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रोजाना एक कस्टर्ड एप्पल यानि सीताफल या शरीफा खाने से शरीर को आवश्यक मात्रा में न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति होती है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटैशियम सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं. हालांकि कुछ स्तिथियों में शरीफा का अधिक सेवन काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है.

किस मौसम में आता है सीताफल 

विशेष प्रकार के उभारों वाला यह फल ठंड के मौसम की शुरुआत में ही बाज़ार में दाखिल होने लगता है. शरीफा पकी हुई अवस्था में बाहर से हल्का सख्त है, लेकिन अंदर से यह बेहद नरम होता है. इसका गूदा सफ़ेद रंग का मलाईदार होता है. वहीं इसके  बीज काले रंग के होते हैं.

क्या कहता है आयुर्वेद 

आयुर्वेद रत्न पंडित एचएस तिवारी के अनुसार इस फल की तासीर ठंडी होती है. सीताफल बेहद पौष्टिक, वीर्य और बल वर्धक होने के साथ ही पित्त नाशक, तृप्ति दायक, रक्तवर्धक और ह्रदय के लिए लाभकारी है. सीताफल के अधिक मात्रा में सेवन करने सर्दी-जुकाम हो सकती है.

सीताफल में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं? (Custard Apple Nutrients)

सीताफल विटामिन “सी” का भरपूर स्रोत होता है. इसके अलावा इसमें विटामिन “ए”, राइबोफ्लेविन, थियामिन, नियासिन आदि तत्व पाए जाते हैं. इसके सेवन से पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, मेगनीज और फास्फोरस आदि मिलते हैं. 

क्या खून की कमी को दूर करता है सीताफल 

दूसरे फलों की तुलना में सीताफल में आयरन की मात्रा अधिक होती है. साथ ही इसमें विटामिन “सी” भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. विटामिन “सी” और आयरन दोनों होने से यह शरीर में हिमोग्लोबीन को बढ़ाने व खून की कमी को दूर करने का काम भी करता है.

हार्ट पेशेंट के लिए क्यों फायदेमंद है सीताफल

सीताफल में मौजूद पोटेशियम और मैग्नेशियम ह्रदय के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं. ये ह्रदय रोग से बचाते हैं. सीताफल में मौजूद फाइबर की प्रचुर मात्रा ब्लड प्रेशर कम करती है. वहीं कोलेस्ट्रॉल कम करके ह्रदय के लिए लाभदायक सिद्ध होती है.

थकान और ज्वाइंट पेन में दे रिलीभ 

मैग्नेशियम शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित रखने का काम करता है. इससे जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है. मैग्नीशियम की कमी से कमजोरी और थकान ज्यादा महसूस होती है. सीताफल खाने से ये समस्याएं दूर जाती हैं.

आंखों की ज्योति बढ़ाए 

सीताफल में पाए जाने वाले विटामिन ए और सी के साथ ही राइबोफ्लेविन आंखों के लिए फायदेमंद है. यह नेत्रशक्ति को बढ़ाने के साथ ही आंखों के रोगों से भी बचाव करता है. सीताफल का सेवन डिप्रेशन को दूर करता है और मन को प्रसन्न रखता है.

दांत और मसूड़ों को बनाए मजबूत (Teeth and gums are strong)

सीताफल में पाया जाने वाला कैल्शियम दांतों के मजबूती देता है. इसकी छाल में पाए जाने वाले टैनिन दांतों और मसूड़ों को लाभ मिलता है. इसकी छाल को बारीक पीस कर मंजन करने से मसूड़ों और दांत के दर्द में लाभ मिलता है.

गंजापन करे दूर सीताफल 

सीताफल के बीज को बकरी के दूध में पीसकर सिर पर लगाने से गंजापन दूर हो जाता है. रोजाना इस प्रयोग से सर पर बाल उगने लगते हैं. सिर पर दूध का मालिस करते समय ध्यान रखें कि यह दूध आंखों में न जाने पाए. 

Beneficial in pregnancy is the use of Custard apple 

प्रेग्नेंसी के समय यदि महिलाएं सीताफल खाटी हैं तो उनकी कमजोरी दूर होती है. साथ ही उल्टी व जी-घबराने जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है. शिशु के जन्म के बाद सीताफल खाने से माताओं के दूध में वृद्धि होती है.

सीताफल खाते समय रखें सावधानी 

सीताफल के बीज और पत्तों में कुछ विषैले तत्व भी पाए जाते हैं. सीताफल कहते समय ध्यान रखें कि उसका बीज न चबा लें. बीज चबाने से आपको नुकसान हो सकता है. साथ ही गलती से भी साबुत बीज न निगलें यह भी काफी तकलीफदेह साबित हो सकता है. 

डायबिटीज के पेशेंट न खाएं सीताफल 

सीताफल में केलोरी और शुगर की मात्रा अधिक होती है. ऐसे में यदि डायबिटीज के पेशेंट इसका सेवन करते हैं तो उन्हें परेशानी हो सकती है. इसलिए मधुमेह के पेशेंट्स को इसका सेवन करने से बचना चाहिए. अधिक मात्रा में सीताफल खाने से वजन बढ़ सकता है.

(नोट : यह लेख आपकी जागरूकता, सतर्कता और समझ बढ़ाने के लिए साझा किया गया है. यदि किसी बीमारी के पेशेंट हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.)

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