राष्ट्रपति भवन वास्तुकला का एक अनूठा उदाहरण है. यहाँ पर स्थित मुग़ल गार्डन एक खूबसूरत गार्डन है. हाल ही में इसका नाम बदलकर अमृत उद्यान (Amrit Udyan) कर दिया गया है. मुग़ल गार्डन वैसे तो सालभर आम जनता के लिए बंद रहता है लेकिन फिर भी आप साल के एक महीने में इसमें घूम सकते हैं. मुग़ल गार्डन के लिए आप ऑनलाइन टिकट बुक करके यहाँ घूमने आ सकते हैं.
मुगल गार्डन (अमृत उद्यान) का इतिहास (History of Amrit Udyan)
मुगल गार्डन राष्ट्रपति भवन मे स्थित एक विशाल गार्डन है जिसका नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया गया है. इस उद्यान को सालभर में एक बार ही फरवरी से मार्च के महीने में आम जनता के लिए खोला जाता है. मुगल गार्डन के बनने के पीछे भी विशेष कहानी है.
मुगल गार्डन बनने की शुरुआत साल 1911 से होती है. उस समय अंग्रेजों ने अपनी राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की थी. उस समय दिल्ली में इमारते डिजाइन करने के लिए वास्तुकार एडवर्ड लुटियन्स को बुलाया गया था. लुटियन्स ने दिल्ली आकर वायसराय हाउस का निर्माण किया था जिसे अब राष्ट्रपति भवन कहा जाता है.

लुटियन्स जब वायसराय हाउस को बना रहे थे तब वायसराय लॉर्ड होर्डिंग की पत्नी ने वहाँ का बगीचा देखा जिसे लुटियन्स ने ब्रिटिश शैली में बनाया था. तब लेडी हार्डिंग ने लुटियन्स के सामने प्रस्ताव रखा की बगीचे को भारतीय शैली के अनुरूप तैयार किया जाए. तब लुटियन्स ने कश्मीर और ताजमहल के बगीचों का निरीक्षण किया और उनकी तर्ज पर भारतीय और मुगल कला से प्रेरित होकर यहाँ विशाल गार्डन का निर्माण कराया. इसे ही मुगल गार्डन कहा गया.
मुगल गार्डन की विशेषताएं (Qualities of Amrit Udyan)
मुग़ल गार्डन कला का एक अनूठा उदाहरण है, जिसमें सैकड़ों किस्म के पौधे, फूल आपको देखने को मिलते हैं. ये अपने आप में कई विशेषताएं लिए हुए है.
– मुगल गार्डन 15 एकड़ में फैला हुआ बेहद खूबसूरत और विस्तृत गार्डन है.
– इसमें सैकड़ों किस्म के गुलाब और ट्यूलिप के फूल खिलते हैं.
– यहाँ देसी फूलों के साथ-साथ विदेशी किस्म के फूल भी हैं.
– मुग़ल गार्डन के अंदर 12 अलग-अलग गार्डन है, इसमें बायो डाइवर्सिटी पार्क, म्यूज़िकल फाउंटेन, हर्बल गार्डन, बटरफ्लाई, सनकीन गार्डन, कैक्टस गार्डन, रोज गार्डन आदि हैं.
– मुगल गार्डन में दुनियाभर की दुर्लभ जड़ी-बूटियाँ उगाई जाती हैं.
– मुग़ल गार्डन में अकेले गुलाब की 250 किस्में हैं.
मुग़ल गार्डन (अमृत उद्यान) टिकट बुक (How to book ticket for Amrit udyan?)
आप दिल्ली में आकर राष्ट्रपति भवन में स्थित अमृत उद्यान को देखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पहले से टिकट बुक करनी होगी. मुग़ल गार्डन देखने के लिए आप नीचे दिए गए तरीके को देखकर ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं.
– राष्ट्रपति भवन की अफिशियल वेबसाइट https://presidentofindia.nic.in/ पर जाएं.
– यहाँ पर आपको Quick Links के सेक्शन में Udyanotsava 2023 Click to book दिखाई देगा, उस पर क्लिक करें.
– इसके बाद आप बुकिंग करने वाली वेबसाइट पर पहुँच जाएंगे। आगे Click here for online booking पर क्लिक करें.
– अब आपके सामने एक फॉर्म ओपन हो जाएगा. इसमें पूछी गई चीजों को अच्छी तरह फिल करें.
– इसे सबमिट करने के बाद आपसे आपकी पर्सनल डिटेल्स मांगी जाएगी. पूरी जानकारी फिल करके अपने फॉर्म को सबमिट कर दें.
– फॉर्म सबमिट होने के बाद आपको वहीं पर ही e-Pass Download का ऑप्शन दिखाई देगा, उस पर क्लिक करके आप अपना e-Pass Download कर सकते हैं.
e-Pass Download करके उसका एक प्रिन्ट जरूर निकलवा लें. जब आप वहाँ जाएंगे तो आपको अपना पास दिखाना होगा. मुगल गार्डन देखने के लिए आपको गेट नंबर 35 पर जाना होगा. वहाँ पर आप अपना पास और आईडी दिखाकर अंदर जा सकते हैं. टिकट बुक करने के लिए आपसे किसी तरह का कोई चार्ज नहीं लिया जाता है.
मुगल गार्डन टाइमिंग (Amrit Udyan Timing)
मुगल गार्डन जाने के लिए टाइमिंग काफी महत्वपूर्ण है. ये गार्डन काफी बड़ा है और इसे पूरा घूमने में समय भी लगता है. अगर आप सही समय पर एंट्री पा लेते हैं तो आप आसानी से एक दिन में पूरा गार्डन घूम सकते हैं.
साल 2023 में मुगल गार्डन को 31 जनवरी से मार्च तक के लिए खोला जाएगा, इस दौरान आप अपनी टिकट बुक करवाकर मुगल गार्डन घूमने जा सकते हैं. मुगल गार्डन की टाइमिंग की बात करें तो आप यहाँ सुबह 10 बजे से 5 बजे के बीच घूम सकते हैं. अंतिम प्रवेश शाम 4 बजे ही दिया जाता है और शाम 5 बजे सभी को बाहर निकाल दिया जाता है. अगर आप अच्छी तरह मुग़ल गार्डन देखना चाहते हैं तो 10 बजे से 11 बजे के बीच प्रवेश पा लें. यहाँ एक दिन में 100 लोगों को ही प्रवेश दिया जाता है.
मुग़ल गार्डन आने से पहले यहाँ के सभी नियमों को अच्छी तरह पढ़ लें. यहाँ अपने साथ कोई गैर जरूरी सामान लेकर बिल्कुल न आए. समय पर आयें क्योंकि 5 बजे के बाद आप इस गार्डन में मौजूद नहीं रह सकते हैं.
यह भी पढ़ें :
DDA Housing Scheme : दिल्ली में सस्ते फ्लैट कैसे खरीदें?
DU Admission Process : दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन कैसे लें?
प्रदूषण: दिल्ली में आ रही रेगिस्तान की रेत, अरावली की पहाड़ियों से बचेगा पर्यावरण