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दवाई से लेकर खाने-पीने की चीजों तक हर जगह पर केमिकल का भारी मात्रा में प्रयोग होता है. इसकी वजह से भारत में केमिकल इंजीनियर (Chemical Engineer) की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ी हैं. अगर आप केमिकल या उससे जुड़ी चीजों में रुचि रखते हैं तो आप केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering) की फील्ड में आपना भविष्य बना सकते हैं.

केमिकल इंजीनियरिंग क्या है? (Chemical Engineering Introduction)

केमिकल इंजीनियरिंग विज्ञान की एक शाखा है जिसमें Raw Material का उपयोग करके कोई उपयोगी प्रॉडक्ट बनाया जाता है. जैसे कई तरह के केमिकल को प्रोसैस करने के बाद उसे एक दवाई का रूप दे दिया जाता है. इसी तरह प्लास्टिक को भी बनाया जाता है. तो इस तरह के काम सब केमिकल इंडस्ट्री (Chemical Industry) के अंतर्गत होते हैं जिसमें केमिकल इंजीनियर्स काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. वो केमिकल प्लांट्स की डिज़ाइनिंग और मैंटेनेंस का कार्य करते हैं. केमिकल इंजीनियरिंग की फील्ड बायोटेक्नोलॉजी, नैनोटेक्नोलॉजी, मिनरल प्रोसेसिंग, पेट्रोलियम प्लांट्स आदि फील्ड से भी जुड़ी है.

केमिकल इंजीनियर्स क्या काम करते हैं? (Chemical Engineer Works?)

केमिकल इंजीनियर्स केमिकल इंडस्ट्री से जुड़े कई काम करते हैं.

– केमिकल प्रॉडक्ट बनाने के लिए केमिकल प्लांट डिज़ाइन करते हैं.
– केमिकल प्रॉडक्ट बनाने के लिए उनकी मशीनरी को जरूरत के हिसाब से तैयार करवाते हैं.
– वे नए दृग की खोज के लिए बायो-टेक कंपनियों में टेक्निकल कार्य करते हैं.
– केमिकल इंजीनियर केमिकल इंडस्ट्री के अलावा पेट्रोलियम रिफाइनिंग, फर्टिलाइजर इंडस्ट्री, फूड प्रोसेसिंग कंपनी, पैंट एंड डाइज़ इंडस्ट्री के साथ भी काम करते हैं क्योंकि ये भी कहीं न कहीं केमिकल इंडस्ट्री से जुड़ी होती हैं.

केमिकल इंजीनियर कैसे बनें? (How to become a Chemical Engineer?)

केमिकल इंजीनियर बनने के लिए आपके पास दो विकल्प हैं. अगर आप चाहते हैं कि आप केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें तो आप सीधे 10वी के बाद किसी पॉलीटेक्निक कॉलेज से केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं. लेकिन अगर आप केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो इसका रास्ता थोड़ा सा अलग है. केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने के लिए नीचे दिये गए स्टेप्स को फॉलो करें.

– सबसे पहले आप अच्छे अंकों के साथ किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड जैसे स्टेट बोर्ड, सीबीएसई आदि से 10वी कक्षा पास करें. क्योंकि अच्छे नंबर लाने पर ही आपको 11वी में पसंदीदा विषय मिलते हैं.

– दसवी पास करने के बाद आपको 11वी और 12वी फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ विषय के साथ अच्छे अंकों से पास करनी है.

– 11वी और 12वी की पढ़ाई के साथ-साथ आप आईआईटी एंट्रैन्स एक्जाम की तैयारी करें. आईआईटी क्या है और आईआईटी एंट्रैन्स एक्जाम में किस तरह से परीक्षा होती है. इसकी जानकारी के लिए हमारा लेख जरूर पढ़ें : IIT JEE Main & IIT JEE Advance क्या हैं?

– 12 क्लास की एक्जाम होने के बाद आईआईटी की परीक्षा होती है जिसके माध्यम से आपका चयन देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में होता है. कॉलेज में आप केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक या बीई कर सकते हैं.

– ग्रेजुएशन खत्म होने के बाद आप इसी विषय के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन और उसके बाद पीएचडी कर सकते हैं.

इस तरह आप एक केमिकल इंजीनियर बन सकते हैं. आपका केमिकल इंजीनियरिंग का ग्रेजुएशन खत्म होने के बाद आप सीधे इससे संबन्धित नौकरी भी कर सकते हैं. अगर आप और भी ज्यादा एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आप पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी कर सकते हैं.

केमिकल इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट कॉलेज और यूनिवर्सिटी (Best College and university for Chemical Engineering)

हर स्टूडेंट चाहता है कि वो जिस कोर्स को करना चाह रहा है उसके लिए वो बेस्ट इंस्टीट्यूट को चुने. तो अगर आप केमिकल इंजीनियरिंग में बेस्ट इंस्टीट्यूट में जाना चाहते हैं तो आप उनके नाम नीचे दी गई लिस्ट में पढ़ सकते हैं.

आईआईटी बॉम्बे
आईआईटी मद्रास
आईआईटी दिल्ली
आईआईटी खड़गपुर
आईआईटी रुड़की
आईआईटी कानपुर
अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई
जादवपुर यूनिवर्सिटी, कलकत्ता

केमिकल इंजीनियरिंग कंपनी (Chemical Engineering Companies)

केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आपको जॉब की तलाश रहती है. ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि देश की ऐसी कौन सी कंपनियाँ हैं जो केमिकल इंजीनियर को हायर करती हैं. केमिकल इंजीनियर को हायर करने वाली कंपनियाँ दो तरह की हैं. पहली सरकारी और दूसरी प्राइवेट.

सरकारी कंपनियों की बात करें तो इनमें हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑइल कार्पोरेशन लिमिटेड, गेल लिमिटेड, एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड शामिल हैं.

प्राइवेट कंपनियों की बात करें तो इनमें पिरामल हैल्थकेयर लिमिटेड, रैनबैक्सी लैब, फिजर इंक, निरमा तथा अन्य कॉस्मेटिक, पेंट्स कंपनियाँ और फार्मा कंपनियाँ शामिल हैं.

केमिकल इंजीनियर्स की सैलरी (Chemical Engineer Salary in India)

केमिकल इंजीनियरिंग में आपकी सैलरी आपकी वर्किंग स्किल और आपके अनुभव के आधार पर तय होती है. अगर आप सिर्फ एक फ्रेशर हैं और किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करना चाह रहे हैं तो आपको सालाना 2.5 लाख से 3 लाख रुपये सैलरी मिल सकती है.

केमिकल इंजीनियरिंग एक काफी विस्तृत क्षेत्र है जिसमें आप केमिकल से जुड़ी हर कंपनी के साथ काम कर सकते हैं. वैसे भी हर कंपनी में केमिकल से संबन्धित काम तो होता ही है. काफी कम ही कंपनियों के ऐसे सेक्टर्स हैं जो बिना केमिकल के किसी उत्पाद को तैयार करते हैं. ऐसे में केमिकल इंजीनियर्स की डिमांड वर्तमान और भविष्य में हमेशा ही बनी रहेगी. अगर आप इसमें अपना करियर बनाते हैं तो ये फील्ड आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगी.

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By रवि नामदेव

युवा पत्रकार और लेखक

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