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MPN Process : मोबाइल नंबर पोर्ट कैसे करवाएँ, एमएनपी प्रोसेस, समय और फीस?

स्मार्टफोन हम सभी चलाते हैं और उसमें सिम का प्रयोग भी करते हैं. कभी-कभी हमें हमारे सिम के प्लान महंगे लगते हैं या फिर उसके नेटवर्क में समस्या (network problem) होती है. कई लोग आज भी इन समस्याओं से जूझ रहें हैं. लेकिन ऐसे में करे तो करे क्या? तो इसका सीधा सा जवाब है की आप अपनी सिम को दूसरी कंपनी की सिम पर पोर्ट (how to port mobile number) करवा लीजिये. इस पूरी प्रोसेस को एमएनपी (MNP) कहते हैं. अगर आप अपना नंबर पोर्ट करवाना चाहते हैं तो आपको MNP क्या है (what is MNP?), एमएनपी प्रोसेस टाइम (MNP process time), नंबर पोर्ट करवाने के नियम (MNP rules) और एमएनपी फीस (MNP fees) की जानकारी होना चाहिए.

MNP क्या है?

MNP का पूरा नाम (MNP full form) है मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (mobile number portability). इसका मतलब होता है की अगर आपकी सिम में कंपनी द्वारा कोई गड़बड़ आ रही है जैसे आपको नेटवर्क सही से नहीं मिलता, कॉल पर आवाज ठीक से नहीं आती, घर में इन्टरनेट चलाने में दिक्कत होती है, कंपनी के प्लान काफी महंगे हैं. बाकी दूसरी कंपनियाँ आपके क्षेत्र में अच्छे से सर्विस दे रही है तो आप सोचते हैं की काश! मेरे पास भी उस कंपनी की सिम होती. ऐसे में आप उस कंपनी की सिम को ले सकते हैं वो भी बिना अपना नंबर बदले. इस प्रक्रिया को ही मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (mobile number portability) कहा जाता है. इसमें बस आप अपनी सिम की कंपनी चेंज करते हैं अपना मोबाइल नंबर नहीं.

MNP के लिए जरूरी documents

MNP करवाना एक आसान काम है लेकिन इसके लिए आपको कुछ जरूरी document भी (document for MNP) चाहिए होते हैं जो आपकी पहचान से संबंध रखते हैं.

– आधार कार्ड (aadhar card)
– पते का प्रमाण पत्र (residential proof)
– पासपोर्ट साइज़ फोटो (passport size photo)

MNP के लिए जरूरी शर्तें

MNP करवाने के लिए आपको TRAI और telecom company की कुछ शर्तों (MNP rules) का पालन करना होता है. ये शर्तें निम्न हैं.
– आपका सिम कार्ड कम से कम 90 दिन पुराना यानि 3 महीने पुराना होना चाहिए.

– सिम में कम से कम 5 रुपये का बेलेन्स होना जरूरी है.
– अगर आप पोर्ट करा रहे हैं और फिर से दूसरी कंपनी में पोर्ट करवाना चाहते हैं तो 90 दिनों का इंतज़ार करना होगा.
– सिम पोर्ट करने पर आपको सिम पर मौजूद प्लान और डाटा नहीं मिलेगा. इसके लिए आपको फिर से नई कंपनी के रिचार्ज करवाना होगा.
– सिम में मौजूद आपके कांटैक्ट आपको वापस नहीं मिलेंगे.

सिम पोर्ट कैसे करें / एमएनपी का प्रोसेस

एमएनपी यानि सिम पोर्ट (mobile number portability MNP process in hindi) करवाने के लिए आपको TRAI द्वारा बताया गया तरीका फॉलो करना पड़ता है. अगर आप इसे सही तरीके से फॉलो करते हैं तो जल्द ही आपका सिम नई कंपनी में पोर्ट कर दिया जाता है. सिम पोर्ट करने के लिए निम्न प्रोसेस फॉलो करें.

– अपने मोबाइल नंबर को पोर्ट करने के लिए सबसे पहले आपको एक मैसेज अपने उस नंबर से भेजना होता है जिसे आप पोर्ट करना चाहते हैं. इस मैसेज को आप इस तरीके से भेजें “PORT इस मैसेज को आपको 1900 नंबर पर भेजना है. ये मैसेज कुछ ऐसा दिखेगा. “PORT 1234567890”

– इस मैसेज को भेजते ही आपके मोबाइल पर एक PIN आएगा जिसे UPC Code कहते हैं. आपको इस UPC code को संभाल कर रखना है. इसे आप चाहे तो कहीं लिखकर रख लें या फिर मोबाइल में सेव कर लें. ये कोड 15 दिन के लिए वैलिड होता है. इसलिए 15 दिन से पहले आपको सिम पोर्ट करने की प्रक्रिया को पूरा करना होगा.

– अब आपको जिस भी कंपनी की सिम में अपने नंबर को पोर्ट करवाना है. उस कंपनी के ऑफिस जाएँ और MNP के बारे में बताएं.

– यहाँ से आपको MNP का फॉर्म मिलेगा. इस फॉर्म को सही जानकारी और दस्तावेजों के साथ भरकर जमा कर दें.

– इसके बाद रिटेलर आपको एक नई सिम देगा जो उसकी कंपनी की होगी. ये सिम पूरी तरह नई रहेगी. इस सिम को आपके नंबर पर पोर्ट करने के लिए आपसे UPC Code मांगा जाएगा. आप इसे दें और आपका काम हो जाएगा.

एमएनपी फीस

मोबाइल नंबर पोर्ट करवाने के लिए आपको कुछ फीस (MNP fees) भी देना होती है जो काफी ज्यादा मामूली सी होती है. आप ये मान लीजिये की ये नई सिम की कीमत होती है. पहले एमएनपी करवाने के लिए 19 रुपये का भुगतान करना पड़ता था. लेकिन अब TRAI के नए नियम के अनुसार MNP की नई कीमत 5.74 रुपये (MNP new fees) रखी गई है.

नंबर पोर्ट करने में कितना समय लगता है?

अगर आप नंबर पोर्ट करवाते हैं तो आपको तुरंत सिम मिल जाती है लेकिन इसके एक्टिवेशन में समय (MNP process time) लगता है. TRAI के नियमानुसार नंबर पोर्ट करवाने का काम 5 से 7 वर्किंग डे में हो जाता है. इसके बाद आपका सिम एक्टिवेट हो जाता है. फिर आपको इसका उपयोग करवाने के लिए पहला रिचार्ज करवाना पड़ता है. जिसे FRC कहा जाता है. इसे करवाने के बाद आप इस नई सिम का आसानी से उपयोग कर सकते हैं.

इस तरह आप अपने पुराने नंबर और पुरानी कंपनी को नई कंपनी पर स्विच या पोर्ट कर सकते हैं. इसका प्रोसेस आसान है. बस आपको एक बार उस कंपनी के ऑफिस जाना पड़ता है जिस पर आप अपना नंबर पोर्ट करवाना चाहते हैं. बस इसके बाद 7 दिनों के अंदर आपका काम हो जाता है.

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