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IIBX in Hindi : बुलियन एक्सचेंज क्या होता है, यह कैसे काम करता है?

bullion exchange kya hai

भारत को सरकार के द्वारा एक बड़ी सौगात मिली है जिसका नाम International Bullion Exchange है इसे IIBX भी कहा जा रहा है. बुलियन एक्सचेंज कई लोगों के लिए एक नया नाम हो सकता है लेकिन इससे लोगों का रिश्ता काफी पुराना है. इसलिए बुलियन एक्सचेंज क्या है? इसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए. 

बुलियन एक्सचेंज क्या है? (What is Bullion Exchange?) 

भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था ये बात सच है क्योंकि एक समय पर भारत एक ऐसा देश था जहां बहुत सारा सोना था लेकिन दूसरे देशों के आक्रमणकारियों द्वारा हमारे देश का सोना लूट लिया गया और देश को कंगाल बनाने की कोशिश की गई. 

असल मायने में ऐसा हो नहीं पाया लेकिन देश से सोना काम हो गया. वर्तमान में दूसरे देशों से भारत में सोना आयात किया जाता है. लेकिन फिर भी भारत ऐसा देश है जहां पर सोने और चांदी का बहुत बड़ा मार्केट है. लोगों के लिए सोना और चांदी अमूल्य है. 

IIBX का Full Form “Indian International Bullion Exchange” है. 

महिलाएं इसे जेवर के रूप में पहनती है तो पुरुष सोने को इनवेस्टमेंट के रूप में खरीदते हैं. आप किसी भी तरीके से या किसी भी उपयोग के लिए खरीदो सोना आपको फायदा ही देता है. 

सोने की खरीद-बिक्री के लिए आमतौर पर सोने के भाव देखे जाते हैं. सोने के भाव एक आम व्यक्ति से ज्यादा एक ज्वेलर को प्रभावित करते हैं क्योंकि उसका तो कारोबार ही इसी चीज का है.  

तो बुलियन का मतलब होता है फिजिकल गोल्ड और सिल्वर से.  मतलब जो सोना और चांदी आपके हाथ में होता है उसे ही बुलियन कहा जाता है. इसे खरीदने और बेचने की जगह को बुलियन एक्सचेंज कहा जाएगा. 

बुलियन एक्सचेंज की जानकारी (Bullion Exchange Information) 

भारत में हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा गुजरात की गिफ्ट सिटी में इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज की शुरुआत हुई. बुलियन एक्सचेंज कई तरह के प्रोडक्ट पोर्टफोलिओ और टेक्नोलॉजी सर्विसेज ऑफर करता है. इसकी लागत दूसरे देशों के मुकाबले काफी कम है. 

बुलियन एक्सचेंज कैसे काम करेगा? (How Bullion Exchange Works?) 

बुलियन एक्सचेंज के बारे में आप काफी सारी बाते जान गए हैं चलिए अब ये जानते हैं कि बुलियन एक्सचेंज कैसे काम करेगा? 

बुलियन एक्सचेंज का मतलब होता है एक ऐसी जगह जहां पर सोने और चांदी का आयात किया जा सके और फिर उसे ज्वेलर्स को बेचा जा सके. कुल-मिलाकर ये फिजिकल गोल्ड और सिल्वर को बेचने का एक बड़ा मार्केट होगा. 

इसमें सबसे पहले सोना और चांदी आयत किया जाएगा. इसके बाद इसमें रजिस्टर्ड ज्वेलर्स को सोने और चांदी को खरीदने के ऑप्शन दिए जाएंगे. इसमें सारे पेमेंट डॉलर में सेटल किया जाएंगे. कीमतों में पारदर्शिता होगी.  

शुरुआत में 995 शुद्धता के साथ एक किलो और 999 शुद्धता के साथ 100 ग्राम गोल्ड में ट्रेडिंग होने की संभावना है. इस एक्सचेंज के रूप में बाजार के सभी भागीदारों को बुलियन ट्रेडिंग के लिए एक कॉमन और पारदर्शी प्लेटफॉर्म मिल जाएगा.  इससे सही मूल्य निर्धारण में मदद मिलेगी.  सोने की क्वालिटी की गारंटी भी रहेगी.  

बुलियन एक्सचेंज का सबसे बड़ा फायदा देश के ज्वेलर को होने वाला है.  वे बुलियन एक्सचेंज के जरिए सही दामों पर अच्छी क्वालिटी का सोना खरीद पाएंगे. जो रजिस्टर्ड ज्वेलर रहेंगे उन्हें एक्सचेंज की ओर से पेमेंट में भी छूट दी जाएगी मतलब वे कुछ दिन बाद भी पेमेंट कर सकते हैं. उन्हें रियलटाइम पर चल रहे सोने और चांदी के रेट पर दिया जाएगा. इसलिए इनके लिए ये काफी फायदेमंद साबित होने वाला है.  

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