हर परिवार में कोई न कोई व्यक्ति ऐसा होता है जो LIC द्वारा किसी बीमा पॉलिसी को लेता है. इसकी वजह ये है कि आप छोटी-छोटी बचत करके ज्यादा पैसा इकट्ठा कर सकते हैं और अच्छे रिटर्न पा सकते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आर्थिक परेशानियों के चलते कई लोग बीमा पॉलिसी में प्रीमियम भरना छोड़ देते हैं और LIC Policy Lapsed हो जाती है. अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है तो आप इस लेख में जानेंगे कि कैसे बंद पड़ी बीमा पॉलिसी को फिर से शुरू करवाया जा सकता है.
Lapsed Policy क्या होती है? | What is Lapsed Policy?
जब आप कोई बीमा पॉलिसी लेते हैं तो हर महीने या फिर कुछ निश्चित समय के अंतराल पर आपको प्रीमियम जमा करना होता है. अगर आप समय पर प्रीमियम नहीं भरते हैं तो एलआईसी आपसे पेनल्टी लेती है. काफी सारे लोग कुछ दिनों तक पॉलिसी का प्रीमियम भरते हैं और फिर प्रीमियम नहीं भर पाते. कुछ महीनों तक यदि आप प्रीमियम नहीं भरते हैं तो आपकी पॉलिसी Lapsed Policy हो जाती है.
इसमें एक बात और ध्यान देने वाली ये है कि अगर आपने लगातार 5 सालों तक अपना प्रीमियम जमा किया और उस पर एलआईसी की ओर से लोन ले लिया है और कुछ महीनों तक प्रीमियम जमा नहीं किया है तो भी वो पॉलिसी Lapsed policy के अंतर्गत ही आती है. आप इसे भी फिर से शुरू करवा सकते हैं.
सामान्य रिवाइवल | Ordinary Revival
एलआईसी अपने ग्राहकों के लिए एक बहुत ही अच्छी रिवाइवल स्कीम पेश करती है. इस स्कीम के तहत लैप्स पॉलिसी होने पर 6 महीने के भीतर आप रिवाइव करवा सकते हैं. लेकिन इसमें रिवाइव करवाने के लिए आपको अपने प्रीमियम के साथ कुछ ब्याज भी भरना होगा. जिसे ग्राहक आम भाषा में पेनल्टी कहते हैं. इस तरह के रिवाइवल में पॉलिसीहोल्डर को किसी तरह का कोई हैल्थ डॉक्यूमेंट दिखाने की जरूरत नहीं होती है.
मेडिकल रिवाइवल | Medical Revival
आपके पास कोई बीमा पॉलिसी है और आप किसी मेडिकल इमरजेंसी के कारण प्रीमियम नहीं भर पा रहे हैं तो भी आप अपनी पॉलिसी को रिवाइव कर सकते हैं. इस ऑप्शन का उपयोग आप सिर्फ पूरी पॉलिसी की अवधि में एक बार कर सकते हैं. इसमें जितनी राशि आप रिवाइव करवाना चाहते हैं उसकी गणना करने के लिए मेडिकल अनिवार्यता रखनी पड़ती है. यानि आपको ऐसे डॉक्यूमेंट बताने होते हैं जिनसे ये साबित हो कि आप मेडिकल इमरजेंसी में थे.
ईएमआई रिवाइवल | EMI Revival
एलआईसी लैप्स हुई पॉलिसी को रिवाइव करने के लिए एक और शानदार ऑप्शन देता है. अगर आपके पास पूरा पैसा एक बार में चुकाने का बंदोबस्त नहीं है तो आप रिवाइव की रकम को किश्तों में भी भर सकते हैं. इसमें आपको एक दम से एलआईसी का रुका हुआ पैसा नहीं चुकाना पड़ेगा.
एलआईसी की ओर से कुछ महीनों के अंतराल में या साल में दो से तीन बार विशेष अभियान शुरू किए जाते हैं जिनमें आप अपनी लैप्स पॉलिसी को रिवाइव कर सकते हैं. इसमें आपको पॉलिसी पर लगने वाले ब्याज पर भी काफी हद तक राहत मिलती है. यदि आपकी पॉलिसी लैप्स हो गई है और आप सोच रहे हैं कि कोई नई पॉलिसी लेकर नुकसान की भरपाई कर लें तो ऐसा करने से बेहतर आपके लिए पॉलिसी को रिवाइव करना अच्छा रहेगा.
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