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इन 5 देशों के पास नहीं हैं खुद के ‘करेंसी’ दूसरे देश की मुद्रा से चला रहे काम

भारत में जब भी आपको कोई चीज खरीदनी होती है तो आप उस व्यक्ति को रुपये देकर उसकी रकम अदा कर देते हैं. रुपया भारत की मुद्रा है और भारत खुद इसे छापता है. लेकिन दुनिया में कई सारे ऐसे देश हैं जो न तो अपनी खुद की मुद्रा छापते हैं और न ही उनके पास खुद की मुद्रा है. यानी इन देशों के पास खुद का पैसा नहीं है. (Without Currency Country) ये देश दुसरे देशों की मुद्रा से अपना काम चला रहे हैं. ऐसे ही 5 देशों के बारे में आप यहाँ जानने वाले हैं जिनके पास खुद की मुद्रा नहीं है.

जिम्बाब्वे की मुद्रा (Zimbabwe Currency) 

जिम्बाब्वे पहले एक समृद्ध देश हुआ करता था. पहले ज़िम्बाब्वे के पास खुद की मुद्रा ‘ज़िम्बाब्वे डॉलर’ हुआ करती थी. साल 2009 में ज़िम्बाब्वे सरकार ने जरूरत से ज्यादा नोट छापे और ज़िम्बाब्वे के हर नागरिक के पास बोरे भर-भर कर नोट हो गए. आलम ये हुआ कि ज़िम्बाब्वे को महा महंगाई के दौर से गुजरना पड़ा. एक सेबफल लेने के लिए आपको एक बोरी ज़िम्बाब्वे डॉलर लेकर जाना पड़ता था.

देश में हुए इस महंगाई के दौर ने ज़िम्बाब्वे को खुद की मुद्रा खत्म करने की ओर प्रेरित किया. साल 2009 में जिम्बाब्वे ने अपनी खुद की मुद्रा समाप्त कर दी. अब जिम्बाब्वे में अलग-अलग देशों की मुद्रा चलती है. जैसे दक्षिण अफ्रीका की मुद्रा रैंड, ब्रिटिश पाउंड, यूरो, येन, यूएस डॉलर, ऑस्ट्रेलियन डॉलर.

इक्वाडोर की मुद्रा (Ecuador Currency) 

दक्षिण अमेरिका में बसा खूबसूरत देश इक्वाडोर पहले काफी समृद्ध हुआ करता था. ये मुख्य रूप से अपने तेल संसाधनों पर निर्भर था. इक्वाडोर पर कई बार आर्थिक संकट आए जिसके चलते वो 10 बार दिवालिया हो चुका है.

Ecuador

साल 2000 में इक्वाडोर ने एक बड़े आर्थिक संकट का सामना किया जिसके बाद इसकी अर्थव्यवस्था कभी उभर नहीं पाई. ये देश कर्ज में चला गया. जिसके चलते इस देश को अपनी मुद्रा खत्म करनी पड़ी. अब इस देश में यूएस डॉलर चलता है.

मोनाको की मुद्रा (Monaco Currency) 

यूरोपीय महाद्वीप में बसा मोनाको एक बहुत ही छोटा और खूबसूरत देश है. वेटिकन सिटी के बाद यदि कोई छोटा देश है तो वो मोनाको है. मोनाको पूरी तरह से फ्रांस पर आश्रित है. इसलिए यहाँ फ्रांस की मुद्रा यूरो मान्य है.

Monaco

फ्रांस की सबसे खास बात ये है कि यहाँ कोई गरीब नहीं है. इस देश की जीडीपी दुनिया में दूसरे नंबर पर आती है. यहाँ की अपराध की दर भी सबसे कम है. इतनी खूबियों के बावजूद भी इस देश की अपनी कोई मुद्रा नहीं है.

पनामा की मुद्रा (Panama Currency) 

पनामा पेपर का नाम तो आपने खूब सुना होगा क्योंकि हर दो तीन महीने में पनामा पेपर लीक होते हैं और उनमें किसी सेलिब्रिटी का नाम आता है. असल में पनामा एक देश है जो मध्य अमेरिका में बसा है.

Panama

साल 1903 में अमेरिका की मदद से ये कोलम्बियाइ संघ से अलग हुआ और स्वतंत्र हुआ. अमेरिका का इस देश पर काफी प्रभाव है जिसके चलते यहाँ अमेरिकन डॉलर ही चलता है. यहाँ की पूरी अर्थव्यवस्था को अमेरिकन डॉलर कंट्रोल करता है.

नाउरु की मुद्रा (Nauru Currency) 

नाउरु एक द्वीप राष्ट्र है. इसे दुनिया का सबसे छोटा द्वीप राष्ट्र कहा जाता है. इसका क्षेत्रफल 8.1 वर्ग किलोमीटर है. यहाँ की जनसंख्या 10 हजार है. ये एक ऐसा देश है जिसके पास न तो खुद की सेना है, न ही राजधानी है और न ही खुद की मुद्रा है.

Nauru

यहाँ पर ऑस्ट्रेलियन डॉलर मान्य है. इसके पीछे वजह ये है कि ये देश पहले जर्मनी के अधीन था. पहले विश्वयुद्ध के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने इसे जर्मनी से आजाद कराया था जिसके चलते यहाँ ऑस्ट्रेलिया का प्रभुत्व है.

ये वो देश हैं जिनकी खुद की मुद्रा नहीं है. इनकी खुद की मुद्रा नहीं होने की भी अपनी वजह है. कोई आर्थिक संकट के चलते अपनी मुद्रा को नहीं संभाल पाया तो किसी देश पर अभी भी दूसरे देश का प्रभुत्व है इसलिए वे दूसरे देशो की मुद्रा चला रहे हैं.

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