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may month fast and festival

मई के महीने को गर्मियों का महीना कहा जाता है क्योंकि इस माह बहुत तेज गर्मी पड़ती है. हिन्दू पंचांग के हिसाब इसे मई में वैसाख और ज्येष्ठ दोनों माह के दिन आने वाले हैं. हिन्दू धर्म के मुताबिक इन माह में आने वाले त्योहार भी मई में भी आएंगे.

मई का माह अपने साथ कुछ विशेष व्रत एवं त्योहार लेकर आ रहा है. इसके साथ ही इस माह एक विशेष खगोलीय घटना भी होने वाली है जो आपके जीवन पर विशेष प्रभाव डालेगी.

मई के व्रत एवं त्योहार (Festival and fast in May month) 

मई माह की शुरुआत हिन्दू पंचांग के हिसाब से वैसाख माह की एकादशी से हो रही है और इस माह का अंत ज्येष्ठ माह के एकादशी को हो रहा है. इस माह कई विशेष व्रत एवं त्योहार आपको देखने को मिलेंगे.

1) मोहिनी एकादशी व्रत (Mohini Ekadashi Vrat) 

वैसाख माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को मोहिनी एकादशी कहते हैं. साल 2023 में ये 1 मई को आ रही है. इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर असुरों का वध किया था.

इस दिन व्रत करने का विशेष महत्व है. इस दिन व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं, आप अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करते हैं, तथा घर में सुख-शांति बनी रहती है. इस दिन भगवान विष्णु की मोहिनी अवतार में पूजा करने से हजार गौदान के बराबर फल मिलता है.

2) नरसिंह चतुर्दशी (Narsing Chaturdashi) 

वैसाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नरसिंह चतुर्दशी कहा जाता है. इस वर्ष ये 4 मई को नरसिंह चतुर्दशी आ रही है. माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर हिरण्यकश्यप का वध किया था और अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी.

माना जाता है कि इस दिन जो भी व्यक्ति भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की पूजा करता है उसे असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है. वह समस्त सुखों को भोगता है और परमधाम को प्राप्त होता है.

3) वैसाख पूर्णिमा (Baisakh Purnima) 

वैसाख माह में आने वाली पूर्णिमा को वैसाख पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष महत्व है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है. इस दिन महात्मा बुद्ध का जन्म भी हुआ था.

4) नारद जयंती (Naarad Jayanti) 

ज्येष्ठ माह की द्वितीय तिथि को नारद जयंती के रूप में मनाया जाता है. ये इस माह में 7 मई को आ रही है. इस दिन नारद जी का जन्म हुआ था जो भगवान ब्रह्माजी के मानस पुत्र थे और भगवान विष्णु के प्रिय भक्त थे.

5) अचला एकादशी (Achla Ekadashi) 

ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को अचला एकादशी या अपरा एकादशी कहा जाता है. ये एकादशी 15 मई, सोमवार को आ रही है. इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है और विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है. भगवान विष्णु की कृपा से अपार पुण्य मिलता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

6) शनि जयंती (Shani Jayanti) 

हर वर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन शनिदेव का जन्म हुआ था. इस दिन यदि आप शनिदेव से संबंधित कुछ उपाय करते हैं तो आपको शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इस वर्ष शनि जयंती 19 मई, शुक्रवार को आ रही है.

7) गंगा दशहरा और गायत्री जयंती (Gayatri Jayanti) 

30 मई को ज्येष्ठ शुक्ल की दशमी को गंगा दशमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन माँ गायत्री जयंती भी है. यदि आप इस दिन माँ गंगा और माँ गायत्री की पूजा करते हैं तो आपको इनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है.

8) निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) 

मई के महीने में तीन बार एकादशी आ रही है. आमतौर पर ऐसा बहुत कम होता है लेकिन महीने की आखिरी दिन 31 मई को निर्जला एकादशी है. इस दिन आप भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा कर सकते हैं.

9) चंद्रग्रहण (Chandragrahan) 

इन सभी व्रत और त्योहार के अलावा इस माह में साल का पहला चंद्रग्रहण भी आ रहा है. इस माह की शुरुआत में ही 5 मई शुक्रवार को चंद्रग्रहण पड़ने वाला है. ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं है.

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By पंडित नितिन कुमार व्यास

ज्योतिषाचार्य पंडित नितिन कुमार व्यास मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में रहते हैं. वे पिछले 35 सालों से ज्योतिष संबंधी परामर्श और सेवाएं दे रहे हैं.

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