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Interior Designer : 12वी के बाद इंटीरियर डिज़ाइनर कैसे बनें?

स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की रुचि अलग-अलग क्षेत्रों में होती है. इसी आधार पर वे अपना करियर चुनते हैं. कई बच्चों की दिलचस्पी क्रिएटिव कामों में होती है जैसे डिज़ाइनिंग में. जिन लोगों को डिज़ाइनिंग (Designing) में रुचि है वो अपना करियर इंटीरियर डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में बना सकते हैं. ये आजकल काफी ज्यादा अच्छा क्षेत्र माना जा रहा है जिसमें आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. कई बच्चे इस बारे में सोचते हैं की उन्हें इंटीरियर डिज़ाइनर (Interior designer) बनना है लेकिन समस्या ये है की इंटीरियर डिज़ाइनर कैसे बनें?

इंटीरियर डिज़ाइनर क्या होता है? (What is Interior Designer?)

इंटीरियर डिज़ाइनर (Interior designer) क्या होता है उससे पहले ये जानना जरूरी है की इंटीरियर डिज़ाइन क्या होता है? (What is Interior designer) इंटीरियर डिज़ाइनर का मतलब होता है वो घर के अंदर चीजों को डिज़ाइन करना. यानि आपके घर के अंदर का लुक कैसा होगा? घर के अंदर कौन सी चीजे होनी चाहिए? आपका घर अंदर से कैसे सुंदर लगेगा? ये सब चीजे इंटीरियर डिज़ाइन कहलाती हैं. इन सभी कामों को करने वाला व्यक्ति इंटीरियर डिज़ाइनर कहलाता है. एक इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए सिर्फ कोर्स करना काफी नहीं होता. आपके पास तकनीकी ज्ञान के अलावा भी काफी सारे गुण होना जरूरी है.

इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए जरूरी गुण (Qualities for Interior designer?)

आप सिर्फ किसी इंटीरियर डिज़ाइनर के कोर्स को करके एक अच्छा इंटीरियर डिज़ाइनर नहीं बन सकते आपके पास कुछ और गुण भी होने चाहिए.

– इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए आपकी रुचि शुरू से ही नए-नए और क्रिएटिव डिज़ाइन के प्रति होना चाहिए.
– आपको रंगों की अच्छी समझ होना चाहिए. कलर कॉम्बिनेशन की भी समझ होनी चाहिए.
– पढ़ाई के दौरान आपने जो तकनीकी ज्ञान लिया है आप उसे अपने क्लाईंट को कैसे समझाएँगे ये समझ भी होना चाहिए.
– क्लाईंट से बात करने का तरीका आना चाहिए, उन्हें हैंडल करने का तरीका आपके पास होना चाहिए.
– लोग जो अपनी सोच में चाहते हैं उसे आपको वास्तव में करना होता है तो आपकी कल्पना शक्ति भी काफी मजबूत होना जरूरी है.

इंटीरियर डिज़ाइनर कैसे बनें? (How to become Interior Designer?)

इंटीरियर डिज़ाइनर कैसे बने इससे पहले ये तय करना जरूरी है की आपको इंटीरियर डिज़ाइनर बनना है या नहीं. ऊपर बताए गए गुण यदि आपमें हैं तो आप इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के बारे में सोच सकते हैं. कई लोगों को ये काम आसान लगता है लेकिन ये काफी मुश्किल काम है. इसमें आपको अपनी कल्पनाशक्ति का प्रयोग करना पड़ता है जो हर किसी के बस का काम नहीं है. इसलिए इंटीरियर डिज़ाइनर कोर्स में एडमिशन लेने से पहले ये तय करें की क्या आप इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के योग्य है या नहीं.

12वी के बाद इंटीरियर डिज़ाइनर कैसे बनें? (How to become Interior Designer after 12th?)

इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए आपको 12वी के बाद इसका कोर्स करना होता है लेकिन एक बात का ध्यान रखें. इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए आपको 11 और 12वी गणित विषय के साथ करनी है. इन विषय के साथ करने से आपको तकनीकी ज्ञान में मदद मिलती है और आप अच्छे इंटीरियर डिज़ाइनर बन पाते हैं.

इंटीरियर डिज़ाइनर कोर्स (Interior Designer Course)

इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के लिए ढेर सारे कोर्स भारत में मौजूद हैं. इसमें डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट तीनों तरह के कोर्स हैं. आप अपनी जरूरत के हिसाब से किसी भी कोर्स को चुन सकते हैं. अगर आप 12वी के बाद सीधे इंटीरियर डिज़ाइनर बनना चाहते हैं तो आपको बी.एससी इन इंटीरियर डिज़ाइनिंग में करनी होगी. ये डिग्री कोर्स तीन साल का रहेगा. अगर आप ग्रेज्युएट हो गए हैं तो आप कोई डिप्लोमा कोर्स करके भी इंटीरियर डिज़ाइनर बन सकते हैं.

बैचलर ऑफ़ इंटीरियर डिजाईन
बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर इंटीरियर डिजाईन
बैचलर ऑफ़ इंटीरियर डिजाईन (SEPT)
बैचलर ऑफ़ आर्किटेक्चर एंड डिजाईन
बैचलर ऑफ़ डिजाईन
डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाईन
डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाईन एंड आर्किटेक्चर
सर्टिफिकेट इन इंटीरियर डिजाईन
सर्टिफिकेट इन इंटीरियर डिजाईन एंड डेकोरेशन
फाइन आर्ट्स इन इंटीरियर डिजाईन
3D डिजाईन
क्रिएटिव Technique इन इंटीरियर डिजाईन
इंटीरियर डिजाईन स्किल्स
डिजाईन एंड क्राफ्ट इन इंटीरियर डेकोरेशन
स्पेशल डिजाईन इंटीरियर्स
बैचलर ऑफ़ साइंस इन इंटीरियर डिज़ाइन

इंटीरियर डिज़ाइनर के काम क्या होते हैं? (Work of Interior Designer?)

एक इंटीरियर डिज़ाइनर का काम होता है की किसी जगह को कैसे कम बजट में सुंदर बनाया जा सके. एक इंटीरियर डिज़ाइनर के कई सारे काम हो सकते हैं.

– कम बजट में कम जगह में कैसे सुंदर घर बनाया जाए.
– घर के अलावा ऑफिस, बिल्डिंग, होटल आदि को भी डिज़ाइन करना होता है.
– क्लाइंट की जरूरत और इच्छा के अनुसार काम करने के लिए उनसे मीटिंग करना.
– क्लाइंट की जरूरत और बजट के अनुसार डिज़ाइन तैयार करना, साथ ही इस बात का भी ध्यान की ये डिज़ाइन उस निर्माण के मुताबिक हो.
– क्लाइंट के हिसाब से रंगों का चुनाव करने में मदद करना साथ ही फेब्रिक, फर्नीचर और फिटिंग्स के लिए भी सुझाव देना.
– काम की लागत का अनुमान लगाना और बजट तैयार करना.

इंटीरियर डिज़ाइनर की कमाई (Income of Interior Designer?)

इंटीरियर डिज़ाइनर की कमाई उसके काम और अनुभव के आधार पर तय होती है. इंटीरियर डिज़ाइनर कमाई के लिए चाहे तो खुद का ऑफिस खोलकर खुद प्रोजेक्ट ले सकते हैं. इसके अलावा आप किसी इंटीरियर डिज़ाइनर संस्था या कंपनी को भी जॉइन कर सकते हैं जो इस तरह के प्रोजेक्ट लेती है. आप शुरुवात में यहाँ 10 हजार से 30 हजार रुपये तक कमा सकते हैं.

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