Fri. May 17th, 2024
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पूजा-पाठ में कई तरह की सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है जिनमें से लोबान एक प्रमुख सामग्री है. काफी लोग लोबान के उपाय (Loban ke totke) भी करते हैं जिनसे उन्हें फायदे मिलते हैं. लेकिन लोबान क्या है और लोबान कैसे बनता है? (Loban kaise banta hai?) इसके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है. 

लोबान को हिन्दू धर्म और मुस्लिम धर्म दोनों में ही इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर पूजा के दौरान इसका उपयोग होता है. इसके ज्योतिषीय और औषधीय दोनों तरह के फायदे हैं. लोबान के टोटके (Loban ke totke) भी कई तरह के हैं लेकिन इसके लिए आपको असली लोबान की पहचान करना आना चाहिए. 

लोबान क्या है? (What is Loban?) 

लोबान को आमतौर पर पूजा में इस्तेमाल किया जाता है. इसे लोहबान या लोबान कहते हैं. लोबान को अंग्रेजी में सुमात्रा स्नोबेल या गम बेंजोइन कहा जाता है.  

लोबान का इस्तेमाल तो हम सभी करते हैं लेकिन हम ये नहीं जानते हैं कि लोबान कैसे बनता है? (Loban kaise banta hai?) 

लोबान हमें लोबान के वृक्ष से प्राप्त होता है. लोबान का वृक्ष विशाल एवं माध्यम आकार का होता है. इसका फूल हल्का बैगनी और लाल रंग का होता है. इस वृक्ष की छाल में चीरा लगाने पर जो दूध प्राप्त होता है उसे लोहबान या लोबान कहते हैं. 

लोहबान वैसा ही होता है जैसा आपको पेड़ से गोंद प्राप्त होता है. दोनों में फर्क इतना है कि गोंद आपको अन्य पेड़ों के दूध से प्राप्त होता है और उनमें से अधिकतर गोंद को जलाने पर आपको खुशबू नहीं आती है.  

लोबान घर में क्यों जलाया जाता है? (Loban ke totke) 

लोबान को वैसे तो पूजा-पाठ के दौरान जलाया जाता है लेकिन इसके पीछे काफी सारे ज्योतिषीय तर्क एवं लोबान के टोटके हैं. 

– सनातन धर्म में धूप-दीप का विशेष महत्व है. अगर विधि-विधान से धूप-दीप किया जाए तो इससे घर परिवार की सारी टेंशन और नकरात्मकता खत्म हो जाती है. 

– नजर दोष और तंत्र मंत्र से बचने के लिए लोबान, पीली सरसों और गूगल को घाय के घी में मिलाकर शाम के समय कंडे पर इसे जलाना चाहिए. इसके धुएं से नकरात्माक शक्तियां दूर होती हैं. ऐसा आप रोजाना नियमित रूप से कर सकते हैं. 

– रोजाना लोबान जलाने से परिवार के सदस्यों में प्रेम बना रहता है और मानसिक शांति बनी रहती है. 

– रविवार के दिन कार्यस्थल पर लोबान, गुड़ और देसी घी को कंडे पर जलाने से नौकरी और व्यापार में उन्नति के योग बनते हैं और धन समृद्धि के योग बनना भी शुरू हो जाते हैं. 

– शनिवार के दिन लोबान की धूनी से हवन करना बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसा करने से देवी-देवताओं की कृपया बनी रहती है और धन-धान्य में कमी नहीं आती है. 

– हर रोज लोबान जलाने से घर में वास्तु दोष खत्म होता है और घर पर बुरी आत्माओं का साया नहीं मंडराता है. 

लोबान के आयुर्वेदिक फायदे (Loban ke fayde) 

लोबान के जहां कुछ ज्योतिषीय फायदे हैं वहीं कुछ आयुर्वेदिक लाभ भी हैं. 

– जिन लोगों को पुरानी खांसी, दमा, टीबी की बीमारी है उन्हें लोबान का धुआँ सूंघना चाहिए. इससे उन्हें लाभ मिलता है. 

– जिन्हें गाठिया रोग है उन्हें लोबान को पीसकर गठिया वाली जगह पर लगाना चाहिए. इससे उन्हें लाभ मिलता है. 

– अगर आपका पेट दर्द करता है तो आपको लोबान का प्रयोग करना चाहिए.  

असली लोबान की पहचान कैसे करें? (Asli loban kaise pahchane?) 

लोबान कई प्रकार के होते हैं इसलिए असली लोबान की पहचान करना जरूरी है. असली लोबान भूरे रंग तथा पीले रंग का होता है. इसमें वुडी मसालेदार जैसी खुशबू आती है. बिना खुशबू वाला लोबान असली नहीं माना जाता है.  

लोबान जलाने के नुकसान (Loban ke nuksan) 

लोबान को जलाने के कई सारे फायदे हैं लेकिन स्वास्थ की दृष्टि से ये गर्भवाटी महिलाओं और नवजात शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक होता है. इसलिए अगर आपके घर में गर्भवती स्त्री या नवजात शिशु है तो भूलकर भी घर में लोबान न जलाएं.  

लोबान के पीछे कई ज्योतिषीय एवं आयुर्वेदिक तर्क दिए जाते हैं. आप पूजा-पाठ के दौरान पहले से इसका इस्तेमाल करते हैं तो अवश्य ही नियमित रूप से करते रहें. अगर आप स्वास्थ्य की दृष्टि से इसका इस्तेमाल करते हैं तो सोच-समझकर ही इसका इस्तेमाल करें. 

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