लेते हैं जिसकी वजह से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. ये ब्लीडिंग एक पीरियड के दौरान और भी ज्यादा हेवी हो सकती है. ये कुछ दिनों, हफ्तों से लेकर महीने भर तक हो सकती है.

पेट में तेज दर्द और एठन होना

अबॉर्शन पिल्‍स लेने का सबसे बड़ा नुकसान ये है की इसकी वजह से आपके पेट में दर्द और एंठन (abortion pill pain level) होती है. क्योंकि अबॉर्शन पिल्‍स लेने से आपके शरीर से भारी मात्रा में खून और दूसरे द्रव लगातार निकलते रहते हैं इसलिए इन्हें लेने के बाद महिलाओं को पेट, पैरों और शरीर के अन्य हिस्सों में एंठन होती है.

शारीरिक नुकसान

इन दवाओं के सेवन से आपको कुछ शारीरिक नुकसान जैसे जी मचलना, उल्टी-दस्त जैसी शिकायत भी हो सकती है. इसके अलावा आपके पेट में दर्द और मरोड़ भी हो सकते है. अबॉर्शन पिल्‍स लेने से आपके शरीर में कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके अलावा आपको बुखार भी आ सकता है.

खून की कमी

अबॉर्शन पिल्‍स लेने के बाद ब्लीडिंग होती है और इस ब्लीडिंग (abbortion pills heavy bleeding) के कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है. अगर आपको पहले से ही खून की कमी है या फिर आपको एनीमिया है तो आपकी समस्या और भी बढ़ सकती है. अगर आपको एनीमिया है तो फिर आपको डॉक्टर की सलाह के बिना इन गोलियों के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए.

अबॉर्शन पिल्‍स एक तरह से आपकी सुरक्षा के लिए हैं लेकिन इसके नुकसान भी है. आप इसे एक-दो बार उपयोग कर सकते हैं लेकिन इसे बार-बार उपयोग करना आपको ही नुकसान पहुचाता है. आप किसी के कहने पर इन अबॉर्शन पिल्‍स का उपयोग न करें. इन्हें लेने से पहले डॉक्टर को दिखाएँ. इसके बाद उनकी सलाह अनुसार कौन सी अबॉर्शन पिल्‍स कब लेनी इसे जाने और तब लें. यही आपके लिए फायदेमंद रहेगा.

डॉक्टर बबीता शियोकंद अरोरा (MBBS, DGO, DNB, DHM) गायनोकॉलिजिस्ट हैं. स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में वे बीते 12 सालों से बतौर प्रोफेशनल अपनी सेवाएं दे रही हैं। वे दिल्ली के मैक्स, अपोलो सहित कई अस्पतालों में भी प्रोफेशल प्रैक्टिशनर रहीं हैं। वर्तमान में वे अपना निजी मेडिकल सेंटर चलाती हैं. 

यह भी पढ़ें :

Pregnancy diet : डॉक्टर से जानें, कैसी हो प्रेगनेंसी में डाइट

Surrogacy in India : सरोगेसी क्या है, भारत में सरोगेसी के नियम

महिलाओं के लिए खास योगासन जो बीमारियों से दिलाएंगे छुटकारा

By डॉ. बबीता श्योकंद अरोरा

डॉक्टर बबीता शियोकंद अरोरा गायनोकॉलिजिस्ट हैं और आस्था मेडिकल सेंटर चलाती हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ के रूप में वे बीते 15 सालों से बतौर प्रोफेशनल अपनी सेवाएं दे रही हैं। वे दिल्ली के मैक्स, अपोलो जैसेे अस्पतालों में भी प्रोफेशल प्रैक्टिशनर रहीं हैं।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *