मोबाइल हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है और कई मौकों पर यह जान बचाने के काम आता है। मोबाइल की बहुउपयोगिता को देखते हुए केंद्र सरकार ने अब इसका उपयोग आपातकालीन स्थिति में अलर्ट डिवाइस हेतु करने की योजना तैयार की है।
इसी के चलते केंद्र सरकार की तरफ से मोबाइल इमर्जेंसी अलर्ट फीचर की टेस्टिंग (Mobile Emergency Alert Feature Testing) की जा रही है।
ऐसे में यदि एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर्स के पास इमर्जेंसी अलर्ट आए तो आप घबराए नहीं। यह इस नए फीचर की टेस्टिंग का चरण है। यह एक डेमो अलर्ट है, जिसके जरिए टेस्टिंग की जा रही है।
कैसा है यह अलर्ट? (what is Mobile Emergency Alert Feature Testing)
इस अलर्ट टेस्टिंग के दौरान आपके मोबाइल में तेज फ्लैश के साथ लंबी बीप का साउंड सुनाई देगा। साउंड तब तक जारी रहता है जब तक आप ओके का बटन न दबा दें। ओके का बटन दबाते ही सिस्टम टेस्टिंग को कंप्लीट मानकर सब कुछ पहले जैसा कर देता है। मतलब आपका फोन नॉर्मल कंडीशन में आ जाता है। ओके दबाने का मतलब भविष्य में यह होगा कि अलर्ट मैसेज को देख और पढ़ लिया गया है।
टेस्टिंग के बारे में प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जुलाई को इस तरह का टेस्ट अलर्ट देशभर के कई मोबाइल यूजर्स के मोबाइल पर किया जा चुका है। दरअसल कई देशों में इस तरह का अलर्ट फीचर मौजूद है जिसके चलते समय से पूर्व सूचना हो जाने पर जान और माल की होने वाली क्षति को बचाया जा सकता है।
इस नए फीचर का फायदा (benefits of Mobile Emergency Alert Feature)
दरअसल, पिछले कुछ सालों में आपातकालीन स्थिति में मोबाइल सबसे बड़े सहायक के रूप में उभर कर आया है। ऐसे में कई बार नेटवर्क के दिक्कत के चलते घबराहट के चलते व्यक्ति सही नंबर डायल नहीं कर पाता। लेकिन यह नया फिचर आपातकालीन अलर्ट के लिए स्पेशल ही बना है इसलिए इसका दूसरा कोई मतलब ना समझते हुए सहायता शीघ्र अति शीघ्र पहुंचने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है।
बाढ़, आंधी, सुनामी भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के वक्त टेलिकॉम कंपनियों के जरिए दूर संचार विभाग की ओर से अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। इससे यूजर्स समय रहते सुरक्षित जगह पर पहुंच जाएंगे।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण इस काम को आधिकारिक तौर पर निकट भविष्य में जरूरत के हिसाब से ऑपरेट करेगा।