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Juice Jacking Kya hai? सिर्फ चार्ज करने से हैक हो सकता है फोन, जानिए क्या है जूस जैकिंग?

juice jacking kya hai

सोचिए आपने कहीं पर फोन चार्जिंग पर लगाया और आपके फोन से आपका पूरा अकाउंट खाली हो गया. हो सकता है ये आपको मजाक लग रहा हो लेकिन हैदराबाद में एक ऐसा ही मामला सामने आया है.

हैदराबाद में एक कंपनी के CEO ने पब्लिक प्लेस पर अपना फोन चार्ज करने के लिए लगाया. (Juice Jacking Kya hai?) कुछ देर बाद ही उन्होंने देखा तो पता चला कि उनके बैंक खाते से 20 लाख रुपये निकाले जा चुके हैं वो भी उनकी जानकारी के बिना.

आजकल हैकर आपके फोन को हैक करने के नए तरीके को इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसे जूस जैकिंग नाम दिया गया है. इस तरीके में चार्जिंग के दौरान या फिर वाईफाई इस्तेमाल करने के दौरान ही आपके मोबाईल को हैक करके आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं.

जूस जैकिंग क्या है? (Juice Jacking Kya hai?) जूस जैकिंग से कैसे बच सकते हैं? इन सवालों के जवाब आपको जरूर जानना चाहिए क्योंकि छोटी सी लापरवाही आपका भी बैंक अकाउंट खाली करवा सकती है.

जूस जैकिंग क्या है? (What is Juice Jacking?)

स्मार्टफोन हमारे लिए एक महत्वपूर्ण डिवाइस बन चुका है. इसमें बैटरी और इंटरनेट हमेशा होना चाहिए तभी आपका भी काम चलता है. जैसे ही आपके फोन की बैटरी खत्म होती है तो आप अपने फोन को चार्ज करने की तलाश में लग जाते हैं.

कई बार हम अपना फोन पब्लिक प्लेस जैसे होटल, रेस्टोरेंट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि पर चार्ज करते हैं. लेकिन इन जगह पर आपको अपने फोन को चार्ज करने से बचना चाहिए.

असल में जब आप फोन को पब्लिक प्लेस पर चार्ज करते हैं तो आप नहीं जानते हैं कि वास्तव में उस चार्जिंग की आड़ में क्या खेल चल रहा है.

कई हैकर पब्लिक प्लेस पर लगे चार्जिंग पोर्ट को निशाना बना रहे हैं. (Juice Jacking Kya hai?) वे उनमें मेलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं. इसके बाद जब भी कोई व्यक्ति चार्जिंग पर अपना स्मार्टफोन लगता है तो वो मेलवेयर उस फोन में चला जाता है.

इसमें आपकी भी कोई गलती नहीं होती है क्योंकि इसे इस तरीके से प्रोग्राम किया जाता है कि चार्जिंग पर फोन लगाते ही ये स्मार्टफोन के अंदर चला जाए और एक्टिव हो जाए.

बस इसके बाद ये आपके फोन की सारी इनफार्मेशन हैकर को देता है और हैकर इस इनफार्मेशन के जरिए आपके अकाउंट को खाली कर देता है. इसके साथ ही हैकर आपके फोन में मौजदू संवेदनशील डाटा को भी चुरा सकता है.

जूस जैकिंग का सीधा सा मतलब है कि (Juice Jacking Kya hai?) आपने पब्लिक प्लेस पर फोन चार्जिंग पर लगाया और आपका फोन हैक हो गया. इसके अलावा पब्लिक प्लेस के वाईफाई से भी फोन को हैक होने को जूस जैकिंग कहा जाता है.

जूस जैकिंग कैसे होती है? (how does juice jacking work?)

जूस जैकिंग आमतौर पर पब्लिक प्लेस में फोन को चार्ज करने पर होती है. ये चार्जिंग सॉकेट में मैलवेयर छोड़ देते हैं. जब आप अपना फोन चार्ज पर लगते हैं तो ये एक्टिव हो जाते हैं और आपके फोन का सारा डाटा चोरी कर लेते हैं.

इसके अलावा आपको पब्लिक प्लेस पर लगे वाईफाई का उपयोग करने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इसे इस्तेमाल करके आप अपने पूरे फोन का डाटा किसी और को दे देते हो, वो व्यक्ति आपने फोन को पूरी तरह एक्सेस कर सकता है.

जूस जैकिंग से कैसे बचें? (Juice Jacking Prevention Tips)

जूस जैकिंग से बचने के कई तरीके हैं.

– आपको सबसे पहले तो पब्लिक प्लेस पर अपने फोन को चार्ज करने से बचना चाहिए.
– आप यदि पब्लिक प्लेस पर फोन चार्ज कर रहे हैं तो ये देखें कि चार्जिंग करने के लिए जो बोर्ड है वो दीवार में है और आपके घर की तरह नॉर्मल है.
– अगर आपको कहीं ज्यादा स्टाइलिश या एडवांस बोर्ड दिखाई दें तो वहाँ चार्ज न करें.
– किसी तरह के USB Port में लगाकर अपने स्मार्टफोन को चार्ज न करें.
– पब्लिक प्लेस पर मिलने वाले फ्री वाईफाई को एक्सेस करने से बचें.
– अपने फोन में USB Debug ऑप्शन को हमेशा ऑफ करके रखें.

आप घर से ज्यादा दूरी पर लंबे समय के लिए जा रहे हैं तो हमेशा अपने साथ एक चार्जर और पावरबैंक रखें. पावरबैंक आपका साथ बहुत लंबे समय तक देगी. इससे चार्ज करने के लिए आपको अपने फोन को कहीं किसी पोर्ट में लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

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