Olympics को लेकर दुनियाभर में काफी जुनून है लेकिन इससे भी ज्यादा जुनून दुनियाभर के लोगों और खिलाड़ियों में Paralympics को लेकर है. हो सकता है आपमें से काफी कम लोग इसके बारे में जानते हो लेकिन जब आप इसके बारे में जान जाएंगे तब आपको वास्तविक खेल-भावना के बारे में पता चलेगा. इस लेख में आप Paralympic से जुड़ी कई जानकारी मिलेगी. जैसे Paralympics क्या है? Paralympics कैसे शुरू हुए? Paralympics का क्या इतिहास है? Paralympics में भारत का क्या योगदान है?
Paralympics क्या है? | What are Paralympics in Hindi?
Paralympics अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाला खेल आयोजन है. ये ठीक वैसा ही है जैसा ओलिंपिक्स होता है. इसे Olympics के समापन के कुछ दिनों के बाद आयोजित किया जाता है. इसमें Winter और Summer Paralympics आयोजित किए जाते हैं. Paralympics की खास बात ये है कि इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग होते हैं. हर चार साल में आयोजित होने वाले Olympics से भी ज्यादा रोमांचक इस Paralympics को देखना होता है क्योंकि इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी कमाल के होते हैं. इन्हें अगर रियल हीरो कहा जाये तो भी इनके लिए कम ही है.
Paralympics का इतिहास | History of Paralympics in Hindi
Paralympics के शुरू होने के पीछे एक कमाल की कहानी है. इन खेलों की शुरुआत होती है सेकंड वर्ल्ड वार के बाद. दूसरे विश्व युद्द में कई सैनिकों की मृत्यु हो गई थी और कई शारीरिक रूप से विकलांग हो गए थे. इनमें स्पाइनल इंज्यूरी के शिकार सैनिकों को ठीक करने के लिए न्यूरोलॉजिस्ट सर गुडविंग गुट्टमान ने स्पोर्ट्स को चुना. तब इनमें जीने की ललक जगाने और इनकी इंज्यूरी को ठीक करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर गेम्स के नाम से इसकी शुरुवात हुई. साल 1948 में लंदन में ओलंपिक गेम्स का आयोजन किया गया. जिसके साथ ही डॉक्टर गुट्टमान ने दूसरे हॉस्पिटल के मरीजों के साथ इस प्रतियोगिता की शुरुवात की. इसे लोगों ने काफी पसंद किया.
डॉक्टर गुट्टमान (Inventor of Paralympics) का आइडिया काफी काम कर गया और देखते ही देखते ब्रिटेन के अन्य डॉक्टर ने भी इसी तरीके को अपनाया. साल 1952 में इसका फिर से आयोजन किया गया. इस बार ब्रिटिश सैनिकों के साथ-साथ डच सैनिकों ने भी हिस्सा लिया. असल Paralympics साल 1960 में रोम से शुरू हुए. इसमें 23 देशों से करीब 400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. शुरुवात में Paralympics में तैराकी को छोड़कर एथलीट हर गेम में सिर्फ व्हीलचेयर के साथ हिस्सा ले सकते थे. ब्रिटेन के मार्गेट माघन Paralympics में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले एथलीट बने.
इसके बाद धीरे-धीरे Paralympics में बदलाव किए जाने लगे और कई और तरह से विकलांग प्रतिभागियों को भी इसमें हिस्सा लेने की परमिशन मिल गई. साल 2021 में 163 देश के 4500 खिलाड़ी Paralympics में भाग ले रहे हैं जो 22 खेलों की 540 स्पर्धाओं में भाग लेंगे.
Paralympics में भारत का प्रदर्शन | India in Paralympics
भारत ने Paralympics में साल 1968 में हिस्सा लिया था.
– साल 1972 में Heidelberg में आयोजित हुए Paralympics में Murlikant Petkar ने तैराकी की 50 मीटर प्रतियोगिता में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. Murlikant Petkar वो पहले एथलीट हैं जिनहोने भारत को Paralympics में पहला गोल्ड मेडल दिलाया था.
– इसके बाद साल 1984 में Joginder Singh Bedi ने Shot Put में सिल्वर मेडल जीता था. इनके अलावा इनहोने दो ब्रोंज मेडल भी जीते थे. इसी साल Bhimrao Kesarkar ने भालाफेंक में सिल्वर मेडल जीता था.
– भारत अभी तक Paralympics में 4 गोल्ड मेडल, 4 सिल्वर मेडल और 4 ब्रोंज मेडल जीत चुका है.
Paralympics 2020
Paralympics 2020 साल 2021 में टोक्यो में आयोजित हो रहे हैं. ये 24 अगस्त से 5 सितंबर तक चलेंगे. इसमें भारत के 54 पैरा एथलीट 9 अलग-अलग स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेंगे. भारत की ओर से Paralympics में भेजा गया ये अभी तक का सबसे बड़ा दल है.
Olympics 2020 में भारत ने एक गोल्ड मेडल के साथ 7 अन्य मेडल अपने नाम किए थे. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि Paralympics में भारत के पैरा एथलीट कितने मेडल्स लेकर आते हैं.
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