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चीन के रिसर्चर्स ने दी चेतावनी, चमगादड़ में पाया गया नया वेरिएंट ‘NeoCov’

neocov

दुनिया में ओमिक्रोन का खतरा अभी कम नहीं हुआ और चीन से कोरोना के एक नए वेरिएंट की खबर आ गई. चीन के वैज्ञानिकों ने एक नए तरह के कोरोना वेरिएंट ‘नियोकोव’ (NeoCov Corona Variant) को लेकर चेतावनी जारी की है. रिसर्चर्स का दावा है कि NeoCov के फैलने की क्षमता पहले से काफी ज्यादा है और इससे मौत होने का खतरा भी बहुत ज्यादा है.

NeoCov क्या है? (What is NeoCov?) 

नियोकोव एक कोरोना वेरिएंट है जिसकी पुष्टि चीन के रिसर्चर्स ने की है. इस पर चेतावनी देते हुए कहा है कि ये पहले वाले वेरिएंट से बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. वहीं दूसरी ओर रूसी न्यूज़ एजेंसी स्पूत्नीक की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का नया वेरिएंट साउथ अफ्रीका के चमगादड़ों में बहुत तेजी से फैला है. पहले भी चमगादड़ों के जरिये इन्सानों में कोरोना फैलने का मामला सामने आया था और इसे पूरी दुनिया अभी तक भुगत रही है.

NeoCov पर वैक्सीन हो सकती है बेअसर (Vaccine effect on NeoCov) 

कोरोना के नए वेरिएंट को इतना खतरनाक बताया जा रहा है कि इसके आगे वैक्सीन भी बेअसर हो सकती है. रिसर्चर्स का दावा है कि ये किसी भी तरह की इम्यूनिटी को चकमा देने में सक्षम है. मौजूदा सभी कोरोना वैक्सीन इस पर बेअसर हो सकती है. नए वेरिएंट से इन्सानों को ज्यादा खतरा है.

WHO करेगा स्टडी (WHO on NeoCov) 

NeoCov को लेकर अभी तक किसी व्यक्ति के संक्रमित होने की खबर नहीं आई है. डबल्यूएचओ ने NeoCov को लेकर कहा है कि उसे इस घटना की जानकारी है लेकिन रिसर्च में पाये गए वाइरस को लेकर रिसर्च करने की जरूरत है. ताकि डबल्यूएचओ ये तय कर पाये कि इससे इन्सानों को कितना खतरा है. डबल्यूएचओ नए वाइरस में म्यूटेशन को पहचानता है और उसे खतरे के आधार पर अलग कैटेगरी में रखता है जिसे VoC कहा जाता है. अभी तक कोरोना के अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और ओमिक्रोन को VoC की कैटेगरी में रखा गया है.

म्यूटेशन क्या होता है? (What is Mutation in Hindi?)

कोरोना के बारे में जब बात की जाती है तो म्यूटेशन की बात भी की जाती है. जब किसी सूक्ष्मजीव या वायरस के जेनेटिक स्ट्रक्चर में बदलाव होता है तो उसे म्यूटेशन कहते हैं. हर वायरस की प्रकृति होती है कि वह खुद को बचाए रखने के लिए खुद में बदलाव करता रहता है जिसे म्यूटेशन कहा जाता है. ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में ही 32 से ज्यादा म्यूटेशन मिले हैं. इस म्यूटेशन की वजह से ही कोरोना के नए वेरिएंट बनते हैं. नया वेरिएंट पहले वाले वेरिएंट से थोड़ा अलग और खतरनाक होता है.

कोरोना का नया वेरिएंट ‘नियोकोव’ इन्सानों के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है ये तो समय के साथ ही पता चलेगा. फिलहाल में ये सिर्फ चमगादड़ों में फैला है. लेकिन इंसान यदि चमगादड़ के संपर्क में आते हैं तो फिर इसके फैलने की संभावना बढ़ सकती है. पहले भी चमगादड़ के जरिये ही कोरोना पूरी दुनिया में फैला था. चीन के वुहान से इसकी शुरुआत हुई थी. अभी भी चीन के वुहान से ही कोरोना के नए वेरिएंट की खबर आई है. ऐसे में इस वेरिएंट से जितना हो सके उतना बचकर रहने के जरूरत है.

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